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जयपुरः पीएम कुसुम योजना में राजस्थान के नाम जुड़ा नया कीर्तिमान, देश में सर्वाधिक सोलर प्लांट स्थापित

देश में सर्वाधिक सोलर उत्पादन क्षमता स्थापित करने के मामले में तो राजस्थान देश के सभी राज्यों में पहले नंबर पर आ गया था लेकिन अब एक नया कीर्तिमान और जुड़ गया है. प्रधानमंत्री कुसुम योजना के तहत देश में सर्वाधिक सोलर प्लांट भी राजस्थान में स्थापित होने का नया कीर्तिमान बना है. राजस्थान अक्षय ऊर्जा निगम द्वारा संचालित पीएम कुसुम योजना के अंतर्गत राजस्थान के आठवें सौर ऊर्जा संयंत्र से झालावाड़ जिले की खानपुर तहसील के बाघेर गांव में बिजली उत्पादन प्रारम्भ हो गया है.

जयपुर न्यूज, Jaipur News
झालावाड़ में साैलर प्लांट
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Published : Sep 29, 2021, 6:29 PM IST

जयपुरः देश में सर्वाधिक सोलर उत्पादन क्षमता स्थापित करने के मामले में तो राजस्थान देश के सभी राज्यों में पहले नंबर पर आ गया था लेकिन अब एक नया कीर्तिमान और जुड़ गया है. प्रधानमंत्री कुसुम योजना के तहत देश में सर्वाधिक सोलर प्लांट भी राजस्थान में स्थापित होने का नया कीर्तिमान बना है.राजस्थान अक्षय ऊर्जा निगम की ओर से संचालित पीएम कुसुम योजना के अंतर्गत राजस्थान के आठवें सौर ऊर्जा संयंत्र से झालावाड़ जिले की खानपुर तहसील के बाघेर गांव में ऊर्जा उत्पादन प्रारम्भ हो गया है. इस परियोजना की स्थापना के लिए जयपुर बिजली वितरण निगम और कृषक राम हेतार नागर के मध्य 25 वर्ष की अवधि के लिए अनुबन्ध हुआ है. इस परियोजना का निर्माण लगभग 1 हैक्टर भूमि पर किया गया है. 0.5 मेगावाट क्षमता की इस परियोजना का निर्माण लगभग 2 करोड़ रूपये की लागत से किया गया है.

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पीएम कुसुम योजना अंतर्गत यह कोटा संभाग और झालावाड़ जिले का प्रथम सौर ऊर्जा संयंत्र है. राजस्थान अक्षय ऊर्जा निगम के सीएमडी और प्रमुख शासन सचिव ऊर्जा डॉ.सुबोध अग्रवाल ने बताया कि राजस्थान सरकार की ओर से बजट घोषणा 2019-20 मे प्रदेश में इस योजना के अन्तर्गत 2600 मेगावाट क्षमता के सौर ऊर्जा संयंत्र स्थापित करने का लक्ष्य निर्धारित किया गया था. जिसमे से अब तक 722 मेगावाट क्षमता की परियोजनाओं के लिए लेटर ऑफ अवार्ड जारी किए जा चुके हैं.

9 लाख यूनिट प्रति वर्ष होगा बिजली उत्पादनः अग्रवाल
डॉ. सुबोध अग्रवाल ने बताया कि इस प्रोजेक्ट से अनुमानित 9 लाख यूनिट बिजली का उत्पादन प्रतिवर्ष होगा. जिस पर जयपुर बिजली वितरण निगम की ओर से 3.14 रुपए प्रति यूनिट की दर पर 25 वर्ष तक क्रय किया जाएगा. जिससे संबंधित कृषक को प्रतिवर्ष लगभग 28 लाख का राजस्व प्राप्त होगा. अग्रवाल ने बताया कि योजना के लिए किसानों के प्रोजेक्ट से उत्पादित बिजली के समयबद्व भुगतान के लिए राजस्थान ऊर्जा विकास निगम की ओर से अलग से बैंक अकाउन्ट खोला गया है. उल्लेखनीय है कि योजना के देश में सर्वाधिक क्षमता 9.5 मेगावाट और सर्वाधिक 8 प्रोजेक्ट राजस्थान में ही स्थापित किये गये हैं. प्रदेश में इस योजना के क्रियान्वयन से स्थानीय कृषकों की बंजर व अनुपयोगी भूमि से स्थानीय स्तर पर रोजगार मे वृद्वि होगी.

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किसानों को बैंकों से ऋण प्राप्त करने में आसानी होगी

कृषकों की ओर से अपने बिजली बिल प्रस्तुत करने के 7 दिवस के भीतर उसका भुगतान किया जा रहा है. इसके अतिरिक्त लेटर ऑफ क्रेडिट और एसक्रो अकाउन्ट खोलने की भी व्यवस्था की गई है. इन सभी उपायों से किसानों को बैंकों से ऋण प्राप्त करने में आसानी होगी और उसे उत्पादित सौर ऊर्जा का भुगतान भी समय पर प्राप्त होगा. गौरतलब है कि प्रधानमंत्री किसान ऊर्जा सुरक्षा व उत्थान महाअभियान पीएम कुसुम योजना भारत सरकार की महत्वाकांक्षी योजना है. जिसका क्रियान्वयन राजस्थान अक्षय ऊर्जा निगम के जरिए किया जा रहा हैं. इस योजना के प्रथम चरण मे कुल 722 मेगावाट क्षमता की परियोजनाएं स्थापित करने के लिए 623 साैर ऊर्जा उत्पादन का चयन किया गया है.

