जयपुर. पिछले विधानसभा चुनाव में टिकट नहीं मिलने से नाराज होकर कांग्रेस का दामन थामने वाले पूर्व मंत्री सुरेंद्र गोयल ने बुधवार को पूर्व मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे से मुलाकात की. यह मुलाकात इसलिए भी महत्वपूर्ण मानी जा रही है. क्योंकि, अब प्रदेश में वसुंधरा राजे की सक्रियता बढ़ रही है और चर्चा इस बात की भी है कि बीजेपी से किन्हीं कारणों से दूर हुए पुराने नेताओं की अब घर वापसी की तैयारी भी चल रही है.
बता दें कि सुरेंद्र गोयल, वसुंधरा राजे समर्थक नेताओं में शामिल है. लेकिन पिछले विधानसभा चुनाव में उनका टिकट कटने से नाराज गोयल ने घनश्याम तिवाड़ी के साथ कांग्रेस ज्वाइन कर ली थी. हालांकि, विचारधारा मेल नहीं खाने के चलते सुरेंद्र गोयल उसके बाद कभी भी कांग्रेस के किसी भी कार्यक्रम में नजर नहीं आए.
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वहीं, बुधवार को बीजेपी विधायक नरपत सिंह राजवी और प्रताप सिंह सिंघवी भी पूर्व मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे से उनके सिविल लाइंस स्थित बंगला नंबर 13 में जाकर मिले. वसुंधरा राजे के आवास पर पहुंचकर उनसे मिलने वाले नेताओं में विश्व हिंदू परिषद के पदाधिकारी नरपत सिंह शेखावत और बीजेपी नेता वीरेंद्र मीणा समेत राजस्थान के कई जिलों से आए नेताओं ने वसुंधरा राजे से मुलाकात की.
भाजपा मुख्यालय में वसुंधरा राजे ने पूनिया, चंद्रशेखर और वी सतीश से की लंबी मंत्रणा
प्रदेश की सियासत में पूर्व मुख्यमंत्री एवं बीजेपी की राष्ट्रीय अध्यक्ष वसुंधरा राजे की सक्रियता बढ़ने लगी है. वसुंधरा राजे ने मंगलवार शाम प्रदेश भाजपा मुख्यालय पहुंचकर पार्टी प्रदेश अध्यक्ष सतीश पूनिया, राष्ट्रीय सह संगठन मंत्री और प्रदेश संगठन महामंत्री चंद्रशेखर से करीब 1 घंटे तक लंबी मंत्रणा की.