जयपुर. जिला बाल संरक्षण इकाई और बाल अधिकारिता विभाग जयपुर ने जिले में बाल भिक्षावृत्ति और बाल श्रम की रोकथाम के लिए 22 से 26 मार्च तक विशेष जागरूकता अभियान का संचालन किया है. जिसमें गोविन्द देवजी मन्दिर परिक्षेत्र में बाल भिक्षावृत्ति और बाल श्रम रोकने के लिए अभियान का संचालन और दुकानदारों से बच्चों से काम नहीं कराने के शपथ पत्र भी भरवाए गए हैं.
सहायक निदेशक और जिला बाल संरक्षण इकाई रोहित जैन ने बताया कि प्रथम दिन गोविन्द देवजी मन्दिर और आस-पास के क्षेत्र से बाल भिक्षावृत्ति और बाल श्रम में लिप्त बच्चों को मुक्त कराया गया. साथ ही आस-पास के क्षेत्र में रहने वाले व्यक्तियों, दुकानदारों और जनसामान्य से ऐसे बच्चों की सूचना चाइल्ड हेल्पलाइन के दूरभाष नम्बर 1098 पर देने की अपील की गई. साथ ही विभिन्न संस्थाओं के सहयोग से मन्दिर के आस-पास संचालित दुकानों और प्रतिष्ठानों के मालिक, दुकानदारों से 18 वर्ष के कम उम्र के बच्चों से काम नहीं कराने, उन्हें भिक्षा के रूप में पैसे नहीं देने और बाल श्रम व बाल भिक्षावृत्ति रोकथाम के लिए सहयोग करने के लिए शपथ पत्र पर हस्ताक्षर कराकर सहमति प्राप्त की गई.
जैन ने बताया कि अभियान के दौरान चाइल्ड लाइन, शिक्षा विभाग, श्रम विभाग, सामाजिक न्याय और अधिकारिता विभाग के अधिकारियों व स्वयं सेवी संस्थाओं के सहयोग से ओपन हाउस, जागरूकता कार्यक्रम, आउटरीच, हस्ताक्षर अभियान, व्यापार मण्डल की बाल भिक्षावृत्ति और बाल श्रम रोकथाम के लिए सहमति व सहयोग के लिए शपथ ग्रहण सहित विभिन्न गतिविधियों का आयोजन किया गया.
सड़क पर रहने वाले परिवारों की काउंसलिंग कर ऐसे परिवारों के साथ रहने वाले बच्चों को समाज की मुख्य धारा से जोड़ने के प्रयास किए जा रहे हैं. इस दौरान जिले में कार्यरत टाबरसंस्था, जनकला साहित्य मंच संस्था, अन्ताक्षरी फाउण्डेशन और बचपन बचाओं आंदोलन के प्रतिनिधियों की ओर से बाल श्रम और बाल भिक्षावृत्ति में लिप्त बच्चों को मुक्त कराया गया.
जागरूकता अभियान के चतुर्थ दिवस जलेब चैक परिसर में आवासरत परिवारों, कार्यरत व्यवसायियों, माणक चैक पुलिस थाने के पुलिस अधिकारियों, गोविन्ददेवजी मन्दिर के पुजारियों के साथ सामूहिक संवाद कार्यक्रम का आयोजन किया गया. अभियान के दौरान गतिविधियों में बाल कल्याण समिति सदस्य विजया शर्मा, शिक्षा विभाग से दुष्यन्त कुमार पुनियां, चाइल्ड लाइन टीम के सदस्य, बचपन बचाओ आंदोलन से देशराज सिंह सहित विभिन्न स्वयं सेवी संस्थाओं की ओर से भाग लिया गया.