जयपुर. राजस्थान विधानसभा के बजट सत्र में गुरुवार से सदन में राज्यपाल के अभिभाषण पर वाद विवाद यानी बहस शुरू हो गई है. सदन के भीतर राज्यपाल के अभिभाषण पर कुल 16 घंटे तक विधायक गण अपना अपना पक्ष रख सकते हैं. इसके लिए राजस्थान विधानसभा अध्यक्ष डॉक्टर सीपी जोशी ने राजनीतिक दलों में समय का बंटवारा कर दिया है.
सीपी जोशी ने सदन में इसकी जानकारी देकर बताया कि कुल 16 घंटे अभिभाषण पर वाद विवाद होगा. जिसमें से कांग्रेस के विधायकों को सर्वाधिक 8 घंटे 29 मिनट का समय दिया गया है. इसी तरह बीजेपी को 5 घंटे 48 मिनट का समय दिया गया है. वहीं राष्ट्रीय लोकतांत्रिक पार्टी को 15 मिनट, CPIM को 10 मिनट, भारतीय ट्राइबल पार्टी को 10 मिनट, राष्ट्रीय लोकदल को 5 मिनट और निर्दलीय विधायकों को एक घंटा 3 मिनट का समय आवंटित किया गया है.
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विधानसभा के पटल पर शून्यकाल के दौरान सरकारी मुख्य सचेतक डॉ. महेश जोशी ने भी बिजनेस एडवाइजरी कमिटी का वार्षिक प्रतिवेदन सदन में रखा. जिसमें आगामी दिनों के लिए सदन में होने वाले कामकाज का ब्यौरा प्रस्तुत किया गया. जिसमें बताया गया कि 15 फरवरी को सरकार की ओर से अभिभाषण पर मुख्यमंत्री अशोक गहलोत अपना पक्ष को सदन में रखेंगे.