जयपुर. ग्रेटर नगर निगम (Jaipur Greater Municipal Corporation) में कथित हाथापाई के मामले को लेकर सरकार हरकत में आई है. जहां समिति चेयरमैन अजय सिंह चौहान, पारस जैन और रामकिशोर प्रजापत पर हाथापाई करने के आरोप में ज्योति नगर थाने में एक एफआईआर (FIR) दर्ज करवाई गई है. वहीं यूडीएच मंत्री शांति धारीवाल (UDH Minister Shanti Dhariwal) ने मामले की जांच के आदेश दिए हैं. क्षेत्रीय उपनिदेशक रेणु खंडेलवाल मामले की जांच करेंगी. उन्हें जल्द से जल्द जांच रिपोर्ट सौंपने के लिए कहा गया है.
![जयपुर ग्रेटर निगम में हुई हाथापाई मामला, Scuffle case in Jaipur Greater Corporation](https://etvbharatimages.akamaized.net/etvbharat/prod-images/rj-jpr-01-hungamajanch-photo-7201174_05062021095430_0506f_1622867070_513.jpg)
शहर की बिगड़ी सफाई व्यवस्था सुधारने के लिए शुक्रवार शाम ग्रेटर नगर निगम महापौर ने अपने कार्यालय में एक बैठक बुलाई. इसमें समस्या का हल तो नहीं निकला, लेकिन आयुक्त यज्ञमित्र सिंह देव ने बैठक में उनके साथ हाथापाई का आरोप जरूर लगाया. जिसके चलते निगम में तकरीबन 2:30 से 3 घंटे हाईवोल्टेज ड्रामा चला.
ग्रेटर नगर निगम (Greater Municipal Corporation) में हुए इस घटनाक्रम पर राज्य सरकार भी सक्रिय हो गई. यूडीएच मंत्री ने इस मामले में विभाग से जानकारी मांगी और तत्काल जांच के आदेश दिए हैं. मंत्री धारीवाल भले ही कोटा में है, लेकिन उन्होंने ईमेल के जरिए ही जांच प्रक्रिया शुरू करने का अनुमोदन किया और इसके तत्काल बाद विभाग ने क्षेत्रीय उपनिदेशक रेणु खंडेलवाल को जांच सौंप दी. उन्हें जल्द से जल्द जांच रिपोर्ट सौंपने के लिए कहा गया है.
पढ़ें- Black Fungus का इंजेक्शन उपलब्ध कराने में लापरवाही कर रही Modi सरकारः गहलोत
जानकारों की माने तो कांग्रेस के अन्य नेता और मंत्री भी इस मामले में महापौर और भाजपा बोर्ड को घेरने की तैयारी में है. बता दें कि बैठक में महापौर और कमिश्नर के अलावा निगम समिति चेयरमैन जितेंद्र श्रीमाली, मीनाक्षी शर्मा, प्रवीण यादव, अजय सिंह चौहान, पारस जैन, राम किशोर प्रजापत और अरुण वर्मा भी बैठे थे. जबकि आयुक्त के जाने के बाद उपमहापौर पुनित कर्णावट और अभय पुरोहित महापौर कार्यालय पहुंचे थे. वहीं शनिवार को सफाई कर्मचारी कमिश्नर के पक्ष में सामूहिक हड़ताल पर हैं.