जयपुर. परिवहन विभाग में इन दिनों ट्रकों के फर्जी रजिस्ट्रेशन का मामला जमकर तूल पकड़ रहा है. वहीं जहां अभी तक विभाग के अंतर्गत एसीबी की कार्रवाई का डर बना हुआ रहता था, तो वहीं अब विभाग में पुलिस की कार्रवाई का डर भी बना हुआ है.
बता दें कि लगातार कर्मचारी और अधिकारी विभाग में काम करने से भी डर रहे हैं. परिवहन विभाग के अंतर्गत 2 साल पुराने 42 ट्रकों के फर्जी रजिस्ट्रेशन के मामले में जयपुर खाना गोरियन थाने की पुलिस ने कार्रवाई करते हुए जहां पहले एक दलाल और झालाना आरटीओ कार्यालय के एक बाबू को गिरफ्तार किया था. तो वहीं बुधवार को पुलिस ने परिवहन निरीक्षक सत्येंद्र शर्मा को भी संदिग्ध मानते हुए गिरफ्तार किया है. जिसके बाद से ही लगातार कर्मचारियों और अधिकारियों में डर का माहौल बना हुआ है.
वहीं झालाना आरटीओ कार्यालय में लगातार हो रही पुलिस की कार्रवाई को लेकर भी परिवहन मंत्री प्रताप सिंह खाचरियावास ने कहा कि इस समय हर डिपार्टमेंट के अंतर्गत भ्रष्टाचार के खिलाफ कार्रवाई हो रही है, चाहे वो परिवहन विभाग हो या पुलिस विभाग या स्वास्थ्य शासन विभाग किसी भी विभाग के अंतर्गत भ्रष्टाचार सहन नहीं किया जाएगा.
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परिवहन मंत्री ने कहा कि जो भ्रष्टाचार करेगा वो पकड़ में आएगा. भ्रष्टाचार करने के खिलाफ खुद मुख्यमंत्री अशोक गहलोत गंभीर हैं और भ्रष्टाचार करने वाले लोगों के खिलाफ कार्रवाई करने के निर्देश भी दिए हैं. मंत्री ने कहा कि जीरो टॉलरेंस की बात है, चाहे जीरो करेपशन की बात हो उसे रोकना हम सबकी जिम्मेदारी है.
प्रताप सिंह ने कहा कि मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के निर्देश में ये सब कार्रवाई हो रही है. प्रताप सिंह ने कहा कि भ्रष्टाचार रोकने के लिए टोल फ्री नंबर पर शिकायत करनी चाहिए. वहीं झालाना आरटीओ के अंतर्गत हो रही कार्रवाई को लेकर भी प्रताप सिंह ने कहा कि ये मामला मेरी जानकारी में आने के बाद मैंने खुद परिवहन विभाग के अधिकारियों से कहकर मुकदमा दर्ज कराया था. जिसके बाद लगातार पुलिस की ओर से इस मामले में कार्रवाई की जा रही है.