जयपुर. प्रदेश में 15 मई से अवैध खनन, परिवहन और भंडारण के खिलाफ एक माह का विशेष अभियान चलाया (Special campaign against illegal mining from 15th May) जाएगा. इसके तहत नीचले स्तर तक प्रभावी तरीके से अभियान के संचालन के लिए जिला प्रशासन व पुलिस प्रशासन की सक्रिय भागीदारी तय करते हुए जिला कलक्टर की अध्यक्षता में कमेटी का गठन किया जाएगा.
एसीएस डॉ. सुबोध अग्रवाल बुधवार ने सचिवालय में खान एवं भूविज्ञान विभाग की वर्चुअल समीक्षा बैठक लेते हुए कहा कि साल 2021-22 खान व भूविज्ञान विभाग के लिए उपलब्धियों का वर्ष रहा है. विभाग ने 6391 करोड़ 21 लाख रुपए राजकीय राजस्व प्राप्ति सहित रिकार्ड 7720 करोड़ 49 लाख रुपए की राशि प्राप्त की है. इसमें 45 करोड़ आरएसएमईटी, 75 करोड़ एनएमईटी और 1208 करोड़ 93 लाख रुपए डीएमएफटी फण्ड में जमा हुए हैं. उन्होंने बताया कि खान विभाग के इतिहास में यह अपने आपमें एक रिकार्ड है. उन्होंने विश्वास व्यक्त किया कि चालू वित्तीय वर्ष में भी राजस्व अर्जन से लेकर प्लॉटों के डेलिनियेशन व नीलामी का नया रेकार्ड बनाया जाएगा.
डॉ. अग्रवाल ने बताया कि वर्ष 20-21 में प्रदेश में अपधान खनिज के 401 प्लॉटों की नीलामी की गई है. इसमें सर्वाधिक एसएमई जोधपुर कार्यालय के 115, एसएमई अजमेर के 82 राजसमंद के 55 व अन्य अन्य कार्यालयों के अप्रधान खनिज के प्लाटों की सफल नीलामी हुई है. उन्होंने बताया कि प्रधान खनिजों की नीलामी में भी उल्लेखनीय प्रयास किए गए हैं. एसीएस ने राजस्व संग्रहण में शतप्रतिशत से भी अधिक राजस्व संग्रहण के लिए एसएमई राजसमंद, कोटा, जयपुर, बीकानेर, जोधपुर, अजमेर, भीलवाड़ा, उदयपुर और भरतपुर, एएमई बालेसर, एएमई टोंक, एमई राजसमंद प्रथम, एमई बूंदी, ब्यावर, बारां, हनुमानगढ़ और अलवर की सराहना की. अवैध खनन के खिलाफ चलने वाले 1 महीने के विशेष अभियान के दौरान अवैध खनन, खनिज परिवहन और खनिज भंडारण के खिलाफ सख्त कार्यवाही की जाएगी.