जयपुर. राज्यसभा के रण में देश में विधायकों की खरीद-फरोख्त बड़ा मुद्दा बन गया है. कांग्रेस विधायकों निर्दलीय, बीटीपी, राष्ट्रीय लोक दल के विधायक अब कांग्रेस की बाड़ाबंदी में पहुंच चुके हैं. खुद मुख्यमंत्री अशोक गहलोत 2 दिन से रात को भी रिसॉर्ट में ही रुक रहे हैं. हालांकि, सैद्धांतिक तौर पर मार्क्सवादी कम्युनिस्ट पार्टी भी कांग्रेस के प्रत्याशी को ही मतदान करेगी. लेकिन, उनकी ओर से समर्थन पत्र 16 जून को जयपुर में होने वाली विधायक दल की बैठक के बाद ही जारी किया जाएगा.
हालांकि, निजी कारणों के चलते कुछ मंत्री और विधायक अभी रिसॉर्ट पॉलिटिक्स का हिस्सा नहीं बने हैं. जिनमें मंत्री लालचंद कटारिया, मंत्री रमेश मीणा मंत्री, मास्टर भंवर लाल मेघवाल जो अस्पताल में भर्ती है, विधायक भरत सिंह, विधायक वाजिब अली जो अभी विदेश में हैं, शामिल हैं. वहीं विधायक परसराम मोरदिया का अभी हाल ही में बड़ा ऑपरेशन हुआ था उसके चलते उन्हें घर रहने की इजाजत दी गई है. विधायक रामनारायण मीणा को उनके घरेलू कार्यक्रम में शामिल होने के चलते कोटा जाने की इजाजत दी गई है. वह 16 जून को वापस लौट आएंगे.
पढ़ेंः राजस्थान में कोरोना के 230 नए केस, 7 मरीजों की मौत, आंकड़ा पहुंचा 12068
वहीं उप मुख्यमंत्री सचिन पायलट और कैबिनेट मंत्री विश्वेंद्र सिंह भी रात को अपने घर चले जाते हैं. फिर सुबह वापस रिसॉर्ट में लौट आते हैं. इसी तरीके से सीपी जोशी स्पीकर के संवैधानिक पद पर होने के चलते इस पूरे कार्यक्रम से दूर हैं. इस तरह से जिन 125 वोट की बात कांग्रेस की ओर से की जा रही है उनमें से मास्टर भंवरलाल जो गुड़गांव के एक निजी अस्पताल में भर्ती हैं कांग्रेस पार्टी ने चुनाव आयोग से मास्टर भंवरलाल को लेकर राय भी मांगी है. जिसका सुझाव आना अभी बाकी है.
पढ़ेंः विधायकों को खरीद-फरोख्त से बचाने के लिए एक जगह रखा जा रहा है : अविनाश पांडे
वहीं बाकी 124 वोट कांग्रेस के कंट्रोल में हैं. जबकि कांग्रेस पार्टी को जीत के लिए 2 सीटों पर महज 102 वोट की जरूरत है. शनिवार को तमाम विधायकों की 12 बजे से लेकर 1ः30 बजे तक कार्यशाला आयोजित हुई है. जो कांग्रेस पर्यवेक्षक और राष्ट्रीय प्रवक्ता रणदीप सुरजेवाला की अध्यक्षता में हुई. तो वहीं विधायकों के मनोरंजन के लिए शाम 6 से 8 तक सांस्कृतिक कार्यक्रम भी होगा.