जयपुर. राजस्थान में प्रतिवर्ष सड़क दुर्घटना में करीब 10,500 व्यक्तियों की मौत हो जाती है और करीब 22,000 व्यक्ति घायल हो जाते हैं. ये देखा गया है कि सड़क दुर्घटना के बाद यदि समय पर घायल व्यक्ति को सही उपचार मिले तो उसका जीवन बचाया जा सकता है. इसी उद्देश्य को देखते हुए जयपुर के सवाई मानसिंह अस्पताल के ट्रॉमा सेंटर में स्किल लैब के माध्यम से बेसिक लाइफ सपोर्ट का प्रशिक्षण दिया जाएगा.
जयपुर के सवाई मानसिंह अस्पताल के ट्रॉमा सेंटर में परिवहन विभाग की ओर से 22 लाख रुपए की लागत से बेसिक लाइफ सपोर्ट प्रशिक्षण कार्यक्रम की शुरुआत की गई है. इसे लेकर ट्रॉमा सेंटर में एक स्किल लैब तैयार की गई है जहां 'मेनिकीन' के माध्यम से प्रशिक्षण दिया जाएगा.
मामले को लेकर ट्रांसपोर्ट कमिश्नर रवि जैन ने बताया कि जब भी सड़क हादसा होता है तो सबसे पहले पुलिस हादसे की जगह पहुंचती है. ऐसे में बेसिक लाइफ सपोर्ट प्रशिक्षण के माध्यम से पुलिस और एंबुलेंस में कार्यरत स्वास्थ्य कर्मियों को प्रशिक्षित किया जाएगा, ताकि अस्पताल पहुंचने से पहले घायल व्यक्ति को उपचार मिल सके और उसका जीवन बचाया जा सके.
आमजन और विद्यार्थियों को भी दिया जाएगा प्रशिक्षण
वहीं, बेसिक लाइफ सपोर्ट प्रशिक्षण के माध्यम से आमजन और विद्यार्थियों को भी अस्पताल में प्रशिक्षण दिया जाएगा जिसमें स्कूल में कॉलेज के विद्यार्थी भी शामिल होंगे. ट्रांसपोर्ट कमिश्नर रवि जैन ने यह भी बताया कि जयपुर के अलावा अन्य संभागों पर भी इस तरह का बेसिक लाइफ सपोर्ट प्रशिक्षण कार्यक्रम शुरू किया जाएगा. दरअसल ट्रॉमा केयर प्रशिक्षण के तहत अस्पताल में 16 बेड का एक अत्याधुनिक आईसीयू तैयार किया गया है जिसका उद्घाटन मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने किया था.
बेसिक लाइफ सपोर्ट प्रशिक्षण को लेकर आज ट्रॉमा सेंटर में कार्यक्रम का आयोजन किया गया जहां ट्रांसपोर्ट कमिश्नर रवि जैन के अलावा s.m.s. मेडिकल कॉलेज के प्रिंसिपल डॉ. सुधीर भंडारी, अस्पताल के अधीक्षक डॉ. राजेश शर्मा ट्रॉमा सेंटर इंचार्ज डॉ. गिरधर गोयल समेत अन्य लोग मौजूद रहे.