जयपुर. एक दिवसीय प्रशिक्षण कार्यक्रम में कोरोना काल में महावतों को स्वयं की सुरक्षा के साथ पर्यटकों की सुरक्षा का भी विशेष ध्यान रखने की ट्रेनिंग दी गई. ट्रेनिंग कार्यक्रम में महावतों को रहन, सहन, पहनावे और स्वच्छ रखने के बारे में बताया गया, ताकि हाथी सवारी करने आने वाले पर्यटक एक अच्छी छवि लेकर जाएं. हाथी पालकों और महावतों को बताया गया कि हाथी सवारी करवाते समय पर्यटक के साथ किस तरह व्यवहार किया जाना चाहिए. जिससे पर्यटक हाथी सवारी का आनंद ले सकें और खुद को सुरक्षित महसूस कर सकें. महावतों को साफ सुथरा रहने के साथ ही धूम्रपान नहीं करने के लिए भी जागरूक किया गया.
एसीएफ विक्रम सिंह शेखावत ने बताया कि हाथी गांव में एक दिवसीय प्रशिक्षण कार्यक्रम आयोजित किया गया है. पर्यटन विभाग एवं होटल प्रबंधन संस्थान बनीपार्क जयपुर के संयुक्त तत्वावधान में प्रशिक्षण कार्यक्रम रखा गया है. प्रशिक्षण कार्यक्रम में महावत और हाथी मालिकों को ट्रेनिंग दी गई है. ट्रेनिंग में महावतो को सिखाया गया है कि पर्यटकों के साथ किस तरह से व्यवहार किया जाए. कोरोना काल में पर्यटक के साथ स्वयं की सुरक्षा का ध्यान रखा जाए. महावतों को अपना परिधान स्वच्छ रखने और विशेष सावधानियां बरतने के बारे में जानकारी दी गई है. हाथी गांव और आमेर महल में आने वाले पर्यटक एक अच्छी छवि लेकर जाएं. इसी प्रयास को ध्यान में रखते हुए महावत और हाथी मालिकों को ट्रेनिंग दी गई है.
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हाथी मालिक आसिफ खान ने बताया कि प्रशिक्षण शिविर में मौतों को इस बात की ट्रेनिंग दी गई है कि पर्यटकों के साथ किस तरह का व्यवहार किया जाए. हाथी सवारी के लिए आने वाले पर्यटकों के साथ हमेशा साथ व्यवहार किया जाए, ताकि पर्यटक प्रसन्न हो सकें. पर्यटक यहां से जाए तो एक ऐसी पॉजिटिव छवि लेकर जाएं जो वर्षों तक याद रहे. इसके साथ ही महावतों को रहन, सहन संबंधित जानकारी भी दी गई है.
यह भी बताया गया है कि किस तरह से ड्रेस पहननी चाहिए और सफाई का विशेष ध्यान रखना चाहिए. धूम्रपान का उपयोग करने के लिए भी मना किया गया है. महावतों को यह भी सिखाया गया है कि सैनिटाइजर का उपयोग करें और मास्क का विशेष ध्यान रखें.