जयपुर. राजस्थान से कांग्रेस पार्टी की ट्रैक्टर रैली को लेकर आज सोमवार को पार्टी ने बदलाव कर दिया है. पहले इस ट्रैक्टर रैली में शामिल होने के लिए कोटपूतली से शाहजहांपुर बॉर्डर तक कांग्रेस के नेताओं को भी ट्रैक्टर पर सवार होकर जाना था, लेकिन अब राहुल गांधी और प्रियंका गांधी के राजस्थान आने के कार्यक्रम के पूरी तरीके से निरस्त होने के बाद अब कांग्रेस पार्टी के नेताओं ने भी ट्रैक्टर रैली से दूरी बना ली है.
कांग्रेस पार्टी नहीं चाहती कि किसान आंदोलन को राजनीतिक आंदोलन का रूप मिले. ऐसे में अब कांग्रेस के नेता ट्रैक्टर रैली से दूर रहेंगे. ऐसे में अब कोटपूतली से कांग्रेस के समर्थन में निकलने वाली ट्रैक्टर रैली में करीब 4,000 ट्रैक्टर शाहजहांपुर बॉर्डर तक जाएंगे, लेकिन उसमें कांग्रेस के बड़े नेता शामिल नहीं होंगे. जयपुर संभाग के 6 जिलों झुंझुनू, सीकर, दौसा, जयपुर ग्रामीण, जयपुर शहर और अलवर से हर विधायक और जिला अध्यक्ष की ओर से 100-100 और ट्रैक्टर कम से कम कोटपूतली भेजे जा रहे हैं. कल कोटपूतली से शाहजहांपुर के लिए एक साथ यह ट्रैक्टर रैली निकाली जाएगी. पहले कहा जा रहा था कि इस ट्रैक्टर रैली में कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष गोविंद सिंह डोटासरा समेत सभी नेता शामिल होंगे, लेकिन अब रणनीति में कांग्रेस ने बदलाव कर दिया है.
आज कांग्रेस सेवा दल की ओर से भी किसानों के समर्थन में ट्रैक्टर रैली कोटपूतली के लिए रवाना की गई. सेवादल किसानों के लिए खाद्य सामग्री और पूरे प्रदेश में किसान यात्रा के जरिए लाई गई मिट्टी को किसानों को सौंपेंगे. इसी कड़ी में आज सेवादल में हुए कार्यक्रम में मंत्री प्रतापसिंह खाचरियावास, मुख्य सचेतक महेश जोशी और सेवा दल के अध्यक्ष हेम सिंह शेखावत ने ट्रैक्टर पर सवार होकर किसानों को समर्थन दिया.
दरअसल, कांग्रेस सेवा दल की ओर से पूरे प्रदेश में किसान संघर्ष यात्रा निकाली थी जो 28 दिसंबर से 11 जनवरी तक पूरे राजस्थान से 5,500 किलोमीटर की यात्रा तय करके मिट्टी, जल और खाद्य सामग्री एकत्रित कर लाई गई थी. अब यही मिट्टी, जल और खाद्य सामग्री किसानों को दिल्ली ले जाकर सेवा दल की ओर से सौंपी जाएगी.