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राज्यपाल से बीजेपी नेताओं की मुलाकात पर डोटासरा का तंज, कहा- पकौड़े खाने गए हैं बीजेपी नेता

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Published : Apr 14, 2021, 2:32 PM IST

छबड़ा में हुए सांप्रदायिक तनाव के बाद लोगों के आर्थिक नुकसान की भरपाई व उपचुनाव के लिए अर्धसैनिक बल लगाने की मांग को लेकर प्रदेश के बीजेपी नेताओं ने राज्यपाल से मुलाकात कर ज्ञापन दिया. इस पर कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष गोविंद सिंह डोटासरा ने बीजेपी पर तंज कसा है. उन्होंने कहा कि बीजेपी के नेता राज्यपाल के पास पकौड़े खाने गए हैं. पकौड़े खाकर लौट आएंगे.

Govind Singh Dotasara statement, Assembly by election in Rajasthan
राज्यपाल से बीजेपी नेताओं की मुलाकात पर डोटासरा का तंज

जयपुर. प्रदेश भाजपा की ओर से बुधवार को राज्यपाल कलराज मिश्र को उपचुनाव करवाने के लिए अर्धसैनिक बल लगाने और छबड़ा में हुए सांप्रदायिक तनाव के बाद लोगों के हुए आर्थिक नुकसान की भरपाई सरकार से करवाने के लिए ज्ञापन दिया गया. भाजपा के राज्यपाल के पास जाने पर राजस्थान कांग्रेस के अध्यक्ष गोविंद सिंह डोटासरा ने कहा कि भाजपा नौटंकी करने में माहिर है और पकोड़े खाने राज्यपाल के पास गए हैं. पकोड़े खाकर लौट आएंगे.

राज्यपाल से बीजेपी नेताओं की मुलाकात पर डोटासरा का तंज

डोटासरा ने कहा कि भाजपा ने 2 साल में तो विपक्ष की भूमिका निभाई नहीं, यहां तक कि उनके केंद्रीय मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत पानी के लिए प्रदेश के लिए एक फूटी कौड़ी लेकर नहीं आए. वहीं उन्होंने कहा कि वो यह बता दें कि राजस्थान में प्रचार करने के दौरान केंद्रीय मंत्री गजेंद्र सिंह और अनुराग ठाकुर ने क्या कुछ कहा. डोटासरा ने कहा कि केंद्रीय मंत्री गजेंद्र सिंह ने प्रचार में यहां तक कह दिया कि राजेंद्र राठौड़ चाहे तो इस सरकार को 5 साल नहीं चलने देंगे. वहीं केंद्रीय मंत्री अनुराग ठाकुर प्रदेश में आकर यह कहते हैं कि वित्त की चाबी वह खेमाराम जी को दे देंगे.

डोटासरा ने कहा कि हकीकत यह है कि खेमाराम को वसुंधरा राजे ने मंत्री बनाया तो इनके खिलाफ राजेंद्र राठौड़ काम कर रहे थे. उनके क्षेत्र में उन्होंने एक भी काम नहीं होने दिया. यहां तक कि अभी भी वह खेमाराम के टिकट के खिलाफ थे और जिस मीटिंग में राजेंद्र राठौड़ जिंदाबाद के नारे लग रहे थे, वहीं खेमाराम के मुर्दाबाद के नारे लग रहे थे. गुलाबचंद कटारिया, जो दीप्ति माहेश्वरी को जिताने के नाम पर पहुंचे थे. उन्होंने महाराणा प्रताप के लिए ऐसी भाषा का उपयोग किया, इसके लिए उन्हें शर्म आनी चाहिए और भाजपा को भी ऐसे नेताओं का तुरंत इस्तीफा लेना चाहिए.

पढ़ें- सियासी संकट प्रकरण में गठित कमेटी पर पायलट बोले- जल्द होना चाहिए फैसला, देरी का कोई कारण नहीं

वहीं छबड़ा में हुए सांप्रदायिक तनाव के मामले में राज्यपाल के पास भाजपा के शिकायत लेकर पहुंचने पर डोटासरा ने कहा कि पहले भाजपा अपने 5 साल का हिसाब भी दें कि उनके समय जो नुकसान हुआ था. उनका क्या मुआवजा उन्होंने दिया था. उन्होंने कहा कि नौटंकी करने में भाजपा माहिर है. उनके पास मुद्दे नहीं हैं, जिस इस तरीके के भाषण ज्योतिरादित्य सिंधिया और अनुराग ठाकुर ने दिए हैं. वह बयान केवल हार की बौखलाहट के परिणाम है. आज वह राज्यपाल के पास जाएंगे तो पकौड़े खा कर आएंगे, इसी काम के लिए वो राज्यपाल के पास जा रहे हैं.

