जयपुर. सुप्रीम कोर्ट के न्यायाधीश अजय रस्तोगी ने कहा कि अदालत के भवनों की सार्थकता तभी होगी जब समाज के अंतिम पायदान पर खड़े व्यक्ति को न्याय सहज और सुलभ तरीके से मुहैया हो जाए. उन्होंने कहा कि बार और बैंच को मिलकर वंचितों को न्याय दिलाने के लिए काम करना चाहिए.
जस्टिस रस्तोगी ने यह विचार सेशन कोर्ट परिसर में महानगर द्वितीय के भवन और अधिवक्ताओं के चैंबर्स (Lawyers chambers in Jaipur sessions court) के लोकार्पण समारोह में वकीलों के समक्ष रखे. समारोह की अध्यक्षता हाईकोर्ट के न्यायाधीश एमएम श्रीवास्तव ने की। वहीं विशिष्ट अतिथि के तौर पर न्यायाधीश प्रकाश गुप्ता मौजूद रहे.
समारोह के आरंभ में पुलिस टुकड़ी ने जस्टिस रस्तोगी को गार्ड ऑफ ऑनर दिया. इसके बाद न्यायाधीश ने अधिवक्ताओं के बैठने के लिए बनी डबल शेड और चैम्बर्स के साथ ही नई बिल्डिंग का लोकार्पण किया. इस मौके पर हाईकोर्ट बार एसोसिएशन, दी बार एसोसिएशन और डिस्ट्रिक्ट एडवोकेट्स बार एसोसिएशन के पदाधिकारी मौजूद रहे. गौरतलब है कि महानगर द्वितीय के लिए करीब सौ करोड़ रुपए की लागत से बने इस भवन का शिलान्यास वर्ष 2013 में किया गया था. वहीं अधिवक्ता चैंबर्स के निर्माण पर करीब बीस करोड़ रुपए खर्च हुए हैं.