जयपुर. प्रदेश में गणेश चतुर्थी पर गणेश मंदिरों में कार्यक्रमों की शुरुआत हो चुकी है. राजस्थान में गणेश चतुर्थी का पर्व शुक्रवार को मनाया जाएगा. छोटीकाशी जयपुर में भी गणेश उत्सव कार्यक्रमों की शुरुआत हो चुकी है और सभी गणेश मंदिरों में गुरुवार को सिंजारा महोत्सव मनाया गया. मोती डूंगरी स्थित गणेश मंदिर में भी गुरुवार को मेहंदी पूजन कर सिंजारा महोत्सव मनाया गया.
मोती डूंगरी मंदिर में गुरुवार से 3 दिन के लिए भक्तों को प्रवेश नहीं दिया जाएगा. मोती डूंगरी गणेश मंदिर में गुरुवार को हुए कार्यक्रमों के तहत गणेश जी का विशेष शृंगार किया गया और गणेश जी को स्वर्ण मुकुट भी धारण कराया गया. साल में सिर्फ गणेश चतुर्थी के दिन ही भगवान गणेश को यह मुकुट धारण कराया जाता है. गणेश जी महाराज को चांदी के सिंहासन पर विराजमान कर विशेष पोशाक धारण कराई गई. यह सभी कार्यक्रम महंत गणेश शर्मा के सानिध्य में आयोजित किए गए. देर शाम को गणेश जी को सिंजारे की मेहंदी अर्पित कर विशेष पूजा की गई.
यह भी पढ़ें. बोहरा गणेश जी मंदिर में भक्तों का प्रवेश कल रहेगा निषेध, 350 साल पुराना है मंदिर
कोरोना को देखते हुए भक्तों के लिए मंदिर प्रशासन की ओर से ऑनलाइन दर्शन की व्यवस्था की गई है. मंदिर में भक्तों को प्रवेश नहीं दिया जाएगा. मंदिर प्रशासन की तरफ से सुरक्षा के भी कड़े बंदोबस्त किए गए है. शुक्रवार को गणेश चतुर्थी के दिन मोती डूंगरी मंदिर में गणेश जी के सुबह 5 बजे बजे मंगला आरती की जाएगी.
इसके बाद 11:30 बजे श्रृंगार आरती, दोपहर 2:15 बजे भोग आरती, शाम 7:00 बजे संध्या आरती और 7:45 पर चयन आरती की जाएगी. ऑनलाइन दर्शन के लिए www.motidungri.com पर कर सकते हैं. विशेष गणपति पूजा दोपहर 12:24 पर की जाएगी.