जयपुर. सीएम गहलोत के ध्रुवीकरण के आरोपों पर (Poonia on CM Gehlot Allegation) राजस्थान भाजपा प्रदेशाध्यक्ष पूनिया ने पलटवार किया है. रविवार को पूनिया की ओर से जारी बयान में कहा गया कि मुख्यमंत्री अशोक गहलोत का जमीर, संवेदनशीलता, राज धर्म कहां चला गया, जो बहुसंख्यक हिंदू आबादी वाले राजस्थान में भी हिंदू ही अब सुरक्षित नहीं रहे. पूनिया ने कहा कि प्रदेश की अशोक गहलोत सरकार की तुष्टीकरण की राजनीति के कारण राजस्थान में हिंदू अपने त्योहार भी सुरक्षित वातावरण में नहीं मना पा रहे और भय के वातावरण में जीने को मजबूर हैं.
पूनिया ने इस दौरान प्रदेश में बिगड़ती कानून-व्यवस्था का भी हवाला दिया और कहा कि राजस्थान अपराधों में टॉप पर है और अपराधियों के हौसले बुलंद हो रहे हैं. यही कारण है कि बहन-बेटियों के साथ दुष्कर्म, गैंगरेप की घटनाएं हो रही हैं. सतीश पूनिया ने कहा मुख्यमंत्री इसे कानून का राज कहते हैं जहां 6 लाख 51 हजार से अधिक मुकदमे दर्ज हुए. धौलपुर में महिला से उसके पति और बच्चों के सामने सामूहिक बलात्कार, अजमेर में किशोरी की दुष्कर्म के बाद निर्मम हत्या और धौलपुर में कांग्रेस विधायक और उनके साथ बदमाशों ने इंजीनियर के हाथ-पैर तोड़ दिए.
पूनिया ने कहा कि प्रदेश में रोजाना औसतन 18 बलात्कार, गैंगरेप के मामले हो रहे हैं. लेकिन मुख्यमंत्री प्रदेश में कानून का राज होने की बात कहते हैं. गौरतलब है कि मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने रविवार सुबह बाड़मेर में पत्रकारों से मुखातिब होते हुए भारतीय जनता पार्टी पर ध्रुवीकरण करने का आरोप लगाया था, जिस पर प्रतिपक्ष के उपनेता राजेंद्र राठौड़ और फिर उसके बाद भाजपा प्रदेश अध्यक्ष सतीश पूनिया ने पलटवार किया है.