जयपुर. एनआईए मामलों की विशेष अदालत ने उदयपुर के कन्हैयालाल हत्याकांड (Udaipur Murder Case) के आरोपी गौस मोहम्मद और रियाज के साथ ही आरोपी मोहसिन और आसिफ को 12 जुलाई तक एनआईए को 10 दिनों की रिमांड पर सौंप दिया है. पेशी के दौरान काफी संख्या में कोर्ट कक्ष के बाहर अधिवक्ता मौजूद रहे. ऐसे में कोर्ट कक्ष से बाहर आते ही आक्रोशित वकीलों का गुस्सा फूट पड़ा और उन्होंने ने आरोपियों को पीटना (Lawyers beat up kanhaiyalal murder accused outside NIA court) शुरू कर दिया. भारी पुलिस बल होने के बावजूद वकीलों ने आरोपियों के साथ मारपीट कर उनके कपड़े फाड़ दिए. उनपर बोतलें फेंकी. पुलिस ने किसी तरह चारों आरोपियों को पुलिस वैन में डाला और एटीएस मुख्यालय ले गई.
एनआईए की ओर से दोपहर करीब डेढ़ बजे चारों आरोपियों को पुलिस सुरक्षा के बीच विशेष अदालत में पेश किया गया. इस दौरान शहर के कई थानों की पुलिस के साथ ही आलाधिकारी कोर्ट पहुंचे. इसी बीच वकीलों को इसकी जानकारी मिलने पर सैकड़ों वकील कोर्ट परिसर के बाहर एकत्र हो गए. वकीलों ने दोषियों को फांसी देने के साथ ही भारत माता की जय के नारे लगाए. पुलिस को आरोपियों का एनकाउंटर करने के लिए भी आवाज बुलंद की. मामले की गंभीरता को देखते हुए अदालत के पीठासीन अधिकारी ने कोर्ट कक्ष से मीडियाकर्मियों सहित अन्य वकीलों को बाहर करने का आदेश देते हुए सिर्फ प्रकरण से जुड़े लोगों को ही उपस्थित रहने को कहा.
भारी पुलिस बल रहा तैनात
एनआईए की टीम दोपहर 1 बजे कोर्ट पहुंची और प्रकरण से जुड़े हुए दस्तावेज कोर्ट के समक्ष पेश किए. इसके बाद 1:18 पर चारों आरोपियों को कोर्ट लाया गया और 1:22 पर कोर्ट रूम के अंदर पेश किया गया. चारों आरोपियों को कोर्ट रूम में जज के समक्ष पेश कर एनआईए ने अपनी दलील प्रस्तुत की. कोर्ट ने चारों आरोपियों का 3:50 बजे 10 दिन की रिमांड पर दिया. आरोपियों को कोर्ट में पेश करने से काफी फोर्स लगाई गई थी. पुलिस के हथियारबंद जवानों के साथ ही एसटीएफ, क्यूआरटी, ईआरटी व एटीएस के कमांडो भी सुरक्षा में तैनात किए गए थे.
वकीलों ने की जमकर नारेबाजी, हत्यारों को फांसी देने की मांग
जब चारों आरोपियों को एनआईए कोर्ट रूम में पेश कर रही थी इसी दौरान कक्ष के पास वकीलों की भारी भीड़ इकट्ठा हो गई. वकील कन्हैया लाल के हत्यारों और उनके सहयोगियों को फांसी देने की मांग करते हुए नारेबाजी कर रहे थे. वकीलों ने भारत माता की जय और हत्यारों को फांसी देने को लेकर जमकर नारे लगाए. वकीलों के विरोध को देखते हुए काफी देर तक चार आरोपियों को कोर्ट रूम के अंदर ही रखा गया था.