जयपुरः देश में सर्वाधिक सोलर उत्पादन क्षमता स्थापित करने के मामले में तो राजस्थान देश के सभी राज्यों में पहले नंबर पर आ गया था लेकिन अब एक नया कीर्तिमान और जुड़ गया है. प्रधानमंत्री कुसुम योजना के तहत देश में सर्वाधिक सोलर प्लांट भी राजस्थान में स्थापित होने का नया कीर्तिमान बना है.राजस्थान अक्षय ऊर्जा निगम की ओर से संचालित पीएम कुसुम योजना के अंतर्गत राजस्थान के आठवें सौर ऊर्जा संयंत्र से झालावाड़ जिले की खानपुर तहसील के बाघेर गांव में ऊर्जा उत्पादन प्रारम्भ हो गया है. इस परियोजना की स्थापना के लिए जयपुर बिजली वितरण निगम और कृषक राम हेतार नागर के मध्य 25 वर्ष की अवधि के लिए अनुबन्ध हुआ है. इस परियोजना का निर्माण लगभग 1 हैक्टर भूमि पर किया गया है. 0.5 मेगावाट क्षमता की इस परियोजना का निर्माण लगभग 2 करोड़ रूपये की लागत से किया गया है.

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पीएम कुसुम योजना अंतर्गत यह कोटा संभाग और झालावाड़ जिले का प्रथम सौर ऊर्जा संयंत्र है. राजस्थान अक्षय ऊर्जा निगम के सीएमडी और प्रमुख शासन सचिव ऊर्जा डॉ.सुबोध अग्रवाल ने बताया कि राजस्थान सरकार की ओर से बजट घोषणा 2019-20 मे प्रदेश में इस योजना के अन्तर्गत 2600 मेगावाट क्षमता के सौर ऊर्जा संयंत्र स्थापित करने का लक्ष्य निर्धारित किया गया था. जिसमे से अब तक 722 मेगावाट क्षमता की परियोजनाओं के लिए लेटर ऑफ अवार्ड जारी किए जा चुके हैं.

9 लाख यूनिट प्रति वर्ष होगा बिजली उत्पादनः अग्रवाल
डॉ. सुबोध अग्रवाल ने बताया कि इस प्रोजेक्ट से अनुमानित 9 लाख यूनिट बिजली का उत्पादन प्रतिवर्ष होगा. जिस पर जयपुर बिजली वितरण निगम की ओर से 3.14 रुपए प्रति यूनिट की दर पर 25 वर्ष तक क्रय किया जाएगा. जिससे संबंधित कृषक को प्रतिवर्ष लगभग 28 लाख का राजस्व प्राप्त होगा. अग्रवाल ने बताया कि योजना के लिए किसानों के प्रोजेक्ट से उत्पादित बिजली के समयबद्व भुगतान के लिए राजस्थान ऊर्जा विकास निगम की ओर से अलग से बैंक अकाउन्ट खोला गया है. उल्लेखनीय है कि योजना के देश में सर्वाधिक क्षमता 9.5 मेगावाट और सर्वाधिक 8 प्रोजेक्ट राजस्थान में ही स्थापित किये गये हैं. प्रदेश में इस योजना के क्रियान्वयन से स्थानीय कृषकों की बंजर व अनुपयोगी भूमि से स्थानीय स्तर पर रोजगार मे वृद्वि होगी.

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किसानों को बैंकों से ऋण प्राप्त करने में आसानी होगी

कृषकों की ओर से अपने बिजली बिल प्रस्तुत करने के 7 दिवस के भीतर उसका भुगतान किया जा रहा है. इसके अतिरिक्त लेटर ऑफ क्रेडिट और एसक्रो अकाउन्ट खोलने की भी व्यवस्था की गई है. इन सभी उपायों से किसानों को बैंकों से ऋण प्राप्त करने में आसानी होगी और उसे उत्पादित सौर ऊर्जा का भुगतान भी समय पर प्राप्त होगा. गौरतलब है कि प्रधानमंत्री किसान ऊर्जा सुरक्षा व उत्थान महाअभियान पीएम कुसुम योजना भारत सरकार की महत्वाकांक्षी योजना है. जिसका क्रियान्वयन राजस्थान अक्षय ऊर्जा निगम के जरिए किया जा रहा हैं. इस योजना के प्रथम चरण मे कुल 722 मेगावाट क्षमता की परियोजनाएं स्थापित करने के लिए 623 साैर ऊर्जा उत्पादन का चयन किया गया है.

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