जयपुर. रीट पेपर लीक(REET Paper Leak Case) के मामले में लगातार आरोप लगने के बाद (State Coordinator of Rajiv Gandhi Study Circle) राजीव गांधी स्टडी सर्किल के स्टेट कॉर्डिनेटर डॉ. बनय सिंह ने मंगलवार को प्रेस कॉन्फ्रेंस का आयोजन किया. उन्होंने खुद पर लगे सभी आरोपों को गलत बताते हुए कहा कि पिछले तीन साल में राजस्थान माध्यमिक शिक्षा बोर्ड की किसी भी परीक्षा में उन्हें कोई जिम्मेदारी नहीं मिली है.
डॉ. बनय सिंह ने कहा कि (Banay Singh Press Conference in Jaipur) राजीव गांधी स्टडी सर्किल विश्वविद्यालय-महाविद्यालय के शिक्षकों का एनजीओ है. इसका मुख्य उद्देश्य संवैधानिक और लोकतांत्रिक मूल्यों की धरोहर को युवा छात्रों तक पहुंचाना है. REET का आयोजन माध्यमिक शिक्षा बोर्ड ने करवाया है. उसमें हजारों कर्मचारियों ने ड्यूटी दी. उसमें RGSC से जुड़े कर्मचारियों के साथ ही RSS, भारत विकास परिषद, एबीवीपी से जुड़े कर्मचारी भी थे. इसमें कोई नई बात नहीं है, केवल ड्यूटी होने मात्र से ही किसी पर आरोप लगे तो यह ठीक नहीं है.
उन्होंने कहा कि उनके खिलाफ भरतपुर के मथुरागेट थाने में मामला दर्ज होने का आरोप डॉ. किरोड़ीलाल मीणा (Banay Singh on Kirodi Lal Meena ) और अन्य लोग लगा रहे हैं. यह झूठा मुकदमा था, जिसपर एफआर लग चुकी है. REET 2021 में उन्हें कोई काम आवंटित नहीं हुआ. तीन करोड़ रुपए का भूखंड और 5 करोड़ की लागत से मकान बनवाने के आरोप पर कहा कि वह खुद और उनकी पत्नी राजपत्रित अधिकारी हैं और अपनी संपत्ति का विवरण हर साल सरकार को भेजते हैं. पिता के नाम पर 80 बीघा खेत खरीदने के आरोप पर उन्होंने कहा कि उनके पिता का देहांत 2014 में हो चुका है. गांव में पुरखों की जमीन है.
रिश्तेदार अमित के वायरल ऑडियो पर भी दी सफाई : डॉ. बनय सिंह ने कहा कि उनका अमित से पिछले ढाई साल से कोई संपर्क नहीं है. उसके पिता ने भी उसे संपत्ति से बेदखल कर दिया है. उनका कहना है कि ऑडियो वायरल होने के बाद उन्होंने खुद एसओजी से इनकी जांच करने की मांग की है. उनका कहना है कि विरोधी एक फोटो दिखाकर उसमें REET पेपर लीक के आरोपी भजनलाल के होने का भी दावा कर रहे हैं. जबकि इस फोटो में जिन्हें भजनलाल बताया जा रहा है वह कृषि विश्वविद्यालय जोबनेर के प्रो. बजरंगलाल ककरालिया हैं.