जयपुर. माहवारी प्रबंधन के बारे में अब समाज में खुलकर चर्चा की जानी चाहिए और बालिकाओं को इस संबंध में पूरी जानकारी दी जानी चाहिए. माहवारी के समय स्वच्छता का ध्यान रखना बहुत आवश्यक है. इसका स्वास्थ्य पर काफी असर पड़ता है. बालिकाएं इस बारे में बात करने में संकोच करती हैं, इसलिए अब चुप्पी तोड़ी जानी चाहिए.
जिला कलक्टर राजन विशाल ने सोमवार को राजकीय उच्च माध्यमिक बालिका विद्यालय गणगौरी बाजार में आयोजित 'चुप्पी तोड़ो-सयानी बनो' अभियान (Chuppi Todo Sayani Bano campaign) के दूसरे चरण की शुरुआत करते हुए यह बात कही. राजन विशाल ने कहा कि बालिकाओं के स्वास्थ्य को ध्यान में रखते हुए यह जनजागरूकता अभियान जिले में चलाया जा रहा है. अभियान के तहत आयोजित कार्यशालाओं से महिलाओं एवं बालिकाओं में माहवारी स्वच्छता को लेकर जागरूकता पैदा होगी.
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उन्होंने कहा कि इस अभियान को लगातार जारी रखा जाएगा और विद्यालयों में माह के तीसरे बुधवार को कार्यशालाओं का निरंतर आयोजन किया जाएगा. 'चुप्पी तोड़ो-सयानी बनो' अभियान के जरिए 1 लाख 30 हजार बेटियों को जागरूक किया गया है. उन्होंने बताया कि नागौर और अलवर जिले के बाद जयपुर में इस अभियान की शुरुआत की गई है. कार्यक्रम के दौरान किशोरी बालिकाओं को हाइजीन एम्बेसडर के सर्टिफिकेट दिए गए. उन्होंने कहा कि जो बालिकाएं हाइजीन एम्बेसडर नियुक्त की गई हैं, वे विद्यालय में पढ़ने वाली छात्राओं के साथ ही अभिभावकों, जन प्रतिनिधि, आंगनबाड़ी कार्यकर्ता, एएनएम, साथिन, आशा सहयोगिनी एवं विद्यालय नहीं जाने वाली बालिकाओं को भी जागरूक करेंगी.
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जिला कलक्टर राजन विशाल ने बताया कि अभियान के तहत जिले के 929 विद्यालय में कार्यशाला का आयोजन किया गया है, जिसमें लगभग 1 लाख 30 हजार किशोरी बालिकाओं ने भाग लिया. कार्यशाला में प्रशिक्षित अध्यापिकाओं द्वारा माहवारी स्वच्छता प्रबंधन के बारे में जानकारी दी गई. जिला कलक्टर ने बताया कि जिले में कक्षा 9 से 12वीं तक चयनित की गई 3 हजार 716 छात्राओं को हाईजीन एम्बेसडर नियुक्त किया गया. कार्यशाला में राज्य सरकार की उड़ान योजना के अन्तर्गत बालिकाओं को सैनेटरी नैपकीन निशुल्क उपलब्ध कराई गई. अभियान के तहत कार्यशाला में प्रत्येक छात्रा को माहवारी स्वच्छता प्रबंधन पर बुकलेट व प्रत्येक राजकीय विद्यालय में 'गुड टच बेड टच' विषय पर पोस्टर एवं बैनर उपलब्ध करवाये गए.
जिला कलक्टर ने बताया कि माहवारी स्वच्छता प्रबंधन विषय पर 1 लाख 30 हजार बुकलेट का प्रकाशन करवाया गया है. आपको बता दें कि अभियान के द्वितीय चरण से पहले जयपुर जिले के प्रत्येक उपखण्ड एवं ग्राम पंचायत स्तर पर कार्यशाला, प्रशिक्षण, जन जागरूकता कार्यक्रम एवं अन्य गतिविधियों का आयोजन चरणबद्ध रूप से किया गया. इस अभियान के प्रथम चरण में राजकीय विद्यालय में कार्यरत 2 हजार 223 अध्यापिकाओं को 14 से 16 मार्च तक प्रशिक्षण दिया गया था.