जयपुर. प्रदेश में बढ़ते कोरोना संक्रमण के बीच अब अनलॉक-4 के तहत प्रदेश में भी जयपुर मेट्रो का संचालन जल्द ही शुरू होगा. इसके लिए शीघ्र ही हेल्थ प्रोटोकॉल के साथ नई गाइडलाइन जारी की जाएगी. मुख्यमंत्री आवास पर हुई बैठक के दौरान मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने इसके निर्देश दिए.
इस दौरान मुख्यमंत्री ने गंभीर कोविड-19 मरीजों को निजी अस्पतालों में भी निशुल्क उपचार दिए जाने की बात कही. उन्होंने कहा कि राज्य सरकार ने राजकीय अस्पतालों में ऑक्सीजन बेड की समुचित व्यवस्था की है. इसके बाद भविष्य में और बेड की आवश्यकता होने पर निजी अस्पतालों का सहयोग लिया जाएगा. इसके लिए जिला कलेक्टर निजी अस्पतालों में राज्य सरकार की निर्धारित दरों पर कोविड-19 योग के निशुल्क इलाज की व्यवस्था कर सकेंगे.
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बैठक के दौरान मुख्यमंत्री ने कोरोना वायरस की मौजूदा स्थिति की समीक्षा करते हुए कहा कि निजी अस्पताल भी इस समय अपनी जिम्मेदारी को निभाते हुए आईसीयू और ऑक्सीजन बेड की संख्या बढ़ाए. गहलोत ने निर्देश दिए कि राज्य में संभागीय स्तर पर मेडिकल कॉलेज से संबंध अस्पतालों में हाई फ्लो ऑक्सीजन युक्त बेड और आईसीयू बेड की संख्या को आगामी 1 महीने में 3 से 4 गुना तक बढ़ाया जाए. उन्होंने जयपुर और कोटा में कोविड-19 लिए 100 अतिरिक्त बेड की व्यवस्था करने के भी निर्देश दिए.
4 लाख से अधिक परिवारों को मिलेगा निशुल्क गेहूं और चनाः गहलोत
बैठक में अशोक गहलोत ने कोरोना के कारण जिन लोगों की आजीविका छिन गई और पूर्व में से 30 श्रेणियों के लिए किए गए सर्वे से वंचित रहे दूसरे सर्वे में चयनित ऐसे 4,14,000 जरूरतमंद परिवारों को खाद्यान्न सुरक्षा प्रदान करने का भी बड़ा निर्णय लिया है. मुख्यमंत्री ने राष्ट्रीय खाद्य सुरक्षा योजना के विभिन्न श्रेणियों में चयनित परिवारों को निर्धारित दर पर नवंबर महीने तक निशुल्क गेहूं वितरण के निर्देश भी दिए. इन दोनों के लिए मुख्यमंत्री सहायता कोष से 138 करोड़ रुपए उपलब्ध कराए जाएंगे.
सभी सांसद-विधायक कराएं कोरोना की जांच...
मुख्यमंत्री ने कहा कि हाल ही में प्रदेश में कुछ सांसद और विधायक भी कोरोना संक्रमित हुए हैं. इसे देखते हुए सभी सांसद-विधायक एहतियात के तौर पर अपनी कोरोना की जांच जरूर करवाएं, जिससे संक्रमण से बचा जा सके.
विभिन्न आयोजनों में 50 से ज्यादा लोगों को अनुमति नहीं...
समीक्षा बैठक के दौरान मुख्यमंत्री ने कहा कि कोरोना वायरस का फैलाव रोकने के लिए भीड़ पर नियंत्रण जरूरी है. उन्होंने कहा कि आयोजनों के साथ-साथ सभी सामाजिक सांस्कृतिक, धार्मिक, खेल और राजनीतिक आयोजनों में पूर्व की भांति 50 से अधिक लोगों को अनुमति नहीं दी जाएगी. साथ ही इन आयोजनों के लिए संबंधित उपखंड अधिकारियों को पूर्व सूचना भी देनी होगी.
JEE-NEET की परीक्षार्थियों के लिए आवश्यक इंतजाम सुनिश्चित करें...
मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने जिला कलेक्टरों को JEE-NEET परीक्षाओं में शामिल होने वाले विद्यार्थियों को संक्रमण से बचाने के लिए परीक्षा केंद्रों पर हेल्प प्रोटोकॉल से संबंधित व्यवस्थाएं सुनिश्चित करने के निर्देश दिए. साथ ही बच्चों को आवागमन के लिए परिवहन और ठहरने आदि की व्यवस्था सुनिश्चित करने के निर्देश दिए. बैठक में प्रमुख शासन सचिव स्वास्थ्य अखिल अरोड़ा ने बताया कि प्रदेश में अगस्त माह में मृत्यु दर 0.96 प्रतिशत और रिकवरी दर 90.54 प्रतिशत रही.