जयपुर. राजस्थान शिक्षक पात्रता परीक्षा (रीट) 2021, एसआई और जेईएन भर्ती में धांधलियों की सीबीआई से जांच करवाने सहित अन्य मांगों को लेकर प्रदेश के बेरोजगारों ने सरकार के खिलाफ मोर्चा खोल रखा है. राजस्थान बेरोजगार एकीकृत महासंघ के प्रदेशाध्यक्ष उपेन यादव तीन दिन से अनशन पर बैठे हैं. उनका कहना है कि अभी तक न तो मेडिकल टीम जांच के लिए पहुंची और न ही सरकार की तरफ से बातचीत को लेकर पहल की गई है.
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दरअसल, राजधानी जयपुर के शहीद स्मारक पर बेरोजगारों का महापड़ाव चल रहा है. प्रदेशभर से आए बेरोजगार धरने पर बैठे हैं और उपेन यादव आमरण अनशन कर रहे हैं. आज उनके अनशन का तीसरा दिन है. उनका कहना है कि अभी तक सरकार की तरफ से वार्ता का कोई प्रस्ताव नहीं आया है. हमने पहले ही दिन स्पष्ट कर दिया था कि हम बातचीत के लिए नहीं जाएंगे, अब जो भी बातचीत होगी वो अनशनस्थल पर ही होगी.
शनिवार को तीसरा दिन है. अभी तक मेडिकल टीम भी नहीं आई है, जो सरकार की संवेदनहीनता का उदाहरण है. उनका कहना है कि 21 सूत्रीय मांगों को लेकर उनका महापड़ाव लगातार जारी रहेगा. इस बार हमने आरपार की लड़ाई का एलान कर रखा है. अब भी यदि सरकार हमारी मांगों पर सुनवाई नहीं करती है तो इसके गंभीर परिणाम भुगतने पड़ेंगे.
रीट पर्चा लीक मामले की जांच सीबीआई से करवाने में शिक्षा मंत्री को क्या दिक्कत है
उपेन यादव का कहना है कि रीट और एसआई भर्ती के पेपर आउट मामले की जांच सीबीआई से करवाने में सरकार और शिक्षा मंत्री को क्या दिक्कत है. रीट-2018 शिक्षक भर्ती को पूरा करने में क्या एतराज है. हमारी बाकी की मांगें भी जायज हैं और उन्हें पूरा करने में सरकार को क्या एतराज है. इसी बात को लेकर हमारा संघर्ष चल रहा है. अभी तक आश्वासन के अलावा हमें कुछ नहीं मिला है, लेकिन इस बार हम आरपार की लड़ाई का एलान कर चुके हैं और जब तक मांगें पूरी नहीं होंगी. तब तक हमारा संघर्ष जारी रहेगा.