जयपुर. पेपर लीक एवं फर्जीवाड़े रोकने और समयबद्ध नई एवं लंबित भर्तीयों को पूरा करवाने की मांग को लेकर प्रदेश भर में युवा जागृति एवं सदस्यता अभियान (Youth awareness and membership campaign) चलाया जाएगा. इसकी शुरुआत 21 जनवरी को सीकर जिले से की जाएगी. यह एलान राजस्थान बेरोजगार एकीकृत महासंघ के प्रदेश अध्यक्ष उपेन यादव ने सोमवार को किया.
महासंघ के प्रदेश अध्यक्ष उपेन यादव ने कहा कि अभियान के बाद युवा बेरोजगारों का जयपुर में महापड़ाव भी डाला जाएगा. अभियान के माध्यम से पेपर लीक, भ्रष्टाचार खत्म कर पारदर्शिता के साथ भर्तियां करने की मांग रखी जायेगी. उपेन यादव ने बेरोजगारों की समस्याओं के निस्तारण के लिए तत्काल युवा बेरोजगार आयोग का गठन करने की मांग की. उन्होंने यह भी कहा कि उन्हें छोड़कर किसी भी योग्यताधारी बेरोजगार प्रतिनिधि को युवा बेरोजगार आयोग का अध्यक्ष बनाया जाए.
सीकर से होगी शुरुआत
उन्होंने बताया कि भर्ती परीक्षाओं में पेपर लीक फर्जीवाड़ा लगातार बढ़ता जा रहा है. इसे खत्म करवाने एवं समयबद्ध नई भर्ती निकलवाने के साथ सभी लंबित भर्तियां पूरी करवाने को लेकर 21 जनवरी को सीकर जिले (Unemployed campaign will start from January) से युवा जागृति एवं सदस्यता अभियान की शुरुआत की जाएगी. तहसील स्तर से लेकर जिला स्तर तक युवा जागृति एवं सदस्यता अभियान यात्रा के माध्यम से चलाया जाएगा. पूरे प्रदेश भर से लाखों युवा बेरोजगारों को इस अभियान से जोड़ा जाएगा.
उपेन यादव ने बताया कि युवा जागृति एवं सदस्यता अभियान की समाप्ति के बाद राजधानी जयपुर में बड़ी संख्या में युवा बेरोजगार महासम्मेलन आयोजित किया जाएगा. इसमें युवा बेरोजगारों से प्राप्त सुझावों के साथ बेरोजगारों की अलग-अलग मांगें सरकार के सामने रखीं. युवा जागृति एवं सदस्यता अभियान के तहत प्रदेशभर से युवा बेरोजगारों से प्रतियोगी भर्तियों को लेकर सुझाव मांगे जाएंगे.
युवा बेरोजगारों से मिलने वाले अच्छे सुझावों को मांग पत्र में शामिल करके जयपुर में आयोजित होने वाले युवा बेरोजगार महासम्मेलन के माध्यम से सरकार के सामने मजबूती से मांग उठाई जाएगी.
युवा जागृति एवं सदस्यता अभियान के माध्यम ये रखी जाएंगी मांगें
प्रतियोगी भर्ती परीक्षाओं में पेपर लीक फर्जी डिग्री, डिप्लोमा और नकल के मामले में लिप्त दोषियों के खिलाफ सख्त गैर जमानती कानून के साथ अपराधियों की संपत्ति जब्त करने का कानून जल्द से जल्द लाया जाए. इसके साथ ही प्रतियोगी भर्तियों में परीक्षार्थियों के परीक्षा केंद्र में प्रवेश करने के बाद ही स्कूलों में पेपर वितरित किये जाएं और पेपर सेंटर तक लाने की वीडियोग्राफी करवाई जाए.
यदि प्रश्नपत्र प्रिंटिंग प्रेस से लीक होता है तो प्रिंटिंग प्रेस मालिक के खिलाफ गैर जमानती कानून के तहत कार्रवाई की जाए. प्रेस मालिक सहित सभी लिप्त कर्मचारियों की संपत्ति जब्त की जाए. साथ ही प्रिंटिंग प्रेस को हमेशा के लिए ब्लैक लिस्ट किया जाए.
भर्ती परीक्षाओं का कैलेंडर जारी किया जाए जिसमें स्पष्ट उल्लेख हो सिलेबस, विज्ञप्ति कब तक जारी होगी. एग्जाम कब तक होगा, कब तक परिणाम आएगा और कब तक नियुक्ति प्रकिया पूरी होगी.
प्रतियोगी भर्ती परीक्षाओं का परीक्षा के केंद्र गृह जिले में किया जाए तथा वीडियोग्राफी बायोमेट्रिक,आईस्कैन, अनिवार्य किया जाए.
प्रतियोगी भर्ती परीक्षाओं में इंटरव्यू प्रथा समाप्त की जाए या फिर 5-10 नंबर का ही रखा जाए. राजस्थान के स्थानीय बेरोजगारों को प्रतियोगी भर्ती परीक्षाओं में ज्यादा ज्यादा से ज्यादा प्राथमिकता दी जाए और बाहरी राज्यों का कोटा कम किया जाए.
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न्यायालय में लंबित मामलों को लेकर राज्य सरकार सुपरविजन कमेटी का गठन करे. यह कमेटी समय-समय पर भर्तियों से संबंधित युवा बेरोजगार अभ्यर्थियों से मिलकर भर्ती परीक्षाओं को न्यायालय से जल्द से जल्द सुलझाने का कार्य करे.
भविष्य में होने वाले तृतीय श्रेणी शिक्षक भर्ती परीक्षा पुराने पैटर्न के आधार पर करवाई जाए, रीट परीक्षा को पात्रता परीक्षा रखी जाए और उसके बाद अलग से तृतीय श्रेणी परीक्षा का पेपर करवाया जाए, जिससे राजस्थान के बेरोजगारों को ज्यादा से ज्यादा मौका मिलेगा. पहले तृतीय श्रेणी शिक्षक भर्ती में राजस्थान का सामान्य ज्ञान ज्यादा से ज्यादा आता था जिस कारण राजस्थान के अभ्यर्थियों का ज्यादा से ज्यादा चयन होता था.
तत्काल सभी लंबित भर्तियां जल्द पूरी की जाए. इसके साथ ही प्रति वर्ष रिक्त होने वाले सभी विभागों में समयब्द्ध भर्ती निकालें, क्योंकि राज्य सरकार ने घोषणा पत्र में भी प्रतिवर्ष रिक्त होने वाले पदों पर समयब्द्ध भर्ती निकालने का वादा किया था.