जयपुर. दो छात्र बुधवार को अपनी अपील लेकर कांग्रेस मुख्यालय पहुंचे. इन छात्रों को फेसबुक पर सलाह मिली कि अपनी समस्या के समाधान के लिए कांग्रेस मुख्यालय जाना चाहिए. जिसके बाद प्रदेश कांग्रेस मुख्यालय पहुंच कर इन छात्रों ने कांग्रेस अध्यक्ष से घर पहुंचाने में मदद की अपील की है.
इन दिनों देश में अगर सबसे ज्यादा चर्चा किसी बात की है तो वह यह है कि प्रवासी श्रमिकों और छात्रों को किस तरह से उनके घर वापस पहुंचाया जाए. अब तक प्रदेश में 17 लाख से ज्यादा लोगों ने घर जाने के लिए ऑनलाइन रजिस्ट्रेशन करवाया है. जिनमें से सात लाख से ज्यादा वे लोग हैं, जो राजस्थान से अपने घरों को जाना चाहते हैं. इसमें प्रवासी श्रमिक तो है ही इनके साथ ही कई राज्यों के छात्र भी शामिल हैं.
हालांकि, कोटा के छात्रों को तो उनके घरों में पहुंचा दिया गया है लेकिन अभी कई छात्र राजस्थान में अभी भी अटके हुए हैं. ऐसे ही 32 छात्रों का एक ग्रुप है जो अपनी ट्रेनिंग के लिए उत्तराखंड से जयपुर आया था. जो कूकस में अपनी ट्रेनिंग ले रहा था लेकिन लॉकडाउन होने के बाद में अब ये छात्र यहां फंस गए हैं.
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ऐसे में फेसबुक पर इन छात्रों ने अपनी अपील डाली थी कि उन्हें किसी तरीके से उनके घर पहुंचाया जाए. जिसके बाद इन छात्रों को फेसबुक पर सलाह मिली कि उन्हें कांग्रेस मुख्यालय में जाना चाहिए और सत्ताधारी दल के संगठन से मदद मांगनी चाहिए. ऐसे में बुधवार को 32 में से 2 छात्र राजस्थान प्रदेश कांग्रेस मुख्यालय पहुंचे. जहां उन्होंने कांग्रेस अध्यक्ष से सहायता की अपील की. छात्रों का कहना है कि उन्हें किराए में किसी तरीके की रियायत नहीं चाहिए, बस उनके घर पहुंचा दिया जाए.
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दरअसल, राजस्थान कांग्रेस संगठन की ओर से एक कमेटी बनाई गई है, जो प्रवासियों के घर वापसी के काम को देखेगी . इस कमेटी के अध्यक्ष खुद राजस्थान कांग्रेस के अध्यक्ष सचिन पायलट हैं. ऐसे में छात्रों को उम्मीद है कि वह राजस्थान कांग्रेस की सहायता से अपने घर पहुंच सकेंगे. इन छात्रों के नामों को लेकर उनके लिस्ट को प्रदेश कांग्रेस मुख्यालय में रख लिया गया है और जल्द ही इन पर कार्रवाई करने का आश्वासन भी दिया गया है.