जयपुर. एक तरफ बसपा अपने ही उन 6 बागी विधायकों के खिलाफ कोर्ट में लड़ रही है जो बसपा का दामन छोड़कर कांग्रेस में शामिल हो गए थे. दूसरी तरफ बसपा छोड़कर कांग्रेस में आए विधायक जोगिंदर अवाना ने कहा कि मैं धन्यवाद देता हूं बसपा की राष्ट्रीय अध्यक्ष मायावती को जिन्होंने मुझे टिकट देकर विधायक बनाया. अगर वे बसपा का सिंबल नहीं देतीं तो मैं कभी विधायक नहीं बनता.
राजस्थान में बसपा के 6 विधायकों ने जब से कांग्रेस पार्टी की सदस्यता ग्रहण की है. उसके बाद से बहुजन समाज पार्टी सुप्रीमो मायावती लगातार राजस्थान की कांग्रेस सरकार के ऊपर हमलावर रही हैं. मायावती राजस्थान में बसपा के विधायकों को तोड़ने के लिए वह कांग्रेस पार्टी और राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत को जिम्मेदार बताती रही हैं. इतना ही नही राजस्थान में बसपा के 6 विधायकों के विलय को लेकर सुप्रीम कोर्ट में भी मामला पहुंचा है. सुप्रीम कोर्ट की ओर से बसपा के सभी 6 विधायकों को नोटिस भी जारी किए गए हैं.
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इसी बीच बसपा से कांग्रेस में आए विधायक जोगिंदर अवाना का एक बयान सोशल मीडिया पर सामने आया है. जिसमें अवाना बसपा सुप्रीमो मायावती की तारीफ और उन्हें धन्यवाद देते हुए नजर आ रहे हैं. उन्होंने अपने क्षेत्र नदबई में एक कार्यक्रम में लोगों को संबोधित करते हुए कहा कि आप लोगों ने मुझे जिताया है और विधायक किसी जाति या धर्म का नहीं होता है. इसके आगे बोलते हुए उन्होंने कहा कि पार्टी का सिंबल होता है जिसके ऊपर विधायक चुनाव जीतता है. उन्होंने कहा कि बहुजन समाज पार्टी की राष्ट्रीय अध्यक्ष बहन कुमारी मायावती को धन्यवाद देता हूं. जिन्होंने मुझे बसपा का सिंबल दिया ओर यहां से चुनाव लड़ाया. बहन जी अगर मुझे यहां से चुनाव नहीं लड़वाती तो हो सकता है कि मैं कभी विधायक नहीं बनता.
इसके साथ ही उन्होंने इशारों में खुद के बसपा से कांग्रेस में शामिल होने के पीछे के कारण बताते हुए कहा कि मैं यह भी कहना चाहता हूं कि वही सोच कांग्रेस पार्टी की है और वही सोच बसपा की है. जब दो सोच मिल जाती है तो आप समझ सकते हैं कि कितनी बड़ी ताकत आती है. उन्होंने कहा कि जब मुझे बसपा का टिकट मिला तो बहन जी ने मुझे कहा था कि क्षेत्र के दबे कुचले ,गरीब तबके के लोगों के लिए काम करना. मैं उसी पर काम कर रहा हूं ताकि इस क्षेत्र का विकास में कर सकूं.
विधायक के इन बयानों को जानकार आगामी प्रधान के चुनाव के साथ ही अगली बार विधानसभा चुनाव के साथ जोड़कर देख रही है, तो वहीं कुछ लोगों का कहना है कि विधायक बसपा से नजदीकी की बात कहकर केबिनेट मैं अब तक उन्हें शामिल नहीं किए जाने पर दबाव बनाने का प्रयास भी हो सकता है. गौरतलब है कि इससे पहले अजय माकन से मुलाकात कर बसपा से कांग्रेस में शामिल हुए विधायक राजेंद्र गुढ़ा भी इशारों इशारों में मंत्रिमंडल में देरी की बात कह चुके हैं. जब उन्होंने कहा था कि शादी तो जवानी की ही अच्छी होती है बुढ़ापे की शादी किसी काम की नहीं और अब बुढ़ापा आ रहा है.