ETV Bharat / city

Udaipur Beheading Case : दावते इस्लामी को लेकर राजस्थान में अलर्ट, मास्टरमाइंड की तलाश में SIT और अन्य सुरक्षा एजेंसियां

उदयपुर में टेलर कन्हैयालाल की दिनदहाड़े हत्या के बाद (Udaipur Murder Case) राजस्थान सरकार और प्रशासन एक्शन मोड में है. प्रदेश में हर हरकत पर पैनी नजर रखी जा रही है. इस जघन्य हत्याकांड का लिंक 'दावते इस्लामी' से जोड़कर भी देखा जा रहा है, जिसे लेकर पूरे प्रदेश में अलर्ट जारी है. एसआईटी और अन्य सुरक्षा एजेंसियां मास्टरमाइंड की तलाश में जुटी हैं.

Udaipur Beheading Case
उदयपुर जघन्य हत्याकांड
author img

By

Published : Jul 1, 2022, 3:26 PM IST

जयपुर. उदयपुर में हुए कन्हैयालाल हत्याकांड में कई लोग शामिल हैं. हत्यारे गौस मोहम्मद व मोहम्मद रियाज अत्तारी को गिरोह के किन मास्टरमाइंड द्वारा आदेश दिए गए, इन तमाम चीजों को लेकर एनआईए, राजस्थान पुलिस की एसआईटी व विभिन्न सुरक्षा एजेंसियों की जांच लगातार जारी है. एनआईए और एसआईटी की जांच में यह तथ्य सामने आए हैं कि दोनों हत्यारे वारदात के बाद अजमेर जा कर एक तीसरा वीडियो भी जारी करने वाले थे. जिसके जरिए वह नूपुर शर्मा के समर्थन में पोस्ट करने वाले अन्य लोगों से बदला लेने के लिए उनके बनाए गए व्हाट्सएप ग्रुप में शामिल अन्य युवाओं को भड़काने का काम करने वाले थे. हालांकि, हत्यारे अपने इस मंसूबे में कामयाब हो पाते, उससे पहले ही उन्हें पुलिस ने धर दबोचा.

मास्टरमाइंड की तलाश में जुटीं तमाम एजेंसियां : सूत्रों की मानें तो हत्यारों को कन्हैयालाल की निर्मम हत्या करने का आदेश देने वाले और उन्हें इसके लिए ट्रेनिंग देने वाले मास्टरमाइंड अभी भी (Investigation in Udaipur Murder Case) फरार चल रहे हैं, जिनके बारे में जानकारी जुटाई जा रही है. दावते इस्लामी संगठन से जुड़े हुए (Dawat e Islami Role in Udaipur Beheading) ऐसे लोगों की पहचान करने के लिए बेहद गोपनीय स्तर पर पूरे प्रदेश में एक ऑपरेशन भी चलाया जा रहा है. इसे लेकर पूरे प्रदेश में सभी जिलों को अलर्ट जारी किया गया है.

पढ़ें : Udaipur murder case: हत्या के षड्यंत्र में SIT ने 2 और आरोपियों को गिरफ्तार किया

वहीं, हत्यारों द्वारा व्हाट्सएप ग्रुप में जिन लोगों को जोड़ा गया था, उनके बारे में भी जानकारी (Youth Beheaded in Udaipur) जुटाई जा रही है और उनकी भी धरपकड़ की जा रही है. हत्यारों का अलसूफा संगठन से किस तरह का जुड़ाव रहा है, इसकी भी पड़ताल की जा रही है. हत्यारे अपने गिरोह में शामिल अन्य लोगों के साथ मिलकर जयपुर में किस तरह की साजिश को अंजाम देने की प्लानिंग कर रहे थे, इसकी भी जानकारी बेहद गोपनीय तरीके से जुटाई जा रही है.

पढ़ें : NIA On Udaipur Case: राजस्थान पुलिस के दावे से NIA का इनकार, कहा- उदयपुर कांड के पीछे नहीं आतंकवादी संगठन का हाथ

इसके साथ ही हत्यारों के निशाने पर और कौन-कौन लोग थे, उसकी भी जानकारी जुटाने का काम (Rajasthan Police on Alert) किया जा रहा है. प्रदेश में ऐसे और कितने लोग मौजूद हैं जो दावते इस्लामी संगठन से संपर्क रखते हैं या उनके कार्यक्रम में शामिल होने के लिए दिल्ली, मुंबई या कानपुर जाते हैं, इसकी भी जानकारी गोपनीय तरीके से जुटाई जा रही है.

पाकिस्तान के 2 लोगों से लगातार संपर्क में थे हत्यारे, पहले ही दे दी थी हत्या की जानकारी : कन्हैयालाल हत्याकांड के तार शुरू से ही पाकिस्तान से जुड़े हुए पाए गए हैं. वहीं, अब राजस्थान पुलिस की एसआईटी द्वारा की गई जांच में यह खुलासा भी हुआ है कि दोनों हत्यारे पाकिस्तान के 2 लोगों से लगातार संपर्क में थे. उदयपुर आईजी प्रफुल्ल कुमार ने बताया कि दोनों हत्यारों के मोबाइल फोन से कई राज उजागर हुए हैं, जिसमें यह बात सामने आई है कि दोनों हत्यारे गौस मोहम्मद और मोहम्मद रियाज अत्तारी पाकिस्तान के दो लोगों से कई दिनों से लगातार संपर्क में थे. जिन्हें हत्यारों ने कन्हैयालाल हत्याकांड की प्लानिंग से लेकर उसकी हत्या करने तक की खबर दी थी.

