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बसपा विधायकों के दल-बदल को परिवहन मंत्री खाचरियावास ने बताया बिल्कुल सही - परिवहन मंत्री प्रताप सिंह खाचरियावास

प्रदेश में चल रहे सियासी संकट के बीच आप और बसपा विधायकों को जारी किये गए व्हिप पर परिवहन मंत्री प्रताप सिंह खाचरियावास ने बयान जारी किया है. परिवहन मंत्री ने कहा कि, बसपा के 6 विधायक पूरे के पूरे कांग्रेस में शामिल हुए हैं. जो कि देश में बनाए गए दल-बदल कानून के हिसाब से बिल्कुल सही है.

rajasthan news, राजस्थान सरकार
परिवहन मंत्री प्रताप सिंह खाचरियावास
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Published : Jul 27, 2020, 6:19 PM IST

जयपुर. प्रदेश में जारी सियासी संकट के बीच आप और बसपा विधायकों को जारी किये गए, व्हिप पर परिवहन मंत्री प्रताप सिंह खाचरियावास ने बयान जारी करते हुए कहा कि, बसपा के 6 विधायक पूरे के पूरे कांग्रेस में शामिल हुए हैं. जो कि देश में बनाए गए दल-बदल कानून के हिसाब से बिल्कुल सही है.

परिवहन मंत्री प्रताप सिंह खाचरियावास

खाचरियावास ने कहा कि दल-बदल कानून में लिखा हुआ है, कि दो तिहाई लोग यदि शामिल होते हैं, तो उस पर यह लागू नहीं होता है. बीजेपी की सरकार हो या कांग्रेस की उनको समझना पड़ेगा कि लोकतंत्र संविधान से चलता है. संविधान से बड़ा कोई नहीं होता है. खाचरियावास ने कहा कि संविधान में प्रधानमंत्री, राष्ट्रपति, मुख्यमंत्री और मंत्रिपरिषद सब आते हैं. जिसमें हम भी आते हैं.

इसी के साथ परिवहन मंत्री ने कहा कि पूरे देश में भाजपा सरकार की ओर से जो षड्यंत्र चलाया जा रहा है, वह गलत है. उन्होंने मध्य प्रदेश में सरकार गिरा दी, गोवा और मणिपुर में भी सरकार गिरा दी. गुजरात में तोड़फोड़ की और अरुणाचल प्रदेश में भी सरकार गिरा दी.

पढ़ें- राजस्थान सियासी संग्रामः विधायक मदन दिलावर को हाईकोर्ट से लगा झटका, कोर्ट ने याचिका को सारहीन मानते हुए किया खारिज

खाचरियावास ने कहा कि एक पूर्व मुख्यमंत्री ने तो भाजपा के षड्यंत्र से तंग आकर खुदकुशी कर ली. लेकिन राजस्थान में पहली बार ऐसा हुआ जब बीजेपी का षड्यंत्र फेल हो गया. गवर्नर हमारे परिवार के मुखिया हैं और उनके अपने संवैधानिक अधिकार हैं. हम उनके पास गए और कहा कि आप हमारे संविधान अधिकारों की रक्षा करने के लिए यह बैठाए गए हो. राजस्थान में मुख्यमंत्री अशोक गहलोत की सरकार चुनी हुई सरकार है. जनता ने वोट देकर मुख्यमंत्री अशोक गहलोत को चुना है.

परिवहन मंत्री ने कहा कि गवर्नर को केंद्र सरकार ने अपॉइंटमेंट किया है. वोट से चुनी हुई सरकार का मंत्रिमंडल जो सिफारिश भेजेगा विधानसभा सत्र बुलाने की उस पर भी अब दिक्कत आ रही है, यह तो एक संवैधानिक संकट भी खड़ा हो गया है. गवर्नर की ओर से लिखे गए पत्र में राजभवन और उनकी सुरक्षा के लिए लिखा गया था.

पढ़ें- 2008 में HC से बसपा को कुछ नहीं मिला और अब भी कुछ नहीं मिलने वाला: विधायक लाखन मीणा

खाचरियावास ने कहा कि गवर्नर और उनके भवन की सुरक्षा के लिए हम खड़े हैं. हम उनके लिए जान भी दे देंगे. मुख्यमंत्री अशोक गहलोत तीसरी बार मुख्यमंत्री बने हैं. पूरी सरकार राज भवन की सुरक्षा और एक झोपड़ी में रहने वाले व्यक्ति की सुरक्षा के लिए खड़ी हुई है. यह पॉलिटिकल बयानबाजी का मुद्दा नहीं है.

