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केंद्र सरकार ने वैक्सीन की अलग अलग दर तय कर के क्या घोटाला करना चाह रही है: परिवहन मंत्री प्रताप सिंह

वैक्सीन की दरें अलग-अलग होने पर परिवहन मंत्री प्रताप सिंह खाचरियावास ने केंद्र सरकार पर तीखा हमला बोला है. खाचरियावास ने कहा कि केंद्र सरकार वैक्सीन की अलग-अलग दरें तय करके किस घोटाले को करना चाह रही है, यह समझ से बाहर है. जबकि होना यह चाहिए कि केंद्र सरकार को सभी देशवासियों को हर वर्ग को फ्री में वैक्सीन लगाए.

Pratapsingh Khachariyawas, Statement of Pratapsingh Khachariyawas
खाचरियावास का केंद्र सरकार पर निशाना
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Published : Apr 23, 2021, 12:20 AM IST

Updated : Apr 23, 2021, 10:21 AM IST

जयपुर. फ्री वैक्सीन और वैक्सीन की दरें अलग-अलग होने पर परिवहन मंत्री प्रताप सिंह खाचरियावास ने केंद्र सरकार पर तीखा हमला बोला है. खाचरियावास ने कहा कि केंद्र सरकार वैक्सीन की अलग-अलग दरें तय करके किस घोटाले को करना चाह रही है, यह समझ से बाहर है. ऐसा पहली बार है जब किसी एक दवाई की कीमत केंद्र सरकार के लिए अलग, राज्य सरकार के लिए अलग और निजी क्षेत्र के लिए अलग है, जबकि होना ही चाहिए कि केंद्र सरकार को सभी देशवासियों को हर वर्ग को फ्री में वैक्सीन लगाए.

प्रताप सिंह खाचरियावास

परिवहन मंत्री प्रताप सिंह खाचरियावास ने कैबिनेट की बैठक के बाद कहा कि मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के अध्यक्षता में कैबिनेट की मीटिंग हुई. उसमें कोरोना के संकट के वक्त किस तरह से वैक्सीन की व्यवस्था रहे इन को लेकर चर्चा हुई. खाचरियावास ने कहा कि मुख्यमंत्री और मंत्रिमंडल के सदस्य एक ही बात को लेकर चर्चा की कि कोरोना वायरस को लेकर बार बार मैनेजमेंट बहुत अच्छा रहा. हर राज्यों से बेहतर मैनेजमेंट हमारा है.

स्वास्थ्य को लेकर मुख्यमंत्री हमेशा से ही गंभीर रहे मुख्यमंत्री निशुल्क योजना, मुख्यमंत्री जांच योजना, मुख्यमंत्री चिरंजीव योजना राजस्थान में ही मॉडल स्टेट के रूप में काम किया. वैक्सीन टीकाकरण में भी हम मॉडल स्टेट के रूप में परसेंटेज किया है. हमने सबसे अधिक सीन टीकाकरण किया है. अब नंबर बन गए है वैक्सीन लगाने में. अब अचानक केंद्र सरकार ने राजस्थान की ऑक्सीजन कम कर दी. एक बड़ी चुनौती आ गई. केंद्र सरकार ने अपने हाथ में ले लिया है. ऑक्सीजन सप्लाई को सभी डॉक्टर मंत्रिमंडल आम जनता इसी बात को लेकर चर्चाएं की. राजस्थान में ऑक्सीजन की कमी इस तरहं की बुरी स्थिति बिगड़ रही है. केंद्र सरकार जो ऑक्सीजन भेज रही है, उसमें भेदभाव कर रही है. अन्य राज्य जो कि बीजेपी शासित हैं, वहां पर तो ज्यादा भेज रहे हैं, जबकि कांग्रेस शासित राज्यों में कम भेज रही है.

पढ़ें- कर्नल राज्यवर्धन ने मुख्यमंत्री के ट्वीट का दिया जवाब, कहा- केंद्र सरकार की सजगता से प्रदेश को मिल रही है लगातार सहायता

उन्होंने कहा कि सरकार को चाहिए कि वह एक चार्ट बनाएं, गुजरात जो कि हम वहां पर कोरोना पॉजिटिव हमारे बराबर, लेकिन केंद्र सरकार गुजरात में तो 9:30 मीट्रिक टन वैक्सीन जा रही है, जबकि राजस्थान में सवा सौ मेट्रिक उपलब्ध हो रही है. चिकित्सा मंत्री हों चाहे मुख्य सचिव हों, सभी अधिकारी और मंत्री और विधायक मुख्यमंत्री केंद्र सरकार से लगातार बात कर रहे हैं और उनसे कह रहे कि वह बिना किसी भेदभाव के विषय में उपलब्ध कराएं. राजस्थान की सरकार हर विपरीत परिस्थिति में मुख्यमंत्री के नेतृत्व में जनता को किस तरीके से परेशान नहीं होने देगी.