वहीं पूर्व प्रदेश अध्यक्ष सचिन पायलट ने कहा कि भाजपा के नेतृत्व वाली केंद्र सरकार अलग-अलग राज्यों में अलग-अलग रवैया चुनाव में अपना रही है. इसका सबसे बड़ा उदाहरण यह है कि राजस्थान में 4 सीटों पर चुनाव होने थे, लेकिन पता नहीं क्या कारण रहा कि 4 में से 3 सीटों पर चुनाव करवाए जा रहे हैं. वहीं उन्होंने कहा कि राजस्थान में किसी को कोई चिंता करने की जरूरत नहीं है. यहां सरकार अपना कार्य कर रही है और निर्वाचन आयोग स्वतंत्र तरीके से अपना काम.

जयपुर. प्रदेश भाजपा की ओर से बुधवार को राज्यपाल कलराज मिश्र को उपचुनाव करवाने के लिए अर्धसैनिक बल लगाने और छबड़ा में हुए सांप्रदायिक तनाव के बाद लोगों के हुए आर्थिक नुकसान की भरपाई सरकार से करवाने के लिए ज्ञापन दिया गया. भाजपा के राज्यपाल के पास जाने पर राजस्थान कांग्रेस के अध्यक्ष गोविंद सिंह डोटासरा ने कहा कि भाजपा नौटंकी करने में माहिर है और पकोड़े खाने राज्यपाल के पास गए हैं. पकोड़े खाकर लौट आएंगे.

राज्यपाल से बीजेपी नेताओं की मुलाकात पर डोटासरा का तंज

डोटासरा ने कहा कि भाजपा ने 2 साल में तो विपक्ष की भूमिका निभाई नहीं, यहां तक कि उनके केंद्रीय मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत पानी के लिए प्रदेश के लिए एक फूटी कौड़ी लेकर नहीं आए. वहीं उन्होंने कहा कि वो यह बता दें कि राजस्थान में प्रचार करने के दौरान केंद्रीय मंत्री गजेंद्र सिंह और अनुराग ठाकुर ने क्या कुछ कहा. डोटासरा ने कहा कि केंद्रीय मंत्री गजेंद्र सिंह ने प्रचार में यहां तक कह दिया कि राजेंद्र राठौड़ चाहे तो इस सरकार को 5 साल नहीं चलने देंगे. वहीं केंद्रीय मंत्री अनुराग ठाकुर प्रदेश में आकर यह कहते हैं कि वित्त की चाबी वह खेमाराम जी को दे देंगे.

डोटासरा ने कहा कि हकीकत यह है कि खेमाराम को वसुंधरा राजे ने मंत्री बनाया तो इनके खिलाफ राजेंद्र राठौड़ काम कर रहे थे. उनके क्षेत्र में उन्होंने एक भी काम नहीं होने दिया. यहां तक कि अभी भी वह खेमाराम के टिकट के खिलाफ थे और जिस मीटिंग में राजेंद्र राठौड़ जिंदाबाद के नारे लग रहे थे, वहीं खेमाराम के मुर्दाबाद के नारे लग रहे थे. गुलाबचंद कटारिया, जो दीप्ति माहेश्वरी को जिताने के नाम पर पहुंचे थे. उन्होंने महाराणा प्रताप के लिए ऐसी भाषा का उपयोग किया, इसके लिए उन्हें शर्म आनी चाहिए और भाजपा को भी ऐसे नेताओं का तुरंत इस्तीफा लेना चाहिए.

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वहीं छबड़ा में हुए सांप्रदायिक तनाव के मामले में राज्यपाल के पास भाजपा के शिकायत लेकर पहुंचने पर डोटासरा ने कहा कि पहले भाजपा अपने 5 साल का हिसाब भी दें कि उनके समय जो नुकसान हुआ था. उनका क्या मुआवजा उन्होंने दिया था. उन्होंने कहा कि नौटंकी करने में भाजपा माहिर है. उनके पास मुद्दे नहीं हैं, जिस इस तरीके के भाषण ज्योतिरादित्य सिंधिया और अनुराग ठाकुर ने दिए हैं. वह बयान केवल हार की बौखलाहट के परिणाम है. आज वह राज्यपाल के पास जाएंगे तो पकौड़े खा कर आएंगे, इसी काम के लिए वो राज्यपाल के पास जा रहे हैं.

वहीं पूर्व प्रदेश अध्यक्ष सचिन पायलट ने कहा कि भाजपा के नेतृत्व वाली केंद्र सरकार अलग-अलग राज्यों में अलग-अलग रवैया चुनाव में अपना रही है. इसका सबसे बड़ा उदाहरण यह है कि राजस्थान में 4 सीटों पर चुनाव होने थे, लेकिन पता नहीं क्या कारण रहा कि 4 में से 3 सीटों पर चुनाव करवाए जा रहे हैं. वहीं उन्होंने कहा कि राजस्थान में किसी को कोई चिंता करने की जरूरत नहीं है. यहां सरकार अपना कार्य कर रही है और निर्वाचन आयोग स्वतंत्र तरीके से अपना काम.

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