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CM द्वारा शहीद स्मारक को शाहीन बाग कहना शर्मनाक, इस धरने प्रदर्शन को PFI से होती है फंडिंग: सतीश पूनिया - सतीश पूनिया का सीएम पर बयान

सीएम की ओर से शहीद स्मारक को शाहीनबाग कहे जाने को सतीश पूनिया ने शहीदों का अपमान बताया है. साथ ही कहा कि शहीद स्मारक में जो लोग धरना प्रदर्शन कर रहे हैं, उन्हें इस तरह के कामों के लिए फंडिंग पीएफआई से की जा रही है.

सतीश पूनिया बयान, satish punia statement
सतीश पूनिया बयान
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Published : Feb 16, 2020, 3:29 PM IST

जयपुर. नागरिकता संशोधन कानून के खिलाफ जयपुर के शहीद स्मारक में चल रहे धरने प्रदर्शन में मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के पहुंचने और इसे शाहीनबाग कहने पर भाजपा ने कड़ी आपत्ति दर्ज कराई है. भाजपा प्रदेश अध्यक्ष सतीश पूनिया ने मुख्यमंत्री की ओर से शहीद स्मारक को शाहीन बाग कहना शहीदों का अपमान बताया है.

सीएम के बयान को सतीश पूनिया ने बताया शर्मनाक

उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री के संवैधानिक पद पर रहते हुए, इस प्रकार का बयान देना ना केवल अशोभनीय है, बल्कि उनके पद की गरिमा के खिलाफ भी है. भाजपा मुख्यालय में पत्रकारों से रूबरू होते हुए सतीश पूनिया ने यह भी आरोप लगाया कि जयपुर के शहीद स्मारक में जो लोग धरना प्रदर्शन कर रहे हैं, उन्हें इस तरह के कामों के लिए फंडिंग पीएफआई (पॉपुलर फ्रंट ऑफ इंडिया) नामक संगठन से की जा रही है. जिसके कहीं ना कहीं तार सिमी से भी जुड़े हैं.

पढ़ें: दुल्हन की जगह केजरीवाल से 'प्यार' का इजहार, जोधपुर के दूल्हे ने शादी के कार्ड पर छपवाया 'आई लव केजरीवाल'

वहीं पूनिया ने कहा कि केंद्र सरकार नागरिकता संशोधन कानून पारित कर चुकी है. लोकसभा और राज्यसभा में इस पर लंबी बहस भी हो चुकी है. बावजूद इसके कांग्रेस शासित प्रदेशों में इसका विरोध करना और इसे लागू ना करना गैरकानूनी और संविधान के विपरीत है. पूनिया ने इस दौरान डिटेंशन सेंटर और अपने माता-पिता की जन्म को लेकर आए, मुख्यमंत्री के बयान पर भी कटाक्ष किया.

जयपुर. नागरिकता संशोधन कानून के खिलाफ जयपुर के शहीद स्मारक में चल रहे धरने प्रदर्शन में मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के पहुंचने और इसे शाहीनबाग कहने पर भाजपा ने कड़ी आपत्ति दर्ज कराई है. भाजपा प्रदेश अध्यक्ष सतीश पूनिया ने मुख्यमंत्री की ओर से शहीद स्मारक को शाहीन बाग कहना शहीदों का अपमान बताया है.

सीएम के बयान को सतीश पूनिया ने बताया शर्मनाक

उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री के संवैधानिक पद पर रहते हुए, इस प्रकार का बयान देना ना केवल अशोभनीय है, बल्कि उनके पद की गरिमा के खिलाफ भी है. भाजपा मुख्यालय में पत्रकारों से रूबरू होते हुए सतीश पूनिया ने यह भी आरोप लगाया कि जयपुर के शहीद स्मारक में जो लोग धरना प्रदर्शन कर रहे हैं, उन्हें इस तरह के कामों के लिए फंडिंग पीएफआई (पॉपुलर फ्रंट ऑफ इंडिया) नामक संगठन से की जा रही है. जिसके कहीं ना कहीं तार सिमी से भी जुड़े हैं.

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वहीं पूनिया ने कहा कि केंद्र सरकार नागरिकता संशोधन कानून पारित कर चुकी है. लोकसभा और राज्यसभा में इस पर लंबी बहस भी हो चुकी है. बावजूद इसके कांग्रेस शासित प्रदेशों में इसका विरोध करना और इसे लागू ना करना गैरकानूनी और संविधान के विपरीत है. पूनिया ने इस दौरान डिटेंशन सेंटर और अपने माता-पिता की जन्म को लेकर आए, मुख्यमंत्री के बयान पर भी कटाक्ष किया.

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