जयपुर. विप्र कल्याण बोर्ड समाज उत्थान के लिए कार्य कर रहे संगठनों का डाटा बैंक तैयार (Data bank by Vipra Kalyan Board) करेगा. इस डाटा बैंक में विभिन्न गैर सरकारी धार्मिक, सामाजिक संगठनों और मंदिरों में कार्यरत पुजारियों और लोगों का डाटा एकत्रित किया जाएगा.
विप्र बोर्ड की पहली बैठक: विप्र कल्याण बोर्ड के अध्यक्ष महेश शर्मा की अध्यक्षता में सचिवालय में पहली बैठक में हुई. महेश शर्मा ने कहा कि बैठक में निर्देश दिए कि इस डाटा बैंक से विप्र समाज के संगठनों और पुजारियों का पंजीकरण किया जाएगा. उन्होंने बताया कि विप्र कल्याण बोर्ड की वेबसाइट और लोगो निर्माण करने का प्रस्ताव भी बैठक में लिया गया. साथ ही विप्र कल्याण बोर्ड को उसके उदेश्यों और कार्यों को करने के लिए बोर्ड को आवश्यक परामर्श और सहयोग देने के लिए विशेषज्ञ समिति के गठन का प्रस्ताव भी किया गया है.
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बोर्ड की ओर से पायलट प्रोजेक्ट के तौर पर वास्तु, ज्योतिष, कर्मकांड, वेद विज्ञान, पूजा पाठ, आध्यात्मिक चिंतन एवं पौरोहित्य संबंधि विषयों पर शॉर्ट टर्म प्रशिक्षण शुरू किया जाएगा. उन्होंने बताया कि बोर्ड का मुख्य उद्देश्य विप्र समाज के विभिन्न वर्गों का जायजा लेने और उनके लिए सामजिक, शैक्षणिक उत्थान के लिए कार्य करना है. इस दिशा में विप्र समाज विभिन्न योजनाओं और कार्यक्रमों के संचालन के साथ विभिन्न गतिविधियों को पूरा करने के लिए राज्य स्तर पर विप्र कल्याण कोष, विप्र भवन निर्माण के लिए भूमि आवंटन की स्थापना का प्रस्ताव लेने का निर्णय लिया गया.
स्वरोजगार से जोड़ने के लिए बनेगी नवीन योजनाएं: अध्यक्ष ने बताया कि राजस्थान राज्य विप्र कल्याण बोर्ड की प्रमुख गतिविधियों विप्र समाज की विभिन्न वर्गों के उत्थान और स्वरोजगार से जोड़ने के लिए नवीन योजनाएं, कार्यक्रमों के प्रारूप तैयार कर राज्य सरकार को अभिशंषा के लिए भेजे जाएंगे. बैठक में बोर्ड की उपाध्यक्ष मंजू शर्मा, बोर्ड सदस्य राजकुमार, पंडित सुरेश चंद, पवन शर्मा, डॉ. भास्कर शर्मा, राजेश रामदेव एवं श्रम विभाग के अतिरिक्त श्रम आयुक्त पतंजलि भू, संयुक्त निदेशक उद्योग, पीएन शर्मा, सहायक आयुक्त देवस्थान विभाग आकाश रंजन शर्मा एवं ग्रामीण विकास विभाग के अतिरिक्त आयुक्त केएम धूरिया और शिक्षा विभाग के उप सचिव सलीम खान एवं अन्य उच्च अधिकारी मौजूद रहे.