उन्होंने कहा कि हम चाहते हैं कि फ्री वैक्सीन पूरे देश में होनी चाहिए. जो खजाना केंद्र सरकार के पास है, वह खजाना घर से नहीं लेकर आए हैं. वह देश की जनता का है. पूरे देश में एक साथ होनी चाहिए. पूरी दुनिया में ऐसा होना चाहिए कि भारत में केंद्र सरकार ने इस तरीके से दरें तय की हैं. केंद्र सरकार ने डेट पर पर मिलेगी राज्य सरकार को 400 रुपये में और प्राइवेट में 600 रुपये में देंगे. अट्ठारह से 45 वर्षीय नौजवान हैं, जिन बच्चों ने सबसे ज्यादा वोट दिए मोदी जी को इसलिए दिए थे कि वैक्सीन का जब नाम आए तो आंखें बंद कर ले यह क्या घोटाला है. हम जानना चाहते हैं कि आखिर तीन तीन रेट कभी वैक्सीनेशन की हुई है क्या.

खाचरियावास ने कहा कि केंद्र की सरकार बाहर के देशों को तो वैक्सीन उपलब्ध करा देती है, लेकिन भारत के लोगों के लिए नहीं है. 6.30 करोड़ वैक्सीनें बाहर भेजी हैं, जबकि वहीं व्यक्ति अगर भारत में लग जाती तो आज स्थितियां अलग होतीं. राजस्थान सरकार खुद मुख्यमंत्री अशोक गहलोत अगर तार ट्वीट कर रहे हैं. सभी मांग कर रहे हैं जब महामारी की स्थिति बनती है, तब भेदभाव नहीं होते हैं. जहां पर जितनी आवश्यकता होती है, उन्हें समानता के साथ दी जाती है, लेकिन देखा जा रहा है किस तरीके से गुजरात को अलग तरीके से और राजस्थान को अलग तरीके से दी जा रही है. बीजेपी के नेताओं को चाहिए क्यों बात करें. राजस्थान के 25 के 25 सांसद जीत कर गए. वह भी बात करें प्रधानमंत्री जी से और उन्हें कहें कि राजस्थान में भी ऑक्सीजन उपलब्ध कराएं. इस वक्त कंट्रोल करने की आवश्यकता नहीं है.

जयपुर. फ्री वैक्सीन और वैक्सीन की दरें अलग-अलग होने पर परिवहन मंत्री प्रताप सिंह खाचरियावास ने केंद्र सरकार पर तीखा हमला बोला है. खाचरियावास ने कहा कि केंद्र सरकार वैक्सीन की अलग-अलग दरें तय करके किस घोटाले को करना चाह रही है, यह समझ से बाहर है. ऐसा पहली बार है जब किसी एक दवाई की कीमत केंद्र सरकार के लिए अलग, राज्य सरकार के लिए अलग और निजी क्षेत्र के लिए अलग है, जबकि होना ही चाहिए कि केंद्र सरकार को सभी देशवासियों को हर वर्ग को फ्री में वैक्सीन लगाए.

प्रताप सिंह खाचरियावास

परिवहन मंत्री प्रताप सिंह खाचरियावास ने कैबिनेट की बैठक के बाद कहा कि मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के अध्यक्षता में कैबिनेट की मीटिंग हुई. उसमें कोरोना के संकट के वक्त किस तरह से वैक्सीन की व्यवस्था रहे इन को लेकर चर्चा हुई. खाचरियावास ने कहा कि मुख्यमंत्री और मंत्रिमंडल के सदस्य एक ही बात को लेकर चर्चा की कि कोरोना वायरस को लेकर बार बार मैनेजमेंट बहुत अच्छा रहा. हर राज्यों से बेहतर मैनेजमेंट हमारा है.