यहां तक कि कन्हैयालाल की हत्या करने से पहले ही हत्यारों ने पाकिस्तान के दोनों व्यक्तियों को कन्हैयालाल की हत्या की जानकारी पहुंचा दी थी. हालांकि, पाकिस्तान के जिन दो लोगों से हत्यारे लगातार संपर्क में थे, वह दावते इस्लामी संगठन से जुड़े हुए लोग हैं या नहीं, इसके बारे में एनआईए पड़ताल कर रही है.

जयपुर. उदयपुर में हुए कन्हैयालाल हत्याकांड में कई लोग शामिल हैं. हत्यारे गौस मोहम्मद व मोहम्मद रियाज अत्तारी को गिरोह के किन मास्टरमाइंड द्वारा आदेश दिए गए, इन तमाम चीजों को लेकर एनआईए, राजस्थान पुलिस की एसआईटी व विभिन्न सुरक्षा एजेंसियों की जांच लगातार जारी है. एनआईए और एसआईटी की जांच में यह तथ्य सामने आए हैं कि दोनों हत्यारे वारदात के बाद अजमेर जा कर एक तीसरा वीडियो भी जारी करने वाले थे. जिसके जरिए वह नूपुर शर्मा के समर्थन में पोस्ट करने वाले अन्य लोगों से बदला लेने के लिए उनके बनाए गए व्हाट्सएप ग्रुप में शामिल अन्य युवाओं को भड़काने का काम करने वाले थे. हालांकि, हत्यारे अपने इस मंसूबे में कामयाब हो पाते, उससे पहले ही उन्हें पुलिस ने धर दबोचा.

मास्टरमाइंड की तलाश में जुटीं तमाम एजेंसियां : सूत्रों की मानें तो हत्यारों को कन्हैयालाल की निर्मम हत्या करने का आदेश देने वाले और उन्हें इसके लिए ट्रेनिंग देने वाले मास्टरमाइंड अभी भी (Investigation in Udaipur Murder Case) फरार चल रहे हैं, जिनके बारे में जानकारी जुटाई जा रही है. दावते इस्लामी संगठन से जुड़े हुए (Dawat e Islami Role in Udaipur Beheading) ऐसे लोगों की पहचान करने के लिए बेहद गोपनीय स्तर पर पूरे प्रदेश में एक ऑपरेशन भी चलाया जा रहा है. इसे लेकर पूरे प्रदेश में सभी जिलों को अलर्ट जारी किया गया है.

पढ़ें : Udaipur murder case: हत्या के षड्यंत्र में SIT ने 2 और आरोपियों को गिरफ्तार किया

वहीं, हत्यारों द्वारा व्हाट्सएप ग्रुप में जिन लोगों को जोड़ा गया था, उनके बारे में भी जानकारी (Youth Beheaded in Udaipur) जुटाई जा रही है और उनकी भी धरपकड़ की जा रही है. हत्यारों का अलसूफा संगठन से किस तरह का जुड़ाव रहा है, इसकी भी पड़ताल की जा रही है. हत्यारे अपने गिरोह में शामिल अन्य लोगों के साथ मिलकर जयपुर में किस तरह की साजिश को अंजाम देने की प्लानिंग कर रहे थे, इसकी भी जानकारी बेहद गोपनीय तरीके से जुटाई जा रही है.

पढ़ें : NIA On Udaipur Case: राजस्थान पुलिस के दावे से NIA का इनकार, कहा- उदयपुर कांड के पीछे नहीं आतंकवादी संगठन का हाथ

इसके साथ ही हत्यारों के निशाने पर और कौन-कौन लोग थे, उसकी भी जानकारी जुटाने का काम (Rajasthan Police on Alert) किया जा रहा है. प्रदेश में ऐसे और कितने लोग मौजूद हैं जो दावते इस्लामी संगठन से संपर्क रखते हैं या उनके कार्यक्रम में शामिल होने के लिए दिल्ली, मुंबई या कानपुर जाते हैं, इसकी भी जानकारी गोपनीय तरीके से जुटाई जा रही है.

पाकिस्तान के 2 लोगों से लगातार संपर्क में थे हत्यारे, पहले ही दे दी थी हत्या की जानकारी : कन्हैयालाल हत्याकांड के तार शुरू से ही पाकिस्तान से जुड़े हुए पाए गए हैं. वहीं, अब राजस्थान पुलिस की एसआईटी द्वारा की गई जांच में यह खुलासा भी हुआ है कि दोनों हत्यारे पाकिस्तान के 2 लोगों से लगातार संपर्क में थे. उदयपुर आईजी प्रफुल्ल कुमार ने बताया कि दोनों हत्यारों के मोबाइल फोन से कई राज उजागर हुए हैं, जिसमें यह बात सामने आई है कि दोनों हत्यारे गौस मोहम्मद और मोहम्मद रियाज अत्तारी पाकिस्तान के दो लोगों से कई दिनों से लगातार संपर्क में थे. जिन्हें हत्यारों ने कन्हैयालाल हत्याकांड की प्लानिंग से लेकर उसकी हत्या करने तक की खबर दी थी.

यहां तक कि कन्हैयालाल की हत्या करने से पहले ही हत्यारों ने पाकिस्तान के दोनों व्यक्तियों को कन्हैयालाल की हत्या की जानकारी पहुंचा दी थी. हालांकि, पाकिस्तान के जिन दो लोगों से हत्यारे लगातार संपर्क में थे, वह दावते इस्लामी संगठन से जुड़े हुए लोग हैं या नहीं, इसके बारे में एनआईए पड़ताल कर रही है.

ETV Bharat Logo

Copyright © 2024 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.