जयपुर. राजधानी जयपुर की दो बालिकाओं भूमिका शुक्ला और कल्पना शर्मा का अंतरराष्ट्रीय एशियन रग्बी चैंपियनशिप के प्रशिक्षण शिविर के लिए भारतीय टीम में चयन हुआ है. प्रशिक्षण शिविर का आयोजन भुवनेश्वर में 14 अगस्त से 16 सितंबर तक किया जाएगा. यह पहला मौका है, जब राजस्थान की दो बेटियों ने अंतर्राष्ट्रीय रग्बी प्रतियोगिता के प्रशिक्षण शिविर के लिए इंडियन टीम में जगह बनाई है.
राजस्थान रग्बी फुटबॉल संघ की ओर से इंडियन टीम के लिए चयनित भूमिका शुक्ला और कल्पना शर्मा का अभिनदंन किया गया. संघ के अध्यक्ष पंडित सुरेश मिश्रा और संस्था के पदाधिकारियों ने राजस्थान रग्बी फुटबॉल संघ की भूमिका और प्रतियोगिता के बारे में जानकारी दी.
राजस्थान रग्बी फुटबॉल संघ के अध्यक्ष पंडित सुरेश मिश्रा ने बताया कि रग्बी एक ऐसा खेल है, जिसकी पूरी दुनिया में एक अलग पहचान है. हमारे देश में रग्बी के लिए बहुत अच्छा काम भी किया जा रहा है लेकिन दुर्भाग्य की बात है कि राजस्थान में रग्बी के लिए उस तरह से काम नहीं हो पा रहा. राजस्थान रग्बी फुटबॉल संघ की ओर अपने स्तर पर रग्बी के लिए बच्चे तैयार किए जा रहे हैं. दो बच्चियों ने इंडियन टीम में जगह बना बता दिया कि बेटियां किसी भी खेल में कम नहीं है.
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रग्बी संघ ने की मान्यता देने की मांग
राजस्थान रग्बी फुटबॉल संघ के अध्यक्ष पंडित सुरेश मिश्रा ने कहा कि काफी लंबे समय से राजस्थान रग्बी फुटबॉल संघ सरकार से मान्यता के लिए प्रयास कर रहा है लेकिन अभी तक संघ को मान्यता नहीं दी गई है. यदि सरकार मान्यता देती है तो हम रग्बी के लिए और बेहतर खिलाड़ी तैयार कर पाएंगे. मान्यता मिलने के बाद भूमिका और कल्पना जैसी बालिकाओं को आगे बढ़ने के अधिक अवसर प्राप्त होंगे. यदि बच्चों को आगे बढ़ने के अवसर मिलेंगे तो वे देश का नाम रोशन कर पाएंगे. पंडित सुरेश मिश्रा ने कहा कि वह जल्द ही खेल मंत्री से मिलेंगे और राजस्थान रग्बी फुटबॉल संघ को मान्यता दिलाने का प्रयास करेंगे.
अच्छी ट्रेनिंग मिले तो कई लड़कियां कर सकती है नाम रौशन
भूमिका शुक्ला ने कहा कि उसने इंडियन टीम में चयन के लिए काफी मेहनत की है. वह पिछले 3 साल से रग्बी खेल रही है. सुबह जल्दी उठकर 8 बजे तक और इसके बाद शाम को भी प्रैक्टिस करती है. भूमिका शुक्ला ने भी मांग की कि राजस्थान रग्बी फुटबॉल संघ को सरकार की ओर से मान्यता दी जाए. जिससे अच्छे स्तर पर हम अपना खेल दिखा सके. उसने कहा कि प्रदेश में ऐसी कई लड़कियां हैं, जो खेल में अच्छा प्रदर्शन कर रही है. यदि उन्हें और अवसर मिले और उनकी अच्छी ट्रेनिंग हो तो वह भी अपने देश का नाम रोशन कर पाएंगी.
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कल्पना शर्मा ने भी कहा कि रग्बी में अच्छा खेलकर अपने देश का नाम रोशन करना चाहती है. वह पिछले 2 साल से रग्बी खेल रही है. कल्पना ने कहा कि वह भी सुबह जल्दी उठकर ग्राउंड पर अच्छे से प्रैक्टिस करती है. जिससे वह अच्छा प्रदर्शन कर सकें.
संघ के कोषाध्यध जितेश कुमार ने बताया कि यह पहला मौका है, जब अंतरराष्ट्रीय प्रतियोगिता के प्रशिक्षण शिविर के लिए प्रदेश की दो बच्चियों का चयन रग्बी के लिए किया गया है. राजस्थान ओलंपिक संघ, भारतीय खेल मंत्रालय और वर्ल्ड रग्बी संघ से भी राजस्थान रग्बी फुटबॉल संघ को मान्यता मिल चुकी है लेकिन प्रदेश सरकार से अभी तक मान्यता नहीं है. कई सालों से हम मान्यता के लिए स्पोर्ट्स काउंसिल के चक्कर काट रहे हैं. जितेश कुमार ने कहा कि प्रदेश की बच्चियां ऐसे खेल में अच्छा प्रदर्शन कर रही हैं जिसे मान्यता प्राप्त नहीं है, यदि मान्यता मिलेगी तो बच्चियां खेल में और अच्छा प्रदर्शन कर सकेंगी.