जयपुर. साल 2012 में तत्काल गहलोत सरकार ने आमेर मावठा में बीसलपुर बांध की पाइप लाइन डालकर मावठा झील को भरा था. जिसके बाद भाजपा सरकार के आते ही बीसलपुर पाइप लाइन से मावठे में पानी की आवक को बंद कर दिया गया था. जिसके बाद से ही आमेर गांव पानी के अभाव में सूखा हुआ है.
वहीं अब लोग मांग कर रहे है कि बीसलपुर बांध के ओवरफ्लो पानी को आमेर के मावठा में भरा जाए. तीन करोड़ की लागत से जलदाय विभाग द्वारा पानी लाइन डाली गई थी. जिसके सदुपयोग करते हुए आमेर मावठे में पानी लाया जाए. मावठे के पानी से लोगों की आस्था का जुड़ाव है जहां रोजाना लोग मछलियों को दाना डालते हैं. साथ ही लोगों के फोड़े फुंसी को खत्म करने के लिए आमेर मावठे का पानी वरदान साबित होता है.
आमेर विकास समिति ने बुधवार को मीटिंग करके यह फैसला लिया है कि गहलोत सरकार से आमेर मावठे को बीसलपुर पानी से भरे जाने की मांग की जाएगी. साथ ही एक प्रतिनिधिमंडल मुख्यमंत्री अशोक गहलोत, मंत्री बीड़ी कल्ला और विश्वेंद्र सिंह से मिलकर बीसलपुर पाइप लाइन को फिर से शुरू करने की मांग करेगा. जिससे आमेर का जलस्तर बढ़ेगा और कई सालों से पानी की समस्या से जूझ रहे आमेर वासियों को पानी की समस्या से निजात मिलेगी.