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2017 में बने यूनिफाइड बिल्डिंग बायलॉज में फिलहाल नहीं होगा कोई बदलाव - यूडीएच मंत्री

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Published : Sep 17, 2019, 4:26 AM IST

राजधानी जयपुर में G+2 आवासीय यूनिट बनाने वाले बिल्डर्स की मांग को प्रदेश सरकार ने सिरे से खारिज कर दिया है. बिल्डर्स साल 2017 में बनाए गए बिल्डिंग बायलॉज को बदलने की मांग कर रहे थे.

यूनिफाइड बिल्डिंग बायलॉज जयपुर, building biologys 2017 jaipur

जयपुरः पृथ्वीराज नगर में जेडीए की सख्त कार्रवाई से बिल्डर्स और निर्माणकर्ता परेशान है. बिल्डर्स ने 2011 में तत्कालीन कांग्रेस सरकार के नियमों का हवाला देते हुए उन्हीं नियमों को दोबारा लागू करने की मांग की है. उन्होंने तर्क दिया कि पूर्व में निर्धारित 9 मीटर रोड पर प्लाट के साइज के अनुसार अलग-अलग इकाई को लेकर नियम बनाए गए थे. लेकिन उन नियम को पूर्वर्ती बीजेपी सरकार की ओर से 12 मीटर कर दिया गया.

यूनिफाइड बिल्डिंग बायलॉज में फिलहाल नहीं होगा कोई बदलाव

बिल्डर्स ने दावा किया था कि जयपुर में अधिकतर रोड 30 फिट की है. जिस पर G+2 का निर्माण किया जा रहा है. हालांकि जेडीए बिल्डिंग बायलॉज 2017 को आधार मानकर कार्रवाई कर रहा है. ऐसे में बिल्डर्स बिल्डिंग बायलॉज को लेकर सरकार का दरवाजा खटखटाने की तैयारी में थे. लेकिन यूडीएच मंत्री ने अपना फैसला सुना कर इस दरवाजे पर नो एंट्री का साइन लगा दिया.

पढ़ेंः राजस्थान में BSP को बड़ा झटका, सभी 6 विधायक कांग्रेस में शामिल

यूडीएच मंत्री ने कहा कि 2017 में ही यूनिफाइड बिल्डिंग बायलॉज बने हैं. उसी के अनुसार काम चल रहा है. यदि कोई अवैध निर्माण होता है तो जेडीए और निगम इस पर कार्रवाई करेगा ही. उन्होंने साफ किया कि बिल्डिंग बायलॉज चेंज करने का फिलहाल कोई प्लान नहीं है.

पढ़ेंः अलवर में ससुर ने विधवा बहु के साथ किया दुष्कर्म, दो महीने पहले हुई थी बेटे की मौत

बता दें कि बिल्डर्स जिन बिल्डिंग बायलॉज को बदलने की मांग कर रहे थे, उन्हें लेकर यूडीएच मंत्री की ओर से आए दो टूक जवाब से यह साफ है कि, अब G+2 आवासीय यूनिट बनाने वाले बिल्डर्स को अपने अवैध निर्माण या तो खुद हटाने होंगे, या फिर जेडीए उन पर कार्रवाई करेगा.

जयपुरः पृथ्वीराज नगर में जेडीए की सख्त कार्रवाई से बिल्डर्स और निर्माणकर्ता परेशान है. बिल्डर्स ने 2011 में तत्कालीन कांग्रेस सरकार के नियमों का हवाला देते हुए उन्हीं नियमों को दोबारा लागू करने की मांग की है. उन्होंने तर्क दिया कि पूर्व में निर्धारित 9 मीटर रोड पर प्लाट के साइज के अनुसार अलग-अलग इकाई को लेकर नियम बनाए गए थे. लेकिन उन नियम को पूर्वर्ती बीजेपी सरकार की ओर से 12 मीटर कर दिया गया.

