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नहीं रहा नाहरगढ़ बायोलॉजिकल पार्क की शान 'रुद्र'

जयपुर के नाहरगढ़ बायोलॉजिकल पार्क के एक बाघ रुद्र की मंगलवार को मौत हो गई है. बाघ 4 जून से बीमार चल रहा था. नाहरगढ़ पार्क में 1 साल में अब तक चार बिग कैट्स की मौत हुई है.

tiger Rudra died in Jaipur, नाहरगढ़ बायोलॉजिकल पार्क
बाघ रुद्र की मौत
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Published : Jun 9, 2020, 5:19 PM IST

Updated : Jun 9, 2020, 5:28 PM IST

जयपुर. राजधानी के नाहरगढ़ बायोलॉजिकल पार्क से दुखभरी खबर सामने आई है. नाहरगढ़ पार्क में बाघ रुद्र की मौत हो गई है. बाघ 4 जून से बीमार चल रहा था, जिसका उपचार किया जा रहा था. मंगलवार को उपचार के दौरान बाघ की मौत हो गई.

बाघ रुद्र की मौत

रुद्र 18 माह का था. बाघ की मौत के बाद मेडिकल बोर्ड द्वारा टाइगर के शव का पोस्टमार्टम करवाया जा रहा है. पोस्टमार्टम के बाद उसका अंतिम संस्कार किया जाएगा. हालांकि, मौत के कारणों का अभी तक स्पष्ट पता नहीं चल पाया. पोस्टमार्टम रिपोर्ट आने के बाद ही मौत की असली वजह सामने आ पाएगी. टाइगर रुद्र की मौत से वन विभाग के अधिकारियों और कर्मचारियों में दुख की लहर है. अधिकारियों ने पूरे मामले को लेकर दुख जताया है. इस घटना पर वन्यजीव प्रेमियों ने भी दुख जताया है.

यह भी पढ़ें. आम के पेड़ पर कीटनाशक दवाओं के इस्तेमाल पर बैन को लेकर बंटे किसान

बता दें कि 18 महीने पहले बाघिन रंभा ने दो शावकों को जन्म दिया था. बाघिन ने मादा बाघिन रिद्धि और नर बाघ रुद्र को जन्म दिया था. जिनमें से बाघिन रिद्धि की पहले ही मौत हो चुकी है. जयपुर में करीब 14 साल बाद बाघ शावकों का जन्म हुआ था. नाहरगढ़ बायोलॉजिकल पार्क में पिछले 18 महीनों में वन विभाग की आंखों का तारा बने शावक रुद्र दुनिया को अलविदा कह गया.

यह भी पढ़ें. राजस्थान इंटेलिजेंस के ऑपरेशन के आखिरी दिन तक ISI को सैन्य ठिकानों की सूचनाएं भेज रहे थे दोनों जासूस...

नाहरगढ़ में 14 साल के लंबे इंतजार के बाद किसी बाघ का सफल प्रजनन होने के बाद इन नन्हें शावकों को नाहरगढ़ में देखना नसीब हो पाया था. बायोलॉजिकल पार्क में कुछ माह पहले ही एशियाटिक शेरनी सुजैन की मौत हुई थी. उसकी मौत का कारण कैनाईल डिस्टेंपर बताया गया था. दो दिन बाद ही सुजैन के मौत के बाद अचानक रिद्धि की मौत हो गई. लाख जतन के बाद एक शेरनी सुजैन को जूनागढ़ से लाया गया कि शेरों का प्रजनन होगा. उसके बदले 11 वन्यजीव एक्सचेंज में भी दिए गए थे. उसकी भी मौत हो गई.

एक वर्ष में चार बिग कैट्स की हो चुकी है मौत...

राजधानी जयपुर के नाहरगढ़ बायोलॉजिकल पार्क में पिछले साल भी तीन बिग कैट्स की मौत हो चुकी है. बाघिन रंभा के शावक रिद्धि, शेरनी सुजैन और वाइट टाइगर सीता की पहले ही मौत हो चुकी है. वहीं, मंगलवार को टाइगर रुद्र की मौत हो गई. यानी कि एक साल में 4 बिग कैट्स की मौत हो चुकी है. नाहरगढ़ बायोलॉजिकल पार्क में 4 वन्यजीवों की मौत से वन विभाग में शोक का माहौल है.

जयपुर. राजधानी के नाहरगढ़ बायोलॉजिकल पार्क से दुखभरी खबर सामने आई है. नाहरगढ़ पार्क में बाघ रुद्र की मौत हो गई है. बाघ 4 जून से बीमार चल रहा था, जिसका उपचार किया जा रहा था. मंगलवार को उपचार के दौरान बाघ की मौत हो गई.

बाघ रुद्र की मौत

रुद्र 18 माह का था. बाघ की मौत के बाद मेडिकल बोर्ड द्वारा टाइगर के शव का पोस्टमार्टम करवाया जा रहा है. पोस्टमार्टम के बाद उसका अंतिम संस्कार किया जाएगा. हालांकि, मौत के कारणों का अभी तक स्पष्ट पता नहीं चल पाया. पोस्टमार्टम रिपोर्ट आने के बाद ही मौत की असली वजह सामने आ पाएगी. टाइगर रुद्र की मौत से वन विभाग के अधिकारियों और कर्मचारियों में दुख की लहर है. अधिकारियों ने पूरे मामले को लेकर दुख जताया है. इस घटना पर वन्यजीव प्रेमियों ने भी दुख जताया है.

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बता दें कि 18 महीने पहले बाघिन रंभा ने दो शावकों को जन्म दिया था. बाघिन ने मादा बाघिन रिद्धि और नर बाघ रुद्र को जन्म दिया था. जिनमें से बाघिन रिद्धि की पहले ही मौत हो चुकी है. जयपुर में करीब 14 साल बाद बाघ शावकों का जन्म हुआ था. नाहरगढ़ बायोलॉजिकल पार्क में पिछले 18 महीनों में वन विभाग की आंखों का तारा बने शावक रुद्र दुनिया को अलविदा कह गया.

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नाहरगढ़ में 14 साल के लंबे इंतजार के बाद किसी बाघ का सफल प्रजनन होने के बाद इन नन्हें शावकों को नाहरगढ़ में देखना नसीब हो पाया था. बायोलॉजिकल पार्क में कुछ माह पहले ही एशियाटिक शेरनी सुजैन की मौत हुई थी. उसकी मौत का कारण कैनाईल डिस्टेंपर बताया गया था. दो दिन बाद ही सुजैन के मौत के बाद अचानक रिद्धि की मौत हो गई. लाख जतन के बाद एक शेरनी सुजैन को जूनागढ़ से लाया गया कि शेरों का प्रजनन होगा. उसके बदले 11 वन्यजीव एक्सचेंज में भी दिए गए थे. उसकी भी मौत हो गई.

एक वर्ष में चार बिग कैट्स की हो चुकी है मौत...

राजधानी जयपुर के नाहरगढ़ बायोलॉजिकल पार्क में पिछले साल भी तीन बिग कैट्स की मौत हो चुकी है. बाघिन रंभा के शावक रिद्धि, शेरनी सुजैन और वाइट टाइगर सीता की पहले ही मौत हो चुकी है. वहीं, मंगलवार को टाइगर रुद्र की मौत हो गई. यानी कि एक साल में 4 बिग कैट्स की मौत हो चुकी है. नाहरगढ़ बायोलॉजिकल पार्क में 4 वन्यजीवों की मौत से वन विभाग में शोक का माहौल है.

Last Updated : Jun 9, 2020, 5:28 PM IST
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