स्वास्थ्य को लेकर मुख्यमंत्री हमेशा से ही गंभीर रहे मुख्यमंत्री निशुल्क योजना, मुख्यमंत्री जांच योजना, मुख्यमंत्री चिरंजीव योजना राजस्थान में ही मॉडल स्टेट के रूप में काम किया. वैक्सीन टीकाकरण में भी हम मॉडल स्टेट के रूप में परसेंटेज किया है. हमने सबसे अधिक सीन टीकाकरण किया है. अब नंबर बन गए है वैक्सीन लगाने में. अब अचानक केंद्र सरकार ने राजस्थान की ऑक्सीजन कम कर दी. एक बड़ी चुनौती आ गई. केंद्र सरकार ने अपने हाथ में ले लिया है. ऑक्सीजन सप्लाई को सभी डॉक्टर मंत्रिमंडल आम जनता इसी बात को लेकर चर्चाएं की. राजस्थान में ऑक्सीजन की कमी इस तरहं की बुरी स्थिति बिगड़ रही है. केंद्र सरकार जो ऑक्सीजन भेज रही है, उसमें भेदभाव कर रही है. अन्य राज्य जो कि बीजेपी शासित हैं, वहां पर तो ज्यादा भेज रहे हैं, जबकि कांग्रेस शासित राज्यों में कम भेज रही है.

पढ़ें- कर्नल राज्यवर्धन ने मुख्यमंत्री के ट्वीट का दिया जवाब, कहा- केंद्र सरकार की सजगता से प्रदेश को मिल रही है लगातार सहायता

उन्होंने कहा कि सरकार को चाहिए कि वह एक चार्ट बनाएं, गुजरात जो कि हम वहां पर कोरोना पॉजिटिव हमारे बराबर, लेकिन केंद्र सरकार गुजरात में तो 9:30 मीट्रिक टन वैक्सीन जा रही है, जबकि राजस्थान में सवा सौ मेट्रिक उपलब्ध हो रही है. चिकित्सा मंत्री हों चाहे मुख्य सचिव हों, सभी अधिकारी और मंत्री और विधायक मुख्यमंत्री केंद्र सरकार से लगातार बात कर रहे हैं और उनसे कह रहे कि वह बिना किसी भेदभाव के विषय में उपलब्ध कराएं. राजस्थान की सरकार हर विपरीत परिस्थिति में मुख्यमंत्री के नेतृत्व में जनता को किस तरीके से परेशान नहीं होने देगी.

उन्होंने कहा कि हम चाहते हैं कि फ्री वैक्सीन पूरे देश में होनी चाहिए. जो खजाना केंद्र सरकार के पास है, वह खजाना घर से नहीं लेकर आए हैं. वह देश की जनता का है. पूरे देश में एक साथ होनी चाहिए. पूरी दुनिया में ऐसा होना चाहिए कि भारत में केंद्र सरकार ने इस तरीके से दरें तय की हैं. केंद्र सरकार ने डेट पर पर मिलेगी राज्य सरकार को 400 रुपये में और प्राइवेट में 600 रुपये में देंगे. अट्ठारह से 45 वर्षीय नौजवान हैं, जिन बच्चों ने सबसे ज्यादा वोट दिए मोदी जी को इसलिए दिए थे कि वैक्सीन का जब नाम आए तो आंखें बंद कर ले यह क्या घोटाला है. हम जानना चाहते हैं कि आखिर तीन तीन रेट कभी वैक्सीनेशन की हुई है क्या.

खाचरियावास ने कहा कि केंद्र की सरकार बाहर के देशों को तो वैक्सीन उपलब्ध करा देती है, लेकिन भारत के लोगों के लिए नहीं है. 6.30 करोड़ वैक्सीनें बाहर भेजी हैं, जबकि वहीं व्यक्ति अगर भारत में लग जाती तो आज स्थितियां अलग होतीं. राजस्थान सरकार खुद मुख्यमंत्री अशोक गहलोत अगर तार ट्वीट कर रहे हैं. सभी मांग कर रहे हैं जब महामारी की स्थिति बनती है, तब भेदभाव नहीं होते हैं. जहां पर जितनी आवश्यकता होती है, उन्हें समानता के साथ दी जाती है, लेकिन देखा जा रहा है किस तरीके से गुजरात को अलग तरीके से और राजस्थान को अलग तरीके से दी जा रही है. बीजेपी के नेताओं को चाहिए क्यों बात करें. राजस्थान के 25 के 25 सांसद जीत कर गए. वह भी बात करें प्रधानमंत्री जी से और उन्हें कहें कि राजस्थान में भी ऑक्सीजन उपलब्ध कराएं. इस वक्त कंट्रोल करने की आवश्यकता नहीं है.

Last Updated : Apr 23, 2021, 10:21 AM IST
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