यूनिफाइड बिल्डिंग बायलॉज में फिलहाल नहीं होगा कोई बदलाव

बिल्डर्स ने दावा किया था कि जयपुर में अधिकतर रोड 30 फिट की है. जिस पर G+2 का निर्माण किया जा रहा है. हालांकि जेडीए बिल्डिंग बायलॉज 2017 को आधार मानकर कार्रवाई कर रहा है. ऐसे में बिल्डर्स बिल्डिंग बायलॉज को लेकर सरकार का दरवाजा खटखटाने की तैयारी में थे. लेकिन यूडीएच मंत्री ने अपना फैसला सुना कर इस दरवाजे पर नो एंट्री का साइन लगा दिया.

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यूडीएच मंत्री ने कहा कि 2017 में ही यूनिफाइड बिल्डिंग बायलॉज बने हैं. उसी के अनुसार काम चल रहा है. यदि कोई अवैध निर्माण होता है तो जेडीए और निगम इस पर कार्रवाई करेगा ही. उन्होंने साफ किया कि बिल्डिंग बायलॉज चेंज करने का फिलहाल कोई प्लान नहीं है.

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बता दें कि बिल्डर्स जिन बिल्डिंग बायलॉज को बदलने की मांग कर रहे थे, उन्हें लेकर यूडीएच मंत्री की ओर से आए दो टूक जवाब से यह साफ है कि, अब G+2 आवासीय यूनिट बनाने वाले बिल्डर्स को अपने अवैध निर्माण या तो खुद हटाने होंगे, या फिर जेडीए उन पर कार्रवाई करेगा.

Intro:जयपुर - राजधानी में G+2 आवासीय यूनिट बनाने वाले बिल्डर्स की मांग को प्रदेश सरकार ने सिरे से खारिज कर दिया है। बिल्डर्स साल 2017 में बनाए गए बिल्डिंग बायलॉज को बदलने की मांग कर रहे थे। जिस पर यूडीएच मंत्री ने फिलहाल बायलॉज चेंज करने का कोई प्रावधान नहीं होने की बात कही है।


Body:पृथ्वीराज नगर में जेडीए की सख्त कार्रवाई से बिल्डर्स और निर्माणकर्ता परेशान है। बिल्डर्स ने 2011 में तत्कालीन कांग्रेस सरकार के नियमों का हवाला देते हुए उन्हीं नियमों को दोबारा लागू करने की मांग की है। उन्होंने तर्क दिया कि पूर्व में निर्धारित 9 मीटर रोड पर प्लाट के साइज के अनुसार अलग-अलग इकाई को लेकर नियम बनाए गए थे। लेकिन उन नियम को पूर्वर्ती बीजेपी सरकार की ओर से 12 मीटर कर दिया गया। उन्होंने दावा किया था कि जयपुर में अधिकतर रोड 30 फिट की है। जिस पर G+2 का निर्माण किया जा रहा है। हालांकि जेडीए बिल्डिंग बायलॉज 2017 को आधार मानकर कार्रवाई कर रहा है। ऐसे में बिल्डर्स बिल्डिंग बायलॉज को लेकर सरकार का दरवाजा खटखटाने की तैयारी में थे। लेकिन यूडीएच मंत्री ने अपना फैसला सुना कर इस दरवाजे पर नो एंट्री का साइन लगा दिया। यूडीएच मंत्री ने कहा कि 2017 में ही यूनिफाइड बिल्डिंग बायलॉज बने हैं। उसी के अनुसार काम चल रहा है। यदि कोई अवैध निर्माण होता है तो जेडीए और निगम इस पर कार्रवाई करेगा ही। उन्होंने साफ किया कि बिल्डिंग बायलॉज चेंज करने का फिलहाल कोई प्लान नहीं है।
बाईट - शांति धारीवाल, यूडीएच मंत्री


Conclusion:बिल्डर्स जिन बिल्डिंग बायलॉज को बदलने की मांग कर रहे थे, उन्हें लेकर यूडीएच मंत्री की ओर से आए दो टूक जवाब से यह साफ है कि, अब G+2 आवासीय यूनिट बनाने वाले बिल्डर्स को अपने अवैध निर्माण या तो खुद हटाने होंगे, या फिर जेडीए उन पर कार्रवाई करेगा।
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