जयपुर. केंद्रीय मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत ने कथित फोन टैपिंग के मामले में दिल्ली में एक एफआईआर दर्ज करवाई है, जिसके बाद प्रदेश की राजनीति फिर परवान पर है. राजस्थान के सरकारी मुख्य सचेतक महेश जोशी और परिवहन मंत्री प्रताप सिंह खाचरियावास ने गजेंद्र सिंह शेखावत पर जुबानी हमला बोला है. साथ ही एफआईआर को एक षड्यंत्र करार दिया है.
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मुख्य सचेतक महेश जोशी ने कहा कि उनकी एफआईआर को देखकर पढ़ेंगे और देखेंगे कि आखिर उसमें किन मुद्दों को उठाया गया है. उन्होंने काउंटर सवाल करते हुए कहा कि गजेंद्र सिंह अपने कथित फोन में आवाज का सैंपल क्यों नहीं दे रहे हैं और ना ही अपनी आवाज होने की स्वीकारोक्ति तो नहीं, इसके उलट एफआईआर दर्ज कराई जा रही है.
FIR दर्ज कराने के पीछे एक बड़ी साजिश है: जोशी
महेश जोशी ने कहा कि यही नहीं इसके पीछे बड़ी साजिश है और बीजेपी चुनी हुई सरकारों को गिराने के हथकंडे अपनाती है. इस मामले में भी भाजपा किसी भी स्तर तक जा सकती है और सीबीआई, ईडी जैसी एजेंसियों को शामिल करने की मंशा हो सकती है.
बीजेपी कोई षड्यंत्र रच रही है: खाचरियावास
वहीं, परिवहन मंत्री प्रताप सिंह खाचरियावास ने कहा कि कथित फोन टैपिंग को लेकर आज एक साल होने को आया है और एक वर्ष बाद गजेंद्र सिंह शेखावत जागे हैं. इसका मतलब दिल्ली में कोई न कोई षड्यंत्र चल रहा है. केंद्र की बीजेपी सरकार और गजेंद्र सिंह शेखावत सब मिलकर कोई षड्यंत्र रच रहे हैं.
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कांग्रेस किसी षड्यंत्र से नहीं डरती है: खाचरियावास
खाचरियावास ने कहा कि यदि तकलीफ भी है तो गजेंद्र सिंह जोधपुर और जयपुर में मुकदमा दर्ज करवाते और जब उनका कथित फोन टैपिंग में नाम आया उसी दिन मुकदमा करवाना चाहिए था, लेकिन अब अचानक जाग उठे. उन्होंने कहा कि केंद्र सरकार के नेता और उनकी सरकार सबसे ज्यादा फोन टैपिंग करवाते हैं. ये सिर्फ एक राजनीतिक षड्यंत्र है और उसी के तहत उन्होंने मुकदमा दर्ज करवाया है. इस तरह के षड्यंत्र से हम डरते नहीं हैं.