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राजस्थान: आमलोगों को कोरोना से जागरूक करेंगे शिक्षक

कोरोना संक्रमण के लगातार बढ़ते आंकड़ों के बीच अब आमजन को जागरूक करने के लिए शिक्षकों को ट्रेनर के रूप में तैयार किया जाएगा. साथ ही शिक्षण संस्थाओं को कोविड की रोकथाम के लिए एक सशक्त प्लेटफार्म के रूप में इस्तेमाल किया जाएगा. चिकित्सा एवं स्वास्थ्य निदेशक ने इस संबंध में सभी जिला कलेक्टर्स को पत्र लिखा है.

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आमलोगों को कोरोना से जागरूक करेंगे शिक्षक
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Published : Apr 21, 2021, 3:23 PM IST

जयपुर. कोरोना संक्रमण के लगातार बढ़ते आंकड़े सरकार और आमजन के लिए चिंता का कारण बने हुए हैं. इन पर काबू पाने के लिए हर स्तर पर प्रयास किए जा रहे हैं. इसी कवायद में अब शिक्षण संस्थाओं को कोरोना पर प्रभावी अंकुश के लिए एक सशक्त प्लेटफार्म के रूप में काम में लिया जाएगा. जबकि शिक्षकों को ट्रेनर के तौर पर आमजन को जागरूक करने की भूमिका भी दी जाएगी.

पढ़ें: SPECIAL : शिक्षा पर कोरोना भारी, पहली से पांचवीं कक्षा तक के 31 हजार स्कूल एक साल से बंद

इस संबंध में चिकित्सा एवं स्वास्थ्य निदेशक सिद्धार्थ महाजन ने सभी जिला कलेक्टर को पत्र लिखा है. इस पत्र में लिखा है कि वर्तमान में प्रदेश में कोविड-19 रोगियों की संख्या में निरंतर बढ़ोतरी हो रही है. जिसके बचाव व नियंत्रण के लिए चिकित्सा विभाग एवं अन्तर्विभागीय समन्वय के माध्यम से विभिन्न गतिविधियां संचालित की जा रही हैं. भारत सरकार और केंद्र सरकार द्वारा जारी दिशा-निर्देश नियमित प्रसारित किए जा रहे हैं. व्यापक स्तर पर कोविड से बचाव और नियंत्रण के लिए की जा रही गतिविधियों के साथ ही शिक्षण संस्थाओं का प्लेटफार्म अहम साबित हो सकता है.

उन्होंने पत्र में लिखा है कि चिकित्सा विभाग के माध्यम से स्कूलों में कोविड की सामान्य जानकारी, बचाव एवं नियंत्रण आदि के बारे में छात्र-छात्राओं को जानकारी देने के लिए अध्यापकों को ट्रेन किया जायेगा. उनकी मदद से व्यापक स्तर पर प्रचार-प्रसार एवं स्कूलों में संदिग्ध कोविड मरीजों की समय रहते पहचान करते हुए कार्यवाही की जा सके. कोविड के लक्षणों एवं वैक्सीनेशन की आवश्यक जानकारी के लिए पीपीटी भी मुहैया करवाई गई है.

जयपुर. कोरोना संक्रमण के लगातार बढ़ते आंकड़े सरकार और आमजन के लिए चिंता का कारण बने हुए हैं. इन पर काबू पाने के लिए हर स्तर पर प्रयास किए जा रहे हैं. इसी कवायद में अब शिक्षण संस्थाओं को कोरोना पर प्रभावी अंकुश के लिए एक सशक्त प्लेटफार्म के रूप में काम में लिया जाएगा. जबकि शिक्षकों को ट्रेनर के तौर पर आमजन को जागरूक करने की भूमिका भी दी जाएगी.

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इस संबंध में चिकित्सा एवं स्वास्थ्य निदेशक सिद्धार्थ महाजन ने सभी जिला कलेक्टर को पत्र लिखा है. इस पत्र में लिखा है कि वर्तमान में प्रदेश में कोविड-19 रोगियों की संख्या में निरंतर बढ़ोतरी हो रही है. जिसके बचाव व नियंत्रण के लिए चिकित्सा विभाग एवं अन्तर्विभागीय समन्वय के माध्यम से विभिन्न गतिविधियां संचालित की जा रही हैं. भारत सरकार और केंद्र सरकार द्वारा जारी दिशा-निर्देश नियमित प्रसारित किए जा रहे हैं. व्यापक स्तर पर कोविड से बचाव और नियंत्रण के लिए की जा रही गतिविधियों के साथ ही शिक्षण संस्थाओं का प्लेटफार्म अहम साबित हो सकता है.

उन्होंने पत्र में लिखा है कि चिकित्सा विभाग के माध्यम से स्कूलों में कोविड की सामान्य जानकारी, बचाव एवं नियंत्रण आदि के बारे में छात्र-छात्राओं को जानकारी देने के लिए अध्यापकों को ट्रेन किया जायेगा. उनकी मदद से व्यापक स्तर पर प्रचार-प्रसार एवं स्कूलों में संदिग्ध कोविड मरीजों की समय रहते पहचान करते हुए कार्यवाही की जा सके. कोविड के लक्षणों एवं वैक्सीनेशन की आवश्यक जानकारी के लिए पीपीटी भी मुहैया करवाई गई है.

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