जयपुर. बीते दिनों प्रदेश के मुखिया अशोक गहलोत ने स्वायत्त शासन विभाग की बैठक में अधिकारियों को अभियान चलाकर स्ट्रीट वेंडर्स को लोन देने के निर्देश दिए थे. ये भी स्पष्ट किया था कि थड़ी ठेला वालों को आजीविका के लिए ऋण लेने में दिक्कत नहीं आए. इसी को ध्यान में रखते हुए अब ग्रेटर नगर निगम प्रशासन द्वारा बैंकों का सहयोग लेकर लोन मेला आयोजित किया जा रहा है.
कोविड-19 के अंतर्गत लॉकडाउन से प्रभावित स्ट्रीट वेंडर्स को रोजगार/आजीविका शुरू करने के लिए प्रधानमंत्री ने 1 जून 2020 को निधि योजना की घोषणा की थी. जिसके अंतर्गत स्ट्रीट वेंडर के लिए 10000 तक की प्रारंभिक कार्य करने के लिए बैंकों के माध्यम से पूंजीगत ऋण उपलब्ध करवाया जा रहा है. स्ट्रीट वेंडर्स द्वारा समय पर ऋण वापसी करने पर 7% ब्याज अनुदान का फायदा भी मिलेगा और जो वेंडर डिजिटल लेनदेन की प्रक्रिया अपनाता है, तो 50 से 100 तक कैशबैक प्रोत्साहन दिए जाने का भी प्रावधान है.
नगर निगम ग्रेटर जयपुर क्षेत्र में योजना के अंतर्गत अब तक 11 हज़ार 236 वेंडर्स द्वारा ऑनलाइन आवेदन किया गया. जिनमें से 3 हज़ार 969 को ऋण वितरण हो चुका है. जबकि 3406 का बैंकों द्वारा ऋण स्वीकृत किया गया है और 3861 के ऋण स्वीकृति की कार्रवाई बैंकों द्वारा की जानी है. इसी को ध्यान में रखते हुए 6 मार्च और 13 मार्च को बैंकों में विशेष लोन मेला आयोजित किए जाएंगे. जिसमें जिन स्ट्रीट वेंडर्स के आवेदन स्वीकृत किए हुए हैं, उन वेंडर्स को बुलाया जा रहा है.
वेंडर्स को संबंधित दस्तावेज जमा कराने के बाद बैंक से ऋण प्राप्त होगा. इस संबंध में ग्रेटर नगर निगम डे एनयूएलएम उपायुक्त नवीन भारद्वाज ने स्ट्रीट वेंडर्स से प्रधानमंत्री स्ट्रीट वेंडर्स आत्मनिर्भर निधि योजना के अंतर्गत ऋण वितरण के लिए विशेष लोन मेला का लाभ उठाने की अपील की. योजना में 18 से 50 वर्ष तक की आयु वाले स्ट्रीट वेंडर्स को लोन मिल रहा है. बहरहाल, अब तक कागजी खानापूर्ति में उलझे स्ट्रीट वेंडर्स के लोन को मेले के जरिए उपलब्ध कराया जाएगा.