जयपुर. जोधपुर में जोधपुर विकास प्राधिकरण की ओर से जयनारायण व्यास विश्वविद्यालय में खोले जाने वाले अंतरराष्ट्रीय कन्वेंशन सेंटर को अब जोधपुर महिला पॉलिटेक्निक कॉलेज में खोलने का निर्णय किया गया है. इसका यहां की छात्राओं की ओर से विरोध जताया गया और परिवाद राज्य मानवाधिकार आयोग को भेजा. छात्राओं के भेजे गए परिवाद पर राज्य मानवाधिकार आयोग ने प्रसंज्ञान लिया है. इस संबंध में जांच कर रिपोर्ट भी जिला कलेक्टर और जोधपुर विकास प्राधिकरण के आयुक्त से तलब की है. परिवाद जोधपुर महिला पॉलिटेक्निक कॉलेज की अध्यक्ष एवं परिवादी नीलिमा सोनी, आयुषी, सारिका के द्वारा भेजा गया है.
परिवाद में बताया गया कि जिस परिसर में छात्र एवं छात्राओं के अलग-अलग पॉलिटेक्निक कॉलेज स्थित है, उसी परिसर में साइंस पार्क के अलावा नगर निगम का भवन भी स्थित है. हाल ही में अंतरराष्ट्रीय कन्वेंशन सेंटर की स्थापना जोधपुर में की जा रही है. अंतरराष्ट्रीय कन्वेंशन सेंटर पूर्व में जयनारायण व्यास विश्वविद्यलाय की भूमि पर खोला जाना प्रस्तावित था, विश्वविद्यालय के छात्रों के विरोध को देखते हुए जोधपुर विकास प्राधिकरण ने अब सेंटर को महिला पॉलिटेक्निक कॉलेज परिसर में स्थापित करने का निर्णय लिया है.
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छात्राओं ने वीडियो कॉल कर आयोग के समक्ष अपनी परिवेदना में बताया कि उनके कॉलेज परिसर में यदि कन्वेंशन सेंटर खोला गया, तो सभी विद्यार्थियों द्वारा शिक्षा अर्जन करना मुश्किल हो जाएगा, यह भी तर्क प्रस्तुत किया कि शिक्षा अर्जन करना उनका लौकिक अधिकार है, जिसमें किसी भी प्रकार का भेदभाव जोधपुर विकास प्राधिकरण द्वारा नहीं किया जा सकता है.
छात्राओं ने बताया कि जयनारायण व्यास विश्वविद्यालय के छात्रों द्वारा विरोध करने पर कन्वेंशन सेंटर को महिला पॉलिटेक्निक कॉलेज में खोला जा रहा है, जबकि यहां पर भी छात्र-छात्राएं तकनीकी शिक्षा प्राप्त करते हैं एवं इसी परिसर में पूर्व से ही नगर निगम का भवन एवं साइंस पार्क भी स्थित है. अतः इस अंतरराष्ट्रीय कन्वेंशन सेंटर को अन्यत्र स्थानांतरित कर विद्यार्थियों की शिक्षा के लिए अच्छा वातावरण मुहैया कराया जाए. छात्राओं का मुख्य तर्क यह है कि अंतरराष्ट्रीय कन्वेंशन सेंटर जोधपुर में खोला जाना न्यायोचित है, लेकिन उसके लिए उचित स्थान निश्चित करना चाहिए, क्योंकि यह प्रोजेक्ट लगभग 356 करोड़ का है और इसके लिए 25 बीघा से अधिक भूमि प्रस्तावित है.
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इसके खुलने के बाद यहां पर हजारों की संख्या में लोगों का आना-जाना होगा तथा मल्टीपर्पज हॉल, ऑडिटोरियम, पार्किंग, हेबिटेट सेन्टर, फूड कोर्ट, आर्ट गैलेरी, म्यूजियम, एग्जीबिशन स्पेस, रिटेल आउटलेट गेमिंग रूम, कॉफी रूम सहित अन्य पर्यटन की गतिविधियों को बढ़ावा दिया जाएगा. इसलिए स्वाभाविक है कि इतनी अधिक गतिविधियों के कारण विद्यार्थियों का अध्ययन प्रभावित होगा. आयोग ने परिवाद पर प्रसंज्ञान लिया और परिवाद की प्रतिलिपि जिला कलेक्टर, जोधपुर एवं आयुक्त, जोधपुर विकास प्राधिकरण, जोधपुर को भेजकर आगामी तारीख पेशी से पूर्व तथ्यात्मक रिपोर्ट आयोग को भेजने के निर्देश दिए हैं.