जयपुर. डीजीपी एमएल लाठर ने रिजर्व पुलिस लाइन में रहने वाले पुलिस कर्मियों को बेहतर सुविधाएं मुहैया कराने को लेकर तमाम रेंज आईजी और जिला एसपी को रिजर्व पुलिस लाइन में आदर्श बैरक बनाने के निर्देश दिए. इसके बाद इस ओर सबसे पहले जयपुर पुलिस कमिश्नरेट की ओर से पहल की गई और फरवरी माह में जयपुर रिजर्व पुलिस लाइन में आदर्श बैरक का निर्माण किया गया.
इसका उद्घाटन डीजीपी एमएल लाठर ने किया और साथ ही रिजर्व पुलिस लाइन की अन्य बैरक को भी आदर्श बनाने के निर्देश दिए. हालांकि कोरोना की दूसरी लहर के चलते अन्य आदर्श बैरक बनाने का काम शुरू नहीं किया जा सका. वहीं अब पुलिस लाइन में रहने वाले पुलिसकर्मियों ने अपने स्तर पर ही बैरक को आदर्श बनाने का काम शुरू कर दिया है.
डीसीपी हेडक्वार्टर डॉ. अमृता दुहन ने बताया की रिजर्व पुलिस लाइन में जिस आदर्श बैरक का निर्माण किया गया है, उसमें तमाम सुविधाएं पुलिस कर्मियों के लिए मौजूद हैं. एक बैरक में 12 या उससे अधिक पुलिसकर्मी रहते हैं और वह एक दूसरे के क्रियाकलापों को प्रभावित न करें, इसके लिए सभी के अलग वार्डरोब और व्यवस्था की गई है. आदर्श बैरक में पुलिस कर्मियों को दी जाने वाली सुविधाओं से प्रभावित होकर रिजर्व पुलिस लाइन में सामान्य बैरक में रहने वाले पुलिसकर्मियों ने अपने स्तर पर ही बैरक को आदर्श बनाने का जिम्मा उठाया है. ऐसे में पुलिस की आदर्श बैरक किसी होटल के डॉर्मेटरी से कम नहीं होगी.
साफ-सफाई से लेकर रखरखाव तक की जिम्मेदारी पुलिसकर्मियों की
आदर्श बैरक की व्यवस्थाओं को देखकर ठीक उसी प्रकार से पुलिसकर्मी सामान्य बैरक में व्यवस्थाओं का विस्तार करते हुए उसे आदर्श बैरक का रूप देने में जुटे हुए हैं. जहां पर साफ-सफाई से लेकर बैरक के रखरखाव की तमाम जिम्मेदारी पुलिसकर्मी स्वयं ही उठा रहे हैं. इसके साथ ही यदि किसी सामान की आवश्यकता पड़ रही है तो उसके लिए पुलिसकर्मियों की ओर से रिजर्व पुलिस लाइन के आला अधिकारियों से भी संपर्क कर मदद ली जा रही है.
रिजर्व पुलिस लाइन में पुलिस कर्मियों की ओर से की जा रही इस पहल से पुलिस कमिश्नरेट के आला अधिकारी भी काफी खुश नजर आ रहे हैं और उन्होंने सामान्य बैरक को अपने स्तर पर आदर्श बैरक में बदलने वाले पुलिसकर्मियों को शाबाशी देकर उनकी पीठ भी थपथपाई है.