जयपुर. विधायक खरीद-फरोख्त प्रकरण की जांच कर रही राजस्थान एसओजी के सामने अब एक नई चुनौती आ खड़ी हुई है. मामले में 10 जुलाई को FIR दर्ज करने के बाद एसओजी ने दो खनन व्यवसायियों को गिरफ्तार किया था और साथ ही प्रकरण में मुख्यमंत्री और उपमुख्यमंत्री सहित 16 विधायकों को नोटिस भेजकर बयान दर्ज करने के लिए समय, दिनांक और स्थान बताने को कहा गया था. लेकिन एसओजी द्वारा भेजे गए नोटिस का एक भी विधायक ने अभी तक जवाब नहीं दिया है.
गौरतलब है कि एसओजी ने 124ए और 120बी में एफआईआर दर्ज करने के बाद दोनों खनन व्यवसायी अजमेर के ब्यावर से भरत और उदयपुर से अशोक को गिरफ्तार किया. दोनों आरोपियों से हुई पूछताछ में कई महत्वपूर्ण जानकारी एसओजी के हाथ लगी और उन जानकारी की सत्यता जांचने के लिए एसओजी ने मुख्यमंत्री अशोक गहलोत, उप मुख्यमंत्री सचिन पायलट सहित 16 विधायकों को नोटिस भेजा. एसओजी ने नोटिस भेजकर प्रकरण की जांच को आगे बढ़ाने और बयान दर्ज करने के लिए समय, दिनांक और स्थान की मांग की. लेकिन इस पूरे प्रकरण में आज तक किसी भी विधायक ने एसओजी के नोटिस का उत्तर देना उचित नहीं समझा, जिसके चलते एसओजी की जांच अटक गई.
SOG की टीम जाएगी डूंगरपुर और बांसवाड़ा...
विधायक खरीद-फरोख्त प्रकरण की जांच कर रही एसओजी की टीम जल्द ही इस पूरे प्रकरण में अहम सबूत जुटाने के लिए डूंगरपुर और बांसवाड़ा जाएगी. दरअसल, इस पूरे प्रकरण में गिरफ्तार किए गए भरत और अशोक ने पूछताछ में कई खुलासे किए हैं. इसके साथ ही दोनों आरोपियों ने जिन-जिन विधायकों और अन्य लोगों से खरीद-फरोख्त की बात की उसके आधार पर एसओजी के हाथ में कई महत्वपूर्ण सुराग लगे हैं. उन सुराग के आधार पर सबूतों को इकट्ठा करने के लिए एसओजी की टीम अब डूंगरपुर और बांसवाड़ा में कैंप करेगी.
बता दें कि विधायक खरीद-फरोख्त प्रकरण में राजस्थान एसीबी ने भी तीन निर्दलीय विधायकों के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज की थी. जिनके खिलाफ एसीबी को डूंगरपुर और बांसवाड़ा में करोड़ों रुपए की धनराशि ले जाकर विधायकों को प्रलोभन देने के आरोप लगे हैं.