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जयपुर के घाटगेट का विवादित नारे वाला पुराना वीडियो वायरल, तीन आरोपी गिरफ्तार...शेखावत ने साधा निशाना - Arrest in viral video of Jaipur

सोशल मीडिया पर इन दिनों जयपुर के घाटगेट क्षेत्र का अप्रैल 2021 (Three arrested in controversial viral video in Jaipur) का विवादित वीडियो वायरल हो रहा है. पुलिस ने इस मामले में तीन आरोपियों को गिरफ्तार किया है. इन आरोपियों को पिछले साल भी गिरफ्तार किया गया था. वहीं इस मामले में केंद्रीय जलशक्ति मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत ने गहलोत सरकार पर निशाना साधा है.

Three arrested in controversial viral video in Jaipur
जयपुर के घाटगेट का विवादित नारे वाला पुराना वीडियो वायरल, तीन आरोपी गिरफ्तार
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Published : Jul 20, 2022, 9:26 PM IST

Updated : Jul 20, 2022, 11:17 PM IST

जयपुर. पिछले 2 दिन से अप्रैल 2021 का घाटगेट क्षेत्र का एक विवादित वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा (Old controversial video viral) है. ये वीडियो पुलिस के लिए सिरदर्द बन गया है. इसमें वही विवादित नारा बोलते लोग नजर आ रहे हैं, जो उदयपुर हत्याकांड मामले में सामने आया था. रामगंज थाना पुलिस ने इस मामले में कार्रवाई करते हुए बुधवार को 3 लोगों को गिरफ्तार किया है.

रामगंज एसीपी सुनील प्रसाद शर्मा ने बताया कि अप्रैल 2021 में अरोपियों ने विवादित नारे लगाए थे और वीडियो वायरल किया था. आरोपियों ने कन्हैयालाल हत्याकांड के बाद दोबारा से व्हाट्सएप ग्रुप में वीडियो वायरल किया, तो पुलिस ने रामगंज इलाके से मेहराज अली, सलमान और रफीक को गिरफ्तार किया (Three arrested in controversial viral video in Jaipur) है. पुलिस ने तीनों आरोपियों से पूछताछ के बाद उन्हें बुधवार शाम को कोर्ट में पेश किया. जहां से तीनों को जेल भेज दिया गया. पुलिस की पूछताछ में सामने आया कि आरोपी मेहराज मौलवी बनकर लोगों को नमाज पढ़ाता है और धर्म का प्रचार करता है. कन्हैयालाल हत्याकांड के बाद आरोपी ने धर्म के लोगो को एकजुट करने और धार्मिक कट्टरता फैलाने के लिए वीडियो को वायरल किया. जिसमें उसके साथी सलमान और रफीक ने सहयोग किया.

पढ़ें: राजस्थानः अजमेर से फिर आया विवादित वीडियो सामने, आदिल चिश्ती ने हिंदू देवी-देवताओं के अस्तित्व पर उठाए सवाल

1 साल पहले गिरफ्तार कर किया था पाबंद: डीसीपी नॉर्थ परिस देशमुख ने बताया कि अप्रैल 2021 में लोगों को भड़काने वाला वीडियो वायरल करने पर पुलिस ने 1 साल पहले ही तीनों आरोपी मेहराज अली, सलमान व रफीक को धारा 151 में गिरफ्तार किया था और उन्हें कोर्ट में पेश कर पाबंद करवाया था. वहीं एक बार फिर से आरोपियों ने उदयपुर में हुए कन्हैयालाल हत्याकांड के बाद धार्मिक कट्टरता फैलाने के उद्देश्य से लोगों को भड़काने के लिए 2 दिन पूर्व सोशल मीडिया पर वीडियो वायरल किया.

