जयपुर. राज्य सरकार बजट 2019-20 में पालनहार योजना के लाभार्थी छात्र-छात्राओं के लिए घोषित एक पालनहार छात्रावास के स्थान पर बालक-बालिकाओं के लिए अलग-अलग दो छात्रावास स्थापित करेगी. मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने इसके लिए 50-50 आवासीय क्षमता वाले दो छात्रावास खोलने के प्रस्ताव को स्वीकृति दे दी है. गहलोत ने छात्रावासों के भवन निर्माण के लिए पांच करोड़ रुपये तथा भवन निर्मित होने तक किराए के भवन में छात्रावास संचालन के लिए 1.63 करोड़ रुपये सहित कुल 6.63 करोड़ रुपये और छात्रावास अधीक्षक के दो नवीन पद सृजित करने के प्रस्ताव को वित्तीय स्वीकृति भी प्रदान कर दी है.
सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता विभाग के प्रस्ताव के अनुसार 18 वर्ष की आयु पूर्ण कर चुके पालनहार योजना के लाभार्थियों के लिए बजट में एक छात्रावास के लिए घोषणा की गई थी. अब बालकों और बालिकाओं के लिए अलग-अलग छात्रावास संचालित किए जाएंगे. इसमें रसोइए और चौकीदार के कार्य आउटसोर्सिंग के माध्यम से जॉब बेसिस पर करवाए जा सकेंगे. मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने किसानों को कृषि विपणन की बेहतर सुविधाएं उपलब्ध करवाने के लिए राज्य में दो गौण मंडी यार्डों को स्वतंत्र मंडी के रूप में क्रमोन्नत करने तथा एक गौण मंडी यार्ड स्थापित करने की मंजूरी दी है.
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वहीं सीएम गहलोत ने गौण मंडी यार्ड हनुमानगढ़ टाउन तथा गौण मंडी यार्ड (अनाज) पूगल रोड, बीकानेर को स्वतंत्र मंडी बनाने के प्रस्ताव को स्वीकृति दी है. उन्होंने जमवारामगढ़ में गौण मंडी यार्ड स्थापित करने की मंजूरी देने के साथ ही इसकी अधिसूचना के प्रारूप को भी स्वीकृति दी है. उल्लेखनीय है कि वित्त एवं विनियोग विधेयक पर चर्चा के दौरान मुख्यमंत्री ने जमवारामगढ़ में फल एवं सब्जी मंडी खोलने की घोषणा की थी. इस क्रम में यह गौण मंडी यार्ड स्थापित किया जा रहा है. मुख्यमंत्री के निर्णयों से संबंधित क्षेत्र के काश्तकारों को स्थानीय स्तर पर अपनी उपज को बेहतर मूल्य पर बेचने की सुविधा मिल सकेगी.