लोकतंत्र में चुनी हुई सरकार के साथ कोई अन्याय हुआ तो वे राजभवन आ जाएगी. इसका मतलब कोई तोड़-फोड़ करना नहीं है. इसलिए पूरे देश में राजभवन का घेराव किया गया है. लेकिन राजस्थान में कांग्रेस की सरकार ने यह नहीं किया, कि वह गांधीवादी तरीके से चलेंगे और राजस्थान में राजभवन का घेराव नहीं किया गया.

खाचरियावास ने कहा कि भाजपा 50 कदम आगे बढ़ाती है. लेकिन कांग्रेस 10 कदम पीछे हटा लेती है. इस समय भाजपा की सरकार पैसे और ताकत का पूरा प्रयास कर गलत कार्य कर रही है.

जयपुर. प्रदेश में जारी सियासी संकट के बीच आप और बसपा विधायकों को जारी किये गए, व्हिप पर परिवहन मंत्री प्रताप सिंह खाचरियावास ने बयान जारी करते हुए कहा कि, बसपा के 6 विधायक पूरे के पूरे कांग्रेस में शामिल हुए हैं. जो कि देश में बनाए गए दल-बदल कानून के हिसाब से बिल्कुल सही है.

परिवहन मंत्री प्रताप सिंह खाचरियावास

खाचरियावास ने कहा कि दल-बदल कानून में लिखा हुआ है, कि दो तिहाई लोग यदि शामिल होते हैं, तो उस पर यह लागू नहीं होता है. बीजेपी की सरकार हो या कांग्रेस की उनको समझना पड़ेगा कि लोकतंत्र संविधान से चलता है. संविधान से बड़ा कोई नहीं होता है. खाचरियावास ने कहा कि संविधान में प्रधानमंत्री, राष्ट्रपति, मुख्यमंत्री और मंत्रिपरिषद सब आते हैं. जिसमें हम भी आते हैं.

इसी के साथ परिवहन मंत्री ने कहा कि पूरे देश में भाजपा सरकार की ओर से जो षड्यंत्र चलाया जा रहा है, वह गलत है. उन्होंने मध्य प्रदेश में सरकार गिरा दी, गोवा और मणिपुर में भी सरकार गिरा दी. गुजरात में तोड़फोड़ की और अरुणाचल प्रदेश में भी सरकार गिरा दी.

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खाचरियावास ने कहा कि एक पूर्व मुख्यमंत्री ने तो भाजपा के षड्यंत्र से तंग आकर खुदकुशी कर ली. लेकिन राजस्थान में पहली बार ऐसा हुआ जब बीजेपी का षड्यंत्र फेल हो गया. गवर्नर हमारे परिवार के मुखिया हैं और उनके अपने संवैधानिक अधिकार हैं. हम उनके पास गए और कहा कि आप हमारे संविधान अधिकारों की रक्षा करने के लिए यह बैठाए गए हो. राजस्थान में मुख्यमंत्री अशोक गहलोत की सरकार चुनी हुई सरकार है. जनता ने वोट देकर मुख्यमंत्री अशोक गहलोत को चुना है.

परिवहन मंत्री ने कहा कि गवर्नर को केंद्र सरकार ने अपॉइंटमेंट किया है. वोट से चुनी हुई सरकार का मंत्रिमंडल जो सिफारिश भेजेगा विधानसभा सत्र बुलाने की उस पर भी अब दिक्कत आ रही है, यह तो एक संवैधानिक संकट भी खड़ा हो गया है. गवर्नर की ओर से लिखे गए पत्र में राजभवन और उनकी सुरक्षा के लिए लिखा गया था.

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खाचरियावास ने कहा कि गवर्नर और उनके भवन की सुरक्षा के लिए हम खड़े हैं. हम उनके लिए जान भी दे देंगे. मुख्यमंत्री अशोक गहलोत तीसरी बार मुख्यमंत्री बने हैं. पूरी सरकार राज भवन की सुरक्षा और एक झोपड़ी में रहने वाले व्यक्ति की सुरक्षा के लिए खड़ी हुई है. यह पॉलिटिकल बयानबाजी का मुद्दा नहीं है.

लोकतंत्र में चुनी हुई सरकार के साथ कोई अन्याय हुआ तो वे राजभवन आ जाएगी. इसका मतलब कोई तोड़-फोड़ करना नहीं है. इसलिए पूरे देश में राजभवन का घेराव किया गया है. लेकिन राजस्थान में कांग्रेस की सरकार ने यह नहीं किया, कि वह गांधीवादी तरीके से चलेंगे और राजस्थान में राजभवन का घेराव नहीं किया गया.

खाचरियावास ने कहा कि भाजपा 50 कदम आगे बढ़ाती है. लेकिन कांग्रेस 10 कदम पीछे हटा लेती है. इस समय भाजपा की सरकार पैसे और ताकत का पूरा प्रयास कर गलत कार्य कर रही है.

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