जयपुर. राजधानी जयपुर के आमेर में कुंडा स्थित सीआईएसएफ ग्राउंड पर सेना भर्ती चल रही है. सेना भर्ती के दूसरे दिन सोल्जर ट्रेडमैन के लिए 1903 अभ्यर्थियों ने दौड़ लगाई. सुबह 4 बजे से ही दौड़ शुरू हुई, जो करीब 7.30 बजे तक चली. नियमों के अनुसार, 1.6 किलोमीटर की दौड़ लगाई गई. दौड़ में सफल अभ्यर्थियों का फिजिकल और मेडिकल टेस्ट लिया गया. इसके साथ ही अभ्यर्थियों के दस्तावेजों की भी जांच की गई.
सोल्जर ट्रेडमैन के लिए 4035 अभ्यर्थियों में से 1903 अभ्यर्थी ही दौड़ में शामिल हुए. जयपुर, सीकर और टोंक से अभ्यर्थी सेना भर्ती में शामिल हुए हैं. जयपुर से कोटपूतली और विराटनगर तहसील, सीकर की लक्ष्मणगढ़, फतेहपुर और सीकर तहसील, टोंक से मालपुरा और पीपली तहसील के अभ्यर्थियों ने सोल्जर ट्रेडमैन के लिए दौड़ लगाई. सेना भर्ती 8 मार्च से 30 मार्च तक होगी. सेना भर्ती में सोल्जर ट्रेसमैन के लिए 9 मार्च से 12 मार्च तक, सोल्जर क्लर्क के लिए 13 मार्च से 15 मार्च और जीडी भर्ती के लिए युवा 16 मार्च से 27 मार्च तक दौड़ में शामिल होंगे. आमेर के सीआईएसएफ ग्राउंड पर करीब 5 साल बाद सेना की भर्ती हो रही है. सेना भर्ती की तमाम व्यवस्थाओं के लिए 17 विभागों के अधिकारी और कर्मचारी तैनात किए गए हैं. जयपुर जिला कलेक्टर अंतर सिंह नेहरा खुद व्यवस्थाओं का जिम्मा संभाल रहे हैं. सेना भर्ती में शामिल होने वाले अभ्यर्थियों को 48 घंटे पहले जारी कोविड-19 की नेगेटिव रिपोर्ट अनिवार्य की गई है. इसके अलावा भर्ती स्थल पर भी डॉक्टर की व्यवस्था की गई है, ताकि किसी अभ्यर्थी के पास कोरोना जांच रिपोर्ट उपलब्ध नहीं हो तो मौके पर भी स्क्रीनिंग की जा सके.
दौड़ के दौरान मास्क अनिवार्य नहीं रखा गया है. सेना भर्ती में सबसे ज्यादा सीकर जिले से 33056 युवाओं ने जज्बा दिखाया है. वहीं, जयपुर जिले के 29474 और टोंक जिले के 6063 अभ्यर्थियों ने सेना भर्ती में भाग लेने के लिए आवेदन किया है. सेना भर्ती को लेकर सैन्य अधिकारियों ने आमजन से भर्ती के नाम पर ठगी करने वाले लोगों से सतर्क रहने की भी अपील की है. सेना की ओर से दौड़ में सफल हुए अभ्यर्थियों को दलालों के चंगुल से बचने की सलाह दी है. अभ्यर्थियों को खुद की मेहनत पर भरोसा रखने के लिए प्रेरित किया गया है. अपील की गई है कि सेना भर्ती में किसी भी दलाल के झांसे में नहीं आए. यहां सब अपनी मेहनत से ही सफल होते हैं।. इसके साथ ही नशे की प्रवृत्ति से भी दूर रहने की सलाह दी गई है. सेना भर्ती दौड़ में फेल होने वाले अभ्यर्थियों को वापस स्टेशन तक पहुंचाने के लिए जेसीटीएसएल बसों की व्यवस्था की गई है, ताकि भर्ती स्थल के आसपास भीड़ नहीं हो. सेना भर्ती के दौरान पुलिस प्रशासन सतर्क नजर आया. पुलिस के आला अधिकारी यों ने भी सुरक्षा व्यवस्थाओं का जायजा लिया.