जयपुर. बिना मास्क घर से निकलना मानवता के प्रति पाप है. ये कहना है यूडीएच मंत्री शांति धारीवाल का. धारीवाल ने शनिवार को कोविड-19 महामारी की वर्तमान स्थिति, प्रबंधन और जन जागरण पखवाड़े में किए गए कार्यों, परिणामों की नगरीय निकायों के जिम्मेदारों के साथ समीक्षा की. जहां नो मास्क नो मूवमेंट की पालना सख्ती से करवाने के निर्देश दिए.
इसके अलावा कोरोना महामारी रेड अलर्ट जनअनुशासन पखवाड़े में नगरीय निकायों के अधिकारी कर्मचारी अब घर-घर जाकर लोगों को कोरोना के संबंध में प्रोटोकॉल की जानकारी देंगे. यूडीएच मंत्री शांति धारीवाल की अध्यक्षता में हुई वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग में ये निर्देश दिए. साथ ही कहा कि वर्तमान परिपेक्ष में बिना मास्क घर से निकलना मानवता के प्रति पाप है. इसके अलावा सीएम की ओर से नो मास्क नो मूवमेंट का नारा दिया गया है. इसकी पालना करनी और करवानी होगी. इस अभियान में नगरीय निकायों की अहम भूमिका है. उन्होंने आमजन से अपील की कि वे फ्रंटलाइन वॉरियर्स, सफाई कर्मचारियों और निकाय कर्मचारियों का पूर्ण सहयोग करें. साथ ही सभी नगरीय निकायों की ओर से आमजन के मध्य कोरोना के संबंध में जागरूकता का प्रभावशाली अभियान चलाया जा रहा है.
जिसके तहत प्रचार-प्रसार होर्डिंग, बैनर-पोस्टर और हूपर के माध्यम से किया जा रहा है. उन्होंने जन जागरूकता अभियान में एनसीसी, एनएसएस, नेहरू युवा केंद्र, एनजीओ जैसे संस्थाओं का सहयोग लेने के निर्देश दिए. इस दौरान धारीवाल ने कहा कि कोविड-19 संबंधित मौत में निर्धारित प्रोटोकॉल के अनुसार पार्थिव देह का परिवहन और दाह संस्कार किया जाएवहीं यूडीएच सचिव कुंजीलाल मीणा ने नगरीय निकाय क्षेत्र में प्रत्येक पांच-पांच विवाह स्थलों पर एक नोडल अधिकारी नियुक्त कर निगरानी बरतने का सुझाव दिया. जबकि एलएसजी सचिव भवानी सिंह देथा ने जानकारी दी कि प्रदेश के दो-दो जिलों का एक प्रभारी अधिकारी विभाग की ओर से नियुक्त किया गया है जो नगरीय निकायों की तरफ से किए जा रहे कार्यों की मॉनिटरिंग कर रहे हैं.
उन्होंने ये भी बताया कि कोविड चिकित्सालयों में इंदिरा रसोई के 4154 एक्सटेंशन काउंटर स्थापित किए गए हैं. वहीं अब तक प्रदेश में निर्धारित प्रोटोकॉल का उल्लंघन करने पर 4 करोड़ 60 लाख वसूल किए गए हैं. जबकि 20 हजार 986 सीजर की कार्रवाई भी की गई है. वहीं शहर के प्रत्येक अस्पताल में दो-दो नोडल ऑफिसर लगाए गए हैं. और जेडीए में कंट्रोल रूम बनाया गया है. इस वर्चुअल मीटिंग में नगरीय निकायों के महापौर, उपमहापौर, सभापति, उपसभापति, अध्यक्ष और उपाध्यक्ष के साथ आयुक्त भी चर्चा में जुड़े। साथ ही निकायों के स्तर पर किए जा रहे कार्यों से यूडीएच मंत्री को अवगत कराया गया.