जयपुर. महाशिवरात्रि के पर्व का भक्तों में उल्लास है, लेकिन फिर भी भक्त थोड़े मायूस है क्योंकि साल में सिर्फ एक बार महाशिवरात्रि पर खुलने वाले छोटी कांशी के मंदिर में आज भक्तों का प्रवेश निषेध है. मोतीडूंगरी स्थित अपने गौरवशाली इतिहास के लिए सीना ताने खड़े एकलिंगेश्वर महादेव मंदिर में भक्त आज भोलेनाथ का अभिषेक नहीं कर पा रहे हैं. हालांकि मंदिर प्रबंधन के पदाधिकारियों ने एकलिंगेश्वर महादेव का अभिषेक किया और भक्तों की आस्था को देखते हुए दर्शन के लिए वीडियो भी जारी किए.
जहां वर्ष में एक बार महाशिवरात्रि पर खुलने वाले इस मंदिर का भक्तों को बेसब्री से इंतजार रहता है, लेकिन इस बार कोरोना के बढ़ते एकाएक मामलों के चलते मंदिर में भक्तों के प्रवेश पर रोक लगा दी गई. सालों साल से शंकर गढ़ी मंदिर में महाशिवरात्रि पर कई किलोमीटर तक भक्तों की लाइनें लगती आ रही थी, वहां अब बिल्कुल सुना पड़ा है. इस मंदिर के दर्शन के लिए भक्त एक दिन पहले ही रात्रि में लाइनों में लग जाते थे और कई घण्टो इंतजार कर एक किलोमीटर की पहाड़ी पर चढ़ भोलेनाथ के दर पर ढोक लगाते थे.
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ऐसे में कोरोना को देखते हुए और भक्तों की आस्था का ख्याल करते हुए मंदिर पदाधिकारियों ने भोलेनाथ का जलाभिषेक और दुग्धाभिषेक किया. साथ ही विधिवत मंत्रोच्चार के साथ शिव शंकर का स्मरण किया. बता दें कि ये मंदिर जयपुर की स्थापना से भी पहले बनाया गया था. मंदिर में सिर्फ भोलेनाथ शिवलिंग के रूप में विराजमान है. इस मंदिर में सिर्फ भोलेनाथ शिवलिंग के रूप में विराजमान है. ऐसे में इस मंदिर के द्वार सिर्फ महाशिवरात्रि के दिन ही खुलने से श्रद्धालुओं में विशेष आकर्षण रहता है.