जयपुर. प्रदेश में कोरोना के बढ़ते प्रकोप के रोकथाम के लिए सरकार ने प्रदेश के आयुर्वेदिक चिकित्सकों को कोरोना से जुड़े विभिन्न कार्यों के लिए अलग-अलग स्थानों पर तैनात कर रखा है. ऐसे में प्रदेश के सरकारी आयुर्वेदिक औषधालय बंद हो गए हो गए हैं. जिसको लेकर भाजपा प्रदेश अध्यक्ष सतीश पूनिया ने प्रदेश की गहलोत सरकार से इन औषधालयों को सप्ताह में कुछ दिन खोलने की मांग की है. इस संबंध में उन्होंने चिकित्सा मंत्री रघु शर्मा को भी पत्र भेजा है.
रघु शर्मा को लिखे इस पत्र में पूनिया ने लिखा है कि आयुर्वेद को भारत की सबसे प्राचीन पद्धति है. वहीं, संक्रमण के वक्त रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाने के लिए आयुर्वेद पद्धति और आयुष के निर्देशों का पालन करना काफी उपयोगी साबित होता है. लेकिन ये बड़े खेद का विषय है कि प्रदेश के सभी आयुर्वेद चिकित्सालय बंद हैं और आयुर्वेद चिकित्सकों की ड्यूटी कोरोना में अलग-अलग स्थानों पर लगा दी गई है.
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उन्होंने आगे लिखा कि प्रदेश में चिकित्सकों को यथाअनुरूप न तो सुरक्षा मिल रही है और न ही संरक्षण, फिर भी ये अपना काम पूरी ईमानदारी से कर रहे हैं. प्रदेश में ऐसे कई लोग हैं, जो लंबे समय से आयुर्वेद का उपचार ले रहे थे. लेकिन अब चिकित्सालय बंद होने से इन्हें परेशानी हो रही है. ऐसी स्थिति में सरकार से अपील है कि वे सप्ताह में कुछ दिन आयुर्वेद औषधालयों को भी खोलें. ताकि जो लोग इसके जरिए अपना उपचार कराना चाहते हैं, उन्हें इसका फायदा मिल सके.