जयपुर. राजधानी के विश्वकर्मा थाना इलाके में 23 वर्षीय युवक ने सूदखोरों से परेशान होकर आत्महत्या (suicide case registered after court intereference in jaipur) कर लिया था. जिसके ढाई महीने बाद कोर्ट की दखलअंदाजी के बाद विश्वकर्मा थाने में एफआईआर दर्ज की गई है. प्रकरण की जांच कर रहे एएसआई रामनारायण ने बताया कि 23 वर्षिय युवक एक फैंसी स्टोर का संचालन करता था और साथ ही एक कंपनी में पार्ट टाइम नौकरी भी किया करता था. उसने 14 जनवरी को मकर संक्रांति के दिन विषाक्त का सेवन कर आत्महत्या कर लिया था. मौके पर से सुसाइड नोट भी मिला था.
सुसाइड नोट में लिखा था कि गजानंद ने 3 साल पहले अपने मित्र राहुल और सर्वजीत यादव के लिए विकास सूर्या नामक व्यक्ति से 10 रुपए सैकड़ा के ब्याज पर कुछ राशि उधार लिए थे. जिस पर वो 2 लाख का ब्याज दे भी चुका था. गजानंद पिछले 5 महीने से राहुल से उसे दिए हुए 52 हजार रुपए और सर्वजीत यादव से उसे दिए हुए 25 हजार रुपए वापस मांग रहा था. लेकिन दोनों ही दोस्तों ने रुपए लौटाने से इनकार कर दिया. इसपर गजानंद ने दोनों युवकों के परिजनों से भी बातचीत की लेकिन उससे भी कोई संतोषजनक जवाब नहीं मिला.
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सूदखोर बना रहा था दबाव: वहीं दूसरी ओर सूदखोर विकास लगातार गजानंद पर भारी भरकम ब्याज देने का दबाव बना रहा था. इन तमाम परिस्थितियों से परेशान होकर गजानंद ने आत्महत्या कर ली. जिस पर मृतक के भाई गुलशन कुमार प्रजापत ने पुलिस में शिकायत दर्ज कराने का प्रयास किया. लेकिन पुलिस ने मामला दर्ज नहीं किया. पुलिस के आला अधिकारियों के सामने भी अपील की गई लेकिन फिर भी कोई सुनवाई नहीं हुई. जिस पर मृतक के भाई ने कोर्ट का दरवाजा (case registered in jaipur months after suicide) खटखटाया. घटना के ढ़ाई महीने बाद कोर्ट की दखल अंदाजी से गुरुवार शाम को विश्वकर्मा थाने में एफआईआर दर्ज की गई.