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गुलाबी नगरी में गुलाबी ठंड ने दी दस्तक, मौसम विभाग ने कहा- नवंबर के पहले सप्ताह में बढ़ेगी सर्दी

राजस्थान में सर्द मौसम ने दस्तक दे दी है. जिससे प्रदेश के तापमान में 4 से 7 डिग्री की गिरावट दर्ज की गई है. मौसम विभाग के अनुसार इस बार कड़ाके की सर्दी पड़ेगी.

rajasthan weather update, राजस्थान न्यूज
राजस्थान में बढ़ी सर्दी
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Published : Oct 30, 2020, 1:06 PM IST

जयपुर. राजस्थान में मानसून की विदाई हुए काफी समय बीत चुका है. इसके साथ ही अब प्रदेश में सर्द मौसम ने दस्तक दे दी है. जिससे रात को तेज कड़ाके की ठंड का दौर भी देखने को मिल रहा है. बीते 1 सप्ताह की बात करें तो प्रदेश के न्यूनतम तापमान में 4 से 7 डिग्री तक की गिरावट भी दर्ज की गई है.

मौसम विभाग ने नवंबर के पहले सप्ताह में सर्दी बढ़ने की संभावना भी जताई है. जबकि दिसंबर में कड़ाके की सर्दी पड़ने का अनुमान लगाया गया है.

मौसम विभाग का मानना है कि अलनीनो का प्रभाव दिसंबर से देखने को मिलेगा. एल नीनो, ला नीना, एल नीनो दक्षिणी ओसिलशन चक्र के हिस्से होते हैं. प्रशांत महासागर में वर्तमान में तापमान जीरो पॉइंट 5 डिग्री से भी नीचे है. यह भी कड़ाके की सर्दी के संकेत देता है.

सबसे ठंडा इलाके रहा चूरू

प्रदेश के शहरों की बात करें तो बीते दिनों सबसे ठंडा इलाका चूरु था. चूरु का न्यूनतम तापमान 10 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया है. जयपुर में भी तापमान गिरने से लोगों को सुबह-शाम ठंड का एहसास होना शुरू हो गया है.

यह भी पढ़ें. आश्विन मास के शुक्ल पक्ष का आज शरद पूर्णिमा, जानें शुभ मुहूर्त!

मौसम विभाग के निदेशक राधेश्याम शर्मा की मानें तो नवंबर के पहले सप्ताह में 2 से लेकर 4 डिग्री तक की गिरावट दर्ज होगी. इससे कुछ क्षेत्रों में न्यूनतम तापमान सिंगल डिजिट तक पहुंच सकता है. पश्चिमी विक्षोभ और बर्फबारी से सर्दी का ग्राफ भी इस बार बढ़ेगा.

मौसम विभाग के निदेशक का कहना है कि कड़ाके की सर्दी दिसंबर से शुरू होगी लेकिन यह इस बात पर निर्भर करेगा कि उत्तरी भारत के हिमाचल जम्मू-कश्मीर में बर्फबारी की क्या स्थिति रहती है क्योंकि इन क्षेत्रों में बर्फबारी होती है. तभी मैदानी क्षेत्र में सर्दी शुरू हो जाते हैं. इसके अलावा प्रदेश में आने वाले पश्चिमी को बढ़ाने में अहम भूमिका निभाते हैं.

यह भी पढ़ें. राजस्थान में नहीं थम रहा कोरोना का कहर, 1790 नए मामले...11 मौतें

वहीं पश्चिमी विक्षोभ के आने से ही प्रदेश में मावठ होगी, जो खेती के लिए अनुकूल परिस्थितियां भी रहेगी. प्रशांत महासागर में पानी और हवा के साथ ही तापमान से ही बारिश गर्मी और ठंड का पैटर्न तय होता है. ला-नीना प्रभाव से प्रशांत महासागर में दक्षिणी अमेरिका से इंडोनेशिया की तरफ हवाई चलती है. जो सतह से गर्म पानी को उड़ाने लगती है.

