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संदेहास्पद लेन-देन, वितरण और अवैध शराब पर रखी जाए कड़ी नजर, ताकि स्वतंत्र-निष्पक्ष और शांतिपूर्ण हो सके चुनाव - मुख्य निर्वाचन अधिकारी - Chief Electoral Officer Praveen Gupta

प्रदेश में होने वाले उपचुनावों की तारीखों की घोषणा हो चुकी है. जिसे लेकर जयपुर में गुरुवार को मुख्य निर्वाचन अधिकारी प्रवीण गुप्ता ने नोडल अधिकारियों की बैठक ली. इस दौरान उन्होंने कहा कि चुनाव में नगद राशि और शराब के दुरुपयोग की आंशका सर्वाधिक रहती है, ऐसे में न केवल संदेहास्पद धन राशि पर कड़ी नजर रखी जाए बल्कि शराब के वितरण, स्टॉक पर भी निगरानी रखें.

उपचुनाव की तारीखों का एलान, Nodal Officers Meeting in jaipur
उपचुनाव को शांतिपूर्ण ढंग से कराने के लिए मुख्य निर्वाचन अधिकारी ने ली बैठक
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Published : Mar 18, 2021, 5:09 PM IST

जयपुर. उपचुनाव की तारीखों का एलान होने के साथ ही राज्य निर्वाचन विभाग चुनाव शांतिपूर्ण कराने की तैयारियों में जुट गया है. मुख्य निर्वाचन अधिकारी प्रवीण गुप्ता ने कहा कि प्रदेश के 3 जिलों में होने वाले विधानसभा उप चुनाव के दौरान आबकारी, पुलिस, आयकर, नारकोटिक्स और अन्य विभाग ऐसे समन्वय के साथ काम करें कि उप चुनाव में किसी भी तरह की संदेहास्पद गतिविधि को रोका जा सके.

मुख्य निर्वाचन अधिकारी गुरुवार को सचिवालय स्थित में आयोजित विभिन्न विभागों के नोडल अधिकारियों की बैठक को संबोधित कर रहे थे. उन्होंने कहा कि चुनाव में नगद राशि और शराब के दुरुपयोग की आंशका सर्वाधिक रहती है, ऐसे में न केवल संदेहास्पद धन राशि पर कड़ी नजर रखी जाए बल्कि शराब के वितरण, स्टॉक पर भी निगरानी रखें.

गुप्ता ने आबकारी आयुक्त डॉ. जोगाराम को सीमावर्ती राज्यों से आने वाली अवैध शराब पर निगरानी रखने, अवैध वितरण पर प्रभावी नियंत्रण और इनकी जब्ती की कार्रवाई करने के निर्देश दिए. उन्होंने कहा कि सभी शराब की आपूर्ति वाले गोदामों पर 24x7 सीसीटीवी कैमरे और सुरक्षा बलों की ओर से समुचित निगरानी रखी जाए. साथ ही शराब की दुकानों पर होने वाले बिक्री पर भी कड़ी नजर रखने, शराब ब्रिक्री का बिल देकर ग्राहक का नाम, मोबाइल नंबर रखने के भी निर्देश दिए.

गुप्ता ने पुलिस विभाग से आदर्श आचार संहिता के उल्लघन के मामलों में भी त्वरित कार्रवाई करने, अवैध हथियार, मदिरा और वाहनों के विरुद्ध प्रभावी कार्यवाही करने, एसीबी नारकोटिक्स और आयकर टीमों को सहयोग करने के निर्देश दिए. उन्होंने आयकर विभाग के नोडल अधिकारियों को एसएसटी (स्टेटिक सर्विलांस टीम) और एफएसटी (फ्लाइंग स्क्वायड टीम) की ओर से 10 लाख से अधिक धनराशि जब्त होने पर तुरंत कार्रवाई करने, चिन्हित किए गए निर्वाचन व्यय संवेदनशील विधानसभा क्षेत्रों और व्यय संवेदनशील पॉकेट्स पर कड़ी निगरानी रखने के भी निर्देश दिए.

उन्होंने कहा कि आयकर विभाग में किसी भी सूचना प्राप्त होने पर स्वतः प्रभावी कार्यवाही करना सुनिश्चित करे. मुख्य निर्वाचन अधिकारी ने वाणिज्य कर विभाग को निर्देश दिए कि वे सभी संबंधित जिलों में नियंत्रण कक्ष की स्थापना कर उसके टोल फ्री नंबर को सार्वजनिक करे. साथ ही जिला स्तर पर विभागीय मोबाइल दल बनाएं.

उन्होंने कहा कि अवैध रूप से बंटने वाली सामग्री जैसे धोती, कुर्ता, साड़ी, टी-शर्ट आदि के वितरण को रोकने और सूचना प्राप्त होते ही तुरन्त कार्रवाई कर अत्यधिक मात्रा में सामग्री का स्टॉक किए जाने की भी जांच की जाए. अतिरिक्त मुख्य निर्वाचन अधिकारी कृष्ण कुणाल ने नारकोटिक्स विभाग के अधिकारियों को जिला स्तर पर दलों के गठन, तीनों जिलों में मादक पदार्थों के उत्पादन क्षेत्रों पर निगरानी रखने, किसी भी जब्ती की सूचना तुरंत देने के निर्देश दिए.

पढ़ें- उपचुनाव की जंग: बीजेपी प्रदेश प्रभारी अरुण सिंह 20 से 22 मार्च तक रहेंगे राजस्थान के दौरे पर, राजसमंद और भीलवाड़ा में लेंगे बैठके

उन्होंने कहा कि पूर्व के प्रकरणों के आधार पर ऐसे क्षेत्रों की पहचान भी की जाए जहां अवैध गतिविधियों के अधिक होने की आशंका हो. कुणाल ने बैंक के नोडल अधिकारियों को कहा कि वे किसी भी तरह के संदेहास्पद लेन-देन पर कडी नजर रखें. उन्होंने कहा कि एटीएम में सामान्य से अधिक बार में करेंसी रिफिल करने, 10 लाख से अधिक रुपए की राशि के लेन-देन की सूचना आयकर विभाग को देने के भी निर्देश दिए.

उन्होंने एयरपोर्ट अथोरिटी के अधिकारियों से संबंधित जिलों के एयरपोर्ट्स पर कड़ी निगरानी रखने, चार्टर प्लेंस के यात्रा की सूचना समय पर देने और संदेहास्पद नकद राशि पर भी नजर रखने के निर्देश दिए.बैठक में नोडल आफिसर (पुलिस) पी. रामजी, यूएल छनवाल, आयकर विभाग से अभिषेक शर्मा, आरपीएफ से राजीव कुमार यादव, वाणिज्य कर विभाग से राजीव कुमार, बैंक ऑफ बड़ोदा के चीफ मैनेजेर जयेश सांघी के अलावा एयरपोर्ट, नारकोटिक्स, वाणिज्य कर, सीआईएसएफ, आरपीएफ सहित संबंधित अधिकारी उपस्थित थे.

जयपुर. उपचुनाव की तारीखों का एलान होने के साथ ही राज्य निर्वाचन विभाग चुनाव शांतिपूर्ण कराने की तैयारियों में जुट गया है. मुख्य निर्वाचन अधिकारी प्रवीण गुप्ता ने कहा कि प्रदेश के 3 जिलों में होने वाले विधानसभा उप चुनाव के दौरान आबकारी, पुलिस, आयकर, नारकोटिक्स और अन्य विभाग ऐसे समन्वय के साथ काम करें कि उप चुनाव में किसी भी तरह की संदेहास्पद गतिविधि को रोका जा सके.

मुख्य निर्वाचन अधिकारी गुरुवार को सचिवालय स्थित में आयोजित विभिन्न विभागों के नोडल अधिकारियों की बैठक को संबोधित कर रहे थे. उन्होंने कहा कि चुनाव में नगद राशि और शराब के दुरुपयोग की आंशका सर्वाधिक रहती है, ऐसे में न केवल संदेहास्पद धन राशि पर कड़ी नजर रखी जाए बल्कि शराब के वितरण, स्टॉक पर भी निगरानी रखें.

गुप्ता ने आबकारी आयुक्त डॉ. जोगाराम को सीमावर्ती राज्यों से आने वाली अवैध शराब पर निगरानी रखने, अवैध वितरण पर प्रभावी नियंत्रण और इनकी जब्ती की कार्रवाई करने के निर्देश दिए. उन्होंने कहा कि सभी शराब की आपूर्ति वाले गोदामों पर 24x7 सीसीटीवी कैमरे और सुरक्षा बलों की ओर से समुचित निगरानी रखी जाए. साथ ही शराब की दुकानों पर होने वाले बिक्री पर भी कड़ी नजर रखने, शराब ब्रिक्री का बिल देकर ग्राहक का नाम, मोबाइल नंबर रखने के भी निर्देश दिए.

गुप्ता ने पुलिस विभाग से आदर्श आचार संहिता के उल्लघन के मामलों में भी त्वरित कार्रवाई करने, अवैध हथियार, मदिरा और वाहनों के विरुद्ध प्रभावी कार्यवाही करने, एसीबी नारकोटिक्स और आयकर टीमों को सहयोग करने के निर्देश दिए. उन्होंने आयकर विभाग के नोडल अधिकारियों को एसएसटी (स्टेटिक सर्विलांस टीम) और एफएसटी (फ्लाइंग स्क्वायड टीम) की ओर से 10 लाख से अधिक धनराशि जब्त होने पर तुरंत कार्रवाई करने, चिन्हित किए गए निर्वाचन व्यय संवेदनशील विधानसभा क्षेत्रों और व्यय संवेदनशील पॉकेट्स पर कड़ी निगरानी रखने के भी निर्देश दिए.

उन्होंने कहा कि आयकर विभाग में किसी भी सूचना प्राप्त होने पर स्वतः प्रभावी कार्यवाही करना सुनिश्चित करे. मुख्य निर्वाचन अधिकारी ने वाणिज्य कर विभाग को निर्देश दिए कि वे सभी संबंधित जिलों में नियंत्रण कक्ष की स्थापना कर उसके टोल फ्री नंबर को सार्वजनिक करे. साथ ही जिला स्तर पर विभागीय मोबाइल दल बनाएं.

उन्होंने कहा कि अवैध रूप से बंटने वाली सामग्री जैसे धोती, कुर्ता, साड़ी, टी-शर्ट आदि के वितरण को रोकने और सूचना प्राप्त होते ही तुरन्त कार्रवाई कर अत्यधिक मात्रा में सामग्री का स्टॉक किए जाने की भी जांच की जाए. अतिरिक्त मुख्य निर्वाचन अधिकारी कृष्ण कुणाल ने नारकोटिक्स विभाग के अधिकारियों को जिला स्तर पर दलों के गठन, तीनों जिलों में मादक पदार्थों के उत्पादन क्षेत्रों पर निगरानी रखने, किसी भी जब्ती की सूचना तुरंत देने के निर्देश दिए.

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उन्होंने कहा कि पूर्व के प्रकरणों के आधार पर ऐसे क्षेत्रों की पहचान भी की जाए जहां अवैध गतिविधियों के अधिक होने की आशंका हो. कुणाल ने बैंक के नोडल अधिकारियों को कहा कि वे किसी भी तरह के संदेहास्पद लेन-देन पर कडी नजर रखें. उन्होंने कहा कि एटीएम में सामान्य से अधिक बार में करेंसी रिफिल करने, 10 लाख से अधिक रुपए की राशि के लेन-देन की सूचना आयकर विभाग को देने के भी निर्देश दिए.

उन्होंने एयरपोर्ट अथोरिटी के अधिकारियों से संबंधित जिलों के एयरपोर्ट्स पर कड़ी निगरानी रखने, चार्टर प्लेंस के यात्रा की सूचना समय पर देने और संदेहास्पद नकद राशि पर भी नजर रखने के निर्देश दिए.बैठक में नोडल आफिसर (पुलिस) पी. रामजी, यूएल छनवाल, आयकर विभाग से अभिषेक शर्मा, आरपीएफ से राजीव कुमार यादव, वाणिज्य कर विभाग से राजीव कुमार, बैंक ऑफ बड़ोदा के चीफ मैनेजेर जयेश सांघी के अलावा एयरपोर्ट, नारकोटिक्स, वाणिज्य कर, सीआईएसएफ, आरपीएफ सहित संबंधित अधिकारी उपस्थित थे.

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