जयपुर. पुजारी शंभू दयाल मौत के मामले में जयपुर के सिविल लाइंस फाटक पर चल रहे अनिश्चितकालीन धरने के दौरान शुक्रवार को दो ब्राह्मण समाज के नेता ही आपस में भिड़ गए. मामला इतना बढ़ गया कि विप्र सेना प्रदेश अध्यक्ष सुनील तिवारी धरना स्थल छोड़कर जाने लगे. ऐसे में सांसद किरोड़ी लाल मीणा ने सुनील तिवारी को रोकने के लिए हाथ जोड़ा. हालांकि, बाद में तिवारी ने क्षमायाचना की और वापस धरना स्थल पर आ गए.
दरअसल, धरना स्थल पर आपसी विवाद विप्र सेना और विपुल महासभा के पदाधिकारियों के बीच हुआ. जिसमें सुनील उदैया और विप्र सेना के प्रदेश अध्यक्ष सुनील तिवारी के बीच विवाद हुआ. इस बीच आपसी कहासुनी में पदाधिकारियों ने एक-दूसरे को दलाल तक कह दिया. ऐसे में नाराज सुनील तिवारी ने धरना छोड़कर जाने का एलान कर दिया तो वहां मौजूद सांसद किरोड़ी लाल मीणा और भाजपा के नेताओं ने उनकी समझाइश की. इस दौरान किरोड़ी लाल मीणा ने उन्हें समझाते हुए पांव तक छूने की कोशिश की, तब कहीं जाकर तिवारी वापस धरना स्थल पर लौटे.
इस दौरान विप्र सेना प्रदेश अध्यक्ष सुनील तिवारी ने कहा कि हमारा संगठन यहां पुजारी को न्याय दिलवाने के लिए आया था. साथ ही मंदिर माफी की जमीनों पर हो रहे अतिक्रमण को छुड़वाना हमारी प्रमुख मांग थी. लेकिन, इस आंदोलन में अब कुछ गलत लोग आ गए हैं. इसके बाद सुनील तिवारी धरनास्थल से रवाना हो गए.