इस भड़काऊ वीडियो को बड़े पैमाने पर वायरल किया गया और इसे लेकर बीजेपी ने भी कांग्रेस सरकार को आड़े हाथों लेते हुए अनेक तरह के सवालिया निशान खड़े कर दिए. सरकार से लगी फटकार के बाद बुधवार को जयपुर पुलिस ने कार्रवाई करते हुए तीनों आरोपियों को आईपीसी की धारा 153 के तहत लोगों को दंगा भड़काने के इरादे से उकसाने के आरोप में गिरफ्तार कर लिया. इसके साथ ही आरोपियों के साथ और कौन-कौन लोग इस पूरे प्रकरण में शामिल हैं, उनके बारे में जानकारी जुटाई जा रही है और उनके खिलाफ भी पुलिस सख्त एक्शन लेने की तैयारी कर रही है.

वोट बैंक से पहले समाज में शांति और सौहार्द की चिंता करें कांग्रेसी-शेखावत: केंद्रीय जलशक्ति मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत ने सद्भाव बिगाड़ने वाले पुराने वीडियो पर 3 आरोपियों की गिरफ्तारी के बाद राजस्थान सरकार पर हमला बोला. बुधवार को सिलसिलेवार ट्वीट कर शेखावत ने कहा कि जयपुर के घाटगेट में सालभर पहले दहशत फैलाता वीडियो बनाया गया था, जिस पर मामूली कार्रवाई करते हुए मामला रफा-दफा कर दिया गया. वीडियो से फैलते जहर को रोकने की कोशिश न की गई, पिछले हफ्तेभर से यह वीडियो पुन: साजिश की मंशा से वायरल किया जाने लगा.

उन्होंने कहा कि मेरे संज्ञान में आते ही तत्काल मैंने इस पर आपत्ति जताई. कारण यह भी था कि कांग्रेसी उछल-उछल कर दावे कर रहे थे कि वीडियो पुराना है और कार्रवाई की जा चुकी है. केंद्रीय मंत्री ने कहा कि अब वीडियो बनाने वाले 3 आरोपियों की गिरफ्तारी से स्पष्ट होता है कि पुलिस को गंभीरता का अहसास हुआ है. कांग्रेसी जिसे पुरानी बात कहकर खारिज करना चाह रहे थे, वह सद्भाव बिगाड़ने का षड्यंत्र भी हो सकता है. उन्होंने कहा कि कांग्रेसियों को वोट बैंक से पहले समाज में शांति और सौहार्द की चिंता करनी चाहिए़.

पढ़ें: Hate Speech Case : अजमेर से चौथा विवादित वीडियो आया सामने, आदिल चिश्ती ने हिंदू देवी-देवताओं के अस्तित्व पर उठाए सवाल...

उदयपुर में तीन लोगों को जान से मारने की धमकी: उदयपुर में कन्हैयालाल हत्याकांड के बाद दो व्यापारियों और एक सेल्समैन को जान से मारने की धमकी मिली थी. लेकिन इन मामलों में पुलिस के हाथ खाली नजर आ रहे हैं. दरअसल पिछले दिनों उदयपुर के धानमंडी थाना इलाके के 500 मीटर दूर दो व्यापारियों को जान से मारने की व्हाट्सएप मैसेज के माध्यम से धमकी मिली थी. इसके दूसरे दिन ही एक सेल्समैन को बाइक सवार दो युवकों ने जान से मारने की धमकी दी. दोनों व्यापारियों को मिली धमकी के व्हाट्सएप मैसेज में युवक ने एक फोटो भी व्हाट्सएप की थी. जिसमें एक युवक हाथ में बंदूक लेकर बैठा हुआ नजर आ रहा था.

पढ़ें: Salman Chishti Hate speech: आरोपी सलमान चिश्ती को न्यायिक मजिस्ट्रेट के समक्ष पेश किया, हाई सिक्योरिटी जेल भेजा गया

डराने की कोशिश: इस मामले में बदमाशों ने फेक फोटो का इस्तेमाल कर दुकानदारों को धमकी देने का काम किया. जिस युवक की फोटो व्यापारियों को भेजी गई वह जालौर का रहने वाला बताया जा रहा है. बदमाशों ने युवक की फोटो सोशल मीडिया अकाउंट से डाउनलोड कर इसे उपयोग में लिया. पुलिस जांच में सामने आया कि इस युवक के पास लाइसेंसी बंदूक है. इस युवक का अब तक कोई अपराधिक रिकॉर्ड नहीं आया है. एसपी विकास शर्मा ने बताया कि जो फोटो भेजा गया है, वह फर्जी है. इसके बारे में संबंधित पुलिस से बातचीत की जा रही है और जांच जारी है. रविवार को सेल्समैन को बाइक सवार दो लोगों ने जान से मारने की धमकी दी थी. इस मामले में पुलिस का कहना है कि जांच की जा रही है.

जयपुर. पिछले 2 दिन से अप्रैल 2021 का घाटगेट क्षेत्र का एक विवादित वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा (Old controversial video viral) है. ये वीडियो पुलिस के लिए सिरदर्द बन गया है. इसमें वही विवादित नारा बोलते लोग नजर आ रहे हैं, जो उदयपुर हत्याकांड मामले में सामने आया था. रामगंज थाना पुलिस ने इस मामले में कार्रवाई करते हुए बुधवार को 3 लोगों को गिरफ्तार किया है.

रामगंज एसीपी सुनील प्रसाद शर्मा ने बताया कि अप्रैल 2021 में अरोपियों ने विवादित नारे लगाए थे और वीडियो वायरल किया था. आरोपियों ने कन्हैयालाल हत्याकांड के बाद दोबारा से व्हाट्सएप ग्रुप में वीडियो वायरल किया, तो पुलिस ने रामगंज इलाके से मेहराज अली, सलमान और रफीक को गिरफ्तार किया (Three arrested in controversial viral video in Jaipur) है. पुलिस ने तीनों आरोपियों से पूछताछ के बाद उन्हें बुधवार शाम को कोर्ट में पेश किया. जहां से तीनों को जेल भेज दिया गया. पुलिस की पूछताछ में सामने आया कि आरोपी मेहराज मौलवी बनकर लोगों को नमाज पढ़ाता है और धर्म का प्रचार करता है. कन्हैयालाल हत्याकांड के बाद आरोपी ने धर्म के लोगो को एकजुट करने और धार्मिक कट्टरता फैलाने के लिए वीडियो को वायरल किया. जिसमें उसके साथी सलमान और रफीक ने सहयोग किया.

पढ़ें: राजस्थानः अजमेर से फिर आया विवादित वीडियो सामने, आदिल चिश्ती ने हिंदू देवी-देवताओं के अस्तित्व पर उठाए सवाल

1 साल पहले गिरफ्तार कर किया था पाबंद: डीसीपी नॉर्थ परिस देशमुख ने बताया कि अप्रैल 2021 में लोगों को भड़काने वाला वीडियो वायरल करने पर पुलिस ने 1 साल पहले ही तीनों आरोपी मेहराज अली, सलमान व रफीक को धारा 151 में गिरफ्तार किया था और उन्हें कोर्ट में पेश कर पाबंद करवाया था. वहीं एक बार फिर से आरोपियों ने उदयपुर में हुए कन्हैयालाल हत्याकांड के बाद धार्मिक कट्टरता फैलाने के उद्देश्य से लोगों को भड़काने के लिए 2 दिन पूर्व सोशल मीडिया पर वीडियो वायरल किया.

इस भड़काऊ वीडियो को बड़े पैमाने पर वायरल किया गया और इसे लेकर बीजेपी ने भी कांग्रेस सरकार को आड़े हाथों लेते हुए अनेक तरह के सवालिया निशान खड़े कर दिए. सरकार से लगी फटकार के बाद बुधवार को जयपुर पुलिस ने कार्रवाई करते हुए तीनों आरोपियों को आईपीसी की धारा 153 के तहत लोगों को दंगा भड़काने के इरादे से उकसाने के आरोप में गिरफ्तार कर लिया. इसके साथ ही आरोपियों के साथ और कौन-कौन लोग इस पूरे प्रकरण में शामिल हैं, उनके बारे में जानकारी जुटाई जा रही है और उनके खिलाफ भी पुलिस सख्त एक्शन लेने की तैयारी कर रही है.

वोट बैंक से पहले समाज में शांति और सौहार्द की चिंता करें कांग्रेसी-शेखावत: केंद्रीय जलशक्ति मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत ने सद्भाव बिगाड़ने वाले पुराने वीडियो पर 3 आरोपियों की गिरफ्तारी के बाद राजस्थान सरकार पर हमला बोला. बुधवार को सिलसिलेवार ट्वीट कर शेखावत ने कहा कि जयपुर के घाटगेट में सालभर पहले दहशत फैलाता वीडियो बनाया गया था, जिस पर मामूली कार्रवाई करते हुए मामला रफा-दफा कर दिया गया. वीडियो से फैलते जहर को रोकने की कोशिश न की गई, पिछले हफ्तेभर से यह वीडियो पुन: साजिश की मंशा से वायरल किया जाने लगा.

उन्होंने कहा कि मेरे संज्ञान में आते ही तत्काल मैंने इस पर आपत्ति जताई. कारण यह भी था कि कांग्रेसी उछल-उछल कर दावे कर रहे थे कि वीडियो पुराना है और कार्रवाई की जा चुकी है. केंद्रीय मंत्री ने कहा कि अब वीडियो बनाने वाले 3 आरोपियों की गिरफ्तारी से स्पष्ट होता है कि पुलिस को गंभीरता का अहसास हुआ है. कांग्रेसी जिसे पुरानी बात कहकर खारिज करना चाह रहे थे, वह सद्भाव बिगाड़ने का षड्यंत्र भी हो सकता है. उन्होंने कहा कि कांग्रेसियों को वोट बैंक से पहले समाज में शांति और सौहार्द की चिंता करनी चाहिए़.

पढ़ें: Hate Speech Case : अजमेर से चौथा विवादित वीडियो आया सामने, आदिल चिश्ती ने हिंदू देवी-देवताओं के अस्तित्व पर उठाए सवाल...

उदयपुर में तीन लोगों को जान से मारने की धमकी: उदयपुर में कन्हैयालाल हत्याकांड के बाद दो व्यापारियों और एक सेल्समैन को जान से मारने की धमकी मिली थी. लेकिन इन मामलों में पुलिस के हाथ खाली नजर आ रहे हैं. दरअसल पिछले दिनों उदयपुर के धानमंडी थाना इलाके के 500 मीटर दूर दो व्यापारियों को जान से मारने की व्हाट्सएप मैसेज के माध्यम से धमकी मिली थी. इसके दूसरे दिन ही एक सेल्समैन को बाइक सवार दो युवकों ने जान से मारने की धमकी दी. दोनों व्यापारियों को मिली धमकी के व्हाट्सएप मैसेज में युवक ने एक फोटो भी व्हाट्सएप की थी. जिसमें एक युवक हाथ में बंदूक लेकर बैठा हुआ नजर आ रहा था.

पढ़ें: Salman Chishti Hate speech: आरोपी सलमान चिश्ती को न्यायिक मजिस्ट्रेट के समक्ष पेश किया, हाई सिक्योरिटी जेल भेजा गया

डराने की कोशिश: इस मामले में बदमाशों ने फेक फोटो का इस्तेमाल कर दुकानदारों को धमकी देने का काम किया. जिस युवक की फोटो व्यापारियों को भेजी गई वह जालौर का रहने वाला बताया जा रहा है. बदमाशों ने युवक की फोटो सोशल मीडिया अकाउंट से डाउनलोड कर इसे उपयोग में लिया. पुलिस जांच में सामने आया कि इस युवक के पास लाइसेंसी बंदूक है. इस युवक का अब तक कोई अपराधिक रिकॉर्ड नहीं आया है. एसपी विकास शर्मा ने बताया कि जो फोटो भेजा गया है, वह फर्जी है. इसके बारे में संबंधित पुलिस से बातचीत की जा रही है और जांच जारी है. रविवार को सेल्समैन को बाइक सवार दो लोगों ने जान से मारने की धमकी दी थी. इस मामले में पुलिस का कहना है कि जांच की जा रही है.

Last Updated : Jul 20, 2022, 11:17 PM IST
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