बीती रात प्रदेश के मुख्य शहरों के तापमान

  • अजमेर 17 डिग्री
  • भीलवाड़ा 12 डिग्री
  • जयपुर 17 डिग्री
  • चुरू 10 डिग्री
  • बीकानेर 18 डिग्री
  • जोधपुर 16 डिग्री
  • जैसमलमेर 19 डिग्री
  • डबोक 15 डिग्री

जयपुर. राजस्थान में मानसून की विदाई हुए काफी समय बीत चुका है. इसके साथ ही अब प्रदेश में सर्द मौसम ने दस्तक दे दी है. जिससे रात को तेज कड़ाके की ठंड का दौर भी देखने को मिल रहा है. बीते 1 सप्ताह की बात करें तो प्रदेश के न्यूनतम तापमान में 4 से 7 डिग्री तक की गिरावट भी दर्ज की गई है.

मौसम विभाग ने नवंबर के पहले सप्ताह में सर्दी बढ़ने की संभावना भी जताई है. जबकि दिसंबर में कड़ाके की सर्दी पड़ने का अनुमान लगाया गया है.

मौसम विभाग का मानना है कि अलनीनो का प्रभाव दिसंबर से देखने को मिलेगा. एल नीनो, ला नीना, एल नीनो दक्षिणी ओसिलशन चक्र के हिस्से होते हैं. प्रशांत महासागर में वर्तमान में तापमान जीरो पॉइंट 5 डिग्री से भी नीचे है. यह भी कड़ाके की सर्दी के संकेत देता है.

सबसे ठंडा इलाके रहा चूरू

प्रदेश के शहरों की बात करें तो बीते दिनों सबसे ठंडा इलाका चूरु था. चूरु का न्यूनतम तापमान 10 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया है. जयपुर में भी तापमान गिरने से लोगों को सुबह-शाम ठंड का एहसास होना शुरू हो गया है.

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मौसम विभाग के निदेशक राधेश्याम शर्मा की मानें तो नवंबर के पहले सप्ताह में 2 से लेकर 4 डिग्री तक की गिरावट दर्ज होगी. इससे कुछ क्षेत्रों में न्यूनतम तापमान सिंगल डिजिट तक पहुंच सकता है. पश्चिमी विक्षोभ और बर्फबारी से सर्दी का ग्राफ भी इस बार बढ़ेगा.

मौसम विभाग के निदेशक का कहना है कि कड़ाके की सर्दी दिसंबर से शुरू होगी लेकिन यह इस बात पर निर्भर करेगा कि उत्तरी भारत के हिमाचल जम्मू-कश्मीर में बर्फबारी की क्या स्थिति रहती है क्योंकि इन क्षेत्रों में बर्फबारी होती है. तभी मैदानी क्षेत्र में सर्दी शुरू हो जाते हैं. इसके अलावा प्रदेश में आने वाले पश्चिमी को बढ़ाने में अहम भूमिका निभाते हैं.

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वहीं पश्चिमी विक्षोभ के आने से ही प्रदेश में मावठ होगी, जो खेती के लिए अनुकूल परिस्थितियां भी रहेगी. प्रशांत महासागर में पानी और हवा के साथ ही तापमान से ही बारिश गर्मी और ठंड का पैटर्न तय होता है. ला-नीना प्रभाव से प्रशांत महासागर में दक्षिणी अमेरिका से इंडोनेशिया की तरफ हवाई चलती है. जो सतह से गर्म पानी को उड़ाने लगती है.

बीती रात प्रदेश के मुख्य शहरों के तापमान

  • अजमेर 17 डिग्री
  • भीलवाड़ा 12 डिग्री
  • जयपुर 17 डिग्री
  • चुरू 10 डिग्री
  • बीकानेर 18 डिग्री
  • जोधपुर 16 डिग्री
  • जैसमलमेर 19 डिग्री
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