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जयपुर में ट्रैफिक व्यवस्था बेहाल, टीसीबी की बैठकों में निकाले गए समाधान कागजों तक सीमित

राजधानी में बढ़ते ट्रैफिक दबाव के कारण शहर में हर समय जाम की स्थिति बनी रहती है. खासकर ये जाम परकोटा क्षेत्र में देखने को मिलता है. जहां एक तरफ स्मार्ट सिटी का काम चल रहा है, वहीं शहर ट्रैफिक की समस्या से जूझ रहा है. लेकिन जिम्मेदार समाधान खोजने की बजाए अपनी उपलब्धियां गिनाने में लगे हुए हैं.

जयपुर ट्रैफिक व्यवस्था न्यूज, Jaipur traffic system news
ट्रैफिक व्यवस्था बेहाल
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Published : Dec 24, 2019, 7:19 AM IST

जयपुर. राजधानी की सड़कों पर जरूरत से ज्यादा पार्क किए गए वाहनों से लगातार ट्रैफिक का दबाव बढ़ता जा रहा है. ट्रैफिक के कारण ट्रैफिक कंट्रोल बोर्ड लगातार बैठकें कर रहा है, लेकिन उसमे निकाले जाने वाले समाधान कागजों तक सिमटे हुए हैं.

जयपुर में ट्रैफिक व्यवस्था बेहाल

हालांकि, टीसीबी ने जेडीए और नगर निगम के प्रवर्तन दस्ते को वाहन पार्क करवाने वाले चिन्हित मॉल्स, व्यावसायिक और आवासीय भवनों के विरुद्ध कार्रवाई करने के निर्देश दिए थे. साथ ही फुटपाथों से अतिक्रमण हटाने, विभिन्न घुमावदार रास्तों पर यातायात सुगम बनाने और शहर में ई-रिक्शा को जोनवार कलर कोडिंग करने के भी निर्देश दिए थे, जिसका अब तक धरातल पर कोई असर देखने को नहीं मिला है.

पढ़ें- चूरूः यातायात नियमों को तोड़ने वालों की अब खैर नहीं, ट्रैफिक पुलिस काट रही चालान

ऐसे में शहर की ट्रैफिक व्यवस्था दिन-ब-दिन बिगड़ती चली जा रही है, जिसका कोई समाधान निकलता नहीं दिख रहा. इस संबंध में जब यूडीएच मंत्री शांति धारीवाल से पूछा गया तो धारीवाल कांग्रेस सरकार की फ्लाईओवर बनाने की उपलब्धि गिनाने लगे. उन्होंने कहा कि कांग्रेस सरकार लगातार समाधान करती आई है.

धारीवाल ने कहा कि जयपुर का गोपालपुरा बाईपास पर बना पहला फ्लाईओवर कांग्रेस की ही देन है. इसके अलावा जयपुर में बनाए गए लगभग सभी फ्लाईओवर कांग्रेस सरकार ने ही बनाए हैं. उन्होंने कहा कि बीजेपी ने इक्का-दुक्का फ्लाईओवर बनाए और उसका भी काम अधूरा छोड़ दिया, जिसे कांग्रेस ने ही पूरा करवाया. इनमें ट्रांसपोर्ट नगर और खासा कोठी के फ्लाईओवर भी शामिल है.

मंत्री शांति धारीवाल ने परकोटे में बढ़ते ट्रैफिक दबाव को लेकर कहा कि अभी ड्रोन सर्वे करवाया जा रहा है. उन्होंने कहा कि हेरिटेज बिल्डिंग के कंजर्वेशन का काम शुरू करेंगे और इसमें कुछ समय लगेगा.

जयपुर. राजधानी की सड़कों पर जरूरत से ज्यादा पार्क किए गए वाहनों से लगातार ट्रैफिक का दबाव बढ़ता जा रहा है. ट्रैफिक के कारण ट्रैफिक कंट्रोल बोर्ड लगातार बैठकें कर रहा है, लेकिन उसमे निकाले जाने वाले समाधान कागजों तक सिमटे हुए हैं.

जयपुर में ट्रैफिक व्यवस्था बेहाल

हालांकि, टीसीबी ने जेडीए और नगर निगम के प्रवर्तन दस्ते को वाहन पार्क करवाने वाले चिन्हित मॉल्स, व्यावसायिक और आवासीय भवनों के विरुद्ध कार्रवाई करने के निर्देश दिए थे. साथ ही फुटपाथों से अतिक्रमण हटाने, विभिन्न घुमावदार रास्तों पर यातायात सुगम बनाने और शहर में ई-रिक्शा को जोनवार कलर कोडिंग करने के भी निर्देश दिए थे, जिसका अब तक धरातल पर कोई असर देखने को नहीं मिला है.

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ऐसे में शहर की ट्रैफिक व्यवस्था दिन-ब-दिन बिगड़ती चली जा रही है, जिसका कोई समाधान निकलता नहीं दिख रहा. इस संबंध में जब यूडीएच मंत्री शांति धारीवाल से पूछा गया तो धारीवाल कांग्रेस सरकार की फ्लाईओवर बनाने की उपलब्धि गिनाने लगे. उन्होंने कहा कि कांग्रेस सरकार लगातार समाधान करती आई है.

धारीवाल ने कहा कि जयपुर का गोपालपुरा बाईपास पर बना पहला फ्लाईओवर कांग्रेस की ही देन है. इसके अलावा जयपुर में बनाए गए लगभग सभी फ्लाईओवर कांग्रेस सरकार ने ही बनाए हैं. उन्होंने कहा कि बीजेपी ने इक्का-दुक्का फ्लाईओवर बनाए और उसका भी काम अधूरा छोड़ दिया, जिसे कांग्रेस ने ही पूरा करवाया. इनमें ट्रांसपोर्ट नगर और खासा कोठी के फ्लाईओवर भी शामिल है.

मंत्री शांति धारीवाल ने परकोटे में बढ़ते ट्रैफिक दबाव को लेकर कहा कि अभी ड्रोन सर्वे करवाया जा रहा है. उन्होंने कहा कि हेरिटेज बिल्डिंग के कंजर्वेशन का काम शुरू करेंगे और इसमें कुछ समय लगेगा.

Intro:जयपुर - राजधानी में बढ़ते ट्रैफिक दबाव के चलते शहर में हर समय जाम की स्थिति बनी रहती है। खासकर ये जाम परकोटा क्षेत्र में देखने को मिलता है। जहां एक तरफ स्मार्ट सिटी का काम चल रहा है, वहीं शहर ट्रैफिक की समस्या से जूझ रहा है। लेकिन जिम्मेदार समाधान खोजने के बजाय अपनी उपलब्धियां गिनाने में लगे हुए हैं।


Body:राजधानी की सड़कों पर जरूरत से ज्यादा पार्क किये गए वाहनों से लगातार ट्रैफिक का दबाव बढ़ता जा रहा है। खास कर परकोटे में हालात बद से बदतर है। हालांकि ट्रैफिक कंट्रोल बोर्ड लगातार बैठकें कर रहा है, लेकिन उनमें निकालें जाने वाले समाधान कागजों तक सिमटे हुए हैं। हालांकि टीसीबी ने जेडीए और नगर निगम के प्रवर्तन दस्ते को वाहन पार्क करवाने वाले चिन्हित मॉल्स, व्यावसायिक और आवासीय भवनों के विरुद्ध कार्रवाई करने के निर्देश दिए थे। साथ ही फुटपाथों से अतिक्रमण हटाने, विभिन्न घुमावदार रास्तों पर यातायात सुगम बनाने और शहर में ई रिक्शा को जोनवर कलर कोडिंग करने के भी निर्देश दिए गए थे। जिसका अब तक धरातल पर कोई असर देखने को नहीं मिला है। ऐसे में शहर मैं ट्रैफिक व्यवस्था दिन-ब-दिन बिगड़ती चली जा रही है। जिसका कोई समाधान निकलता नहीं दिख रहा। इस संबंध में जब यूडीएच मंत्री शांति धारीवाल से पूछा गया। तो धारीवाल कांग्रेस सरकार की फ्लाईओवर बनाने की उपलब्धि गिनाने लगे। उन्होंने कहा कि कांग्रेस सरकार लगातार समाधान करती आई है। जयपुर का गोपालपुरा बाईपास पर बना पहला फ्लाईओवर कांग्रेस की ही देन है। इसके अलावा जयपुर में बनाए गए लगभग सभी फ्लाईओवर कांग्रेस सरकार ने ही बनाए हैं। उन्होंने कहा कि बीजेपी ने इक्का-दुक्का फ्लाईओवर बनाए। उनका भी काम अधूरा छोड़ दिया, जिसे कांग्रेस ने ही पूरा करवाया। इनमें ट्रांसपोर्ट नगर और खासा कोठी के फ्लाईओवर भी शामिल है। उन्होंने परकोटे में बढ़ते ट्रैफिक दबाव को लेकर कहा कि अभी ड्रोन सर्वे करवाया है। हेरिटेज बिल्डिंग के कंजर्वेशन का काम शुरू करेंगे, इसमें कुछ वक्त लगेगा।
बाईट - शांति धारीवाल, यूडीएच मंत्री


Conclusion:धारीवाल के गोलमोल जवाबों में कहीं भी समाधान नजर नहीं आए। और ना ही ट्रैफिक कंट्रोल बोर्ड की बैठकों में निकले समाधानों को ग्राउंड पर उतारा जा रहा है। ऐसे में जयपुर की ट्रैफिक व्यवस्था का फिलहाल भगवान ही मालिक है।
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