जयपुर. बहुजन समाज पार्टी (बसपा) विधायकों के कांग्रेस में विलय के मामले में हाईकोर्ट की खंडपीठ की ओर से आदेश जारी किए गए. इसके बाद भाजपा प्रदेश अध्यक्ष सतीश पूनिया ने कहा कि 11 अगस्त तक जब सिंगल बेंच की सुनवाई होगी, तब तक हमें इंतजार करना चाहिए. जयपुर में पत्रकारों से बातचीत के दौरान पूनिया ने कांग्रेस विधायकों के बाड़ेबंदी को लेकर भी सवाल उठाए.
भाजपा प्रदेश अध्यक्ष सतीश पूनिया के अनुसार कानूनी प्रक्रिया की एक दायरा और सीमा होती है, उसी के अंदर रहकर कानून अपना काम करता है. सतीश पूनिया ने कहा कि डबल बेंच ने नोटिस तामील कराने के लिए कहा है और जब नोटिस तामील हो जाएंगे, उसके बाद यह प्रक्रिया आगे बढ़ सकती है. ऐसे में 11 अगस्त को जब सिंगल बेंच में इसकी सुनवाई होगी तब तक हम सबको इंतजार करना होगा.
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धारीवाल के बयान पर पूनिया ने जताई आपत्ति...
वहीं, जैसलमेर में संसदीय कार्य मंत्री शांति धारीवाल के उस बयान पर भी पूनिया ने आपत्ति जताई, जिसमें धारीवाल ने कहा था कि कोर्ट का फैसला चाहे जो हो 14 अगस्त को विधानसभा में 'जादूगर' का जादू जरूर चलेगा. उन्होंने कहा कि जब मामला कोर्ट में विचाराधीन हो तो इस प्रकार की टिप्पणी नहीं करना चाहिए, लेकिन हो सकता है धारीवाल खुद को कोर्ट से बड़ा मानते हों.
विधायकों को जैसलमेर में रखे जाने पर उठाया सवाल...
सतीश पूनिया ने कांग्रेस और अन्य निर्दलीय विधायकों को जैसलमेर के होटल में रखे जाने पर भी सवाल उठाया. उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री अशोक गहलोत लोकतंत्र और नैतिकता की दुहाई देते थे, लेकिन उन्होंने ही अपने विधायकों को होटल में कैद कर रखा है. इस बात का सबूत है कि जो विधायक जैसलमेर में हैं, उन्हें ही मुख्यमंत्री सस्पेक्टेड